पुरातन कार क्लब के साथ एक दिन
३ अक्टूबर २०१८
टॉप 10 विंटेज कारें
टॉप 10 विंटेज कारें
विंटेज कारें अतीत और तकनीकी विकास की गवाह हैं. जर्मनी में 6 से 10 अप्रैल तक विटेंज कारों के क्लासिकल मॉडलों का मेला टेक्नो-क्लासिका फेयर कहा जाता है. एक नजर इस मेले के केंद्र में रहने वाली पुरानी प्यारी कारों पर.
फोर्ड मॉडल टी (1908)
हेनरी फोर्ड ने फोर्ड मॉडल टी के जरिये परिवहन में क्रांति की. यह पहली कार थी, जिसे आम लोग खरीद सकते थे. हेनरी फोर्ड ने कनवेयर बेल्ट का इस्तेमाल कर फैक्ट्रियों की तस्वीर भी बदली. तब की आधुनिक फैक्ट्री के चलते मॉडल टी का खूब उत्पादन हुआ. शौकीन आज भी इस कार को सबसे ज्यादा चाहते हैं.
रोल्स-रॉयस फैंटम (1925)
1920 के दशक में रोल्स-रॉयस ने अपनी लक्जरी कार फैंटम उतारी. इसने बाजार में धूम मचाई. फैंटम नाम भी खूब चर्चित हुआ और कंपनी ने अगले आठ मॉडल भी फैंटम नाम से पेश किए. 40 हॉर्स पावर की इस कार का इंटीरियर मालिक की पसंद के मुताबिक बनाया जाता था. भारत के कुछ अमीर रजवाड़ों ने भी इस पर काफी पैसा खर्च किया. भारत में मौजूद कुछ पुरानी फैंटम कारों का दाम आज करो़ड़ों में है.
अल्फा रोमियो 8सी (1938)
इसे फैमिली कार भी कहा जाता था लेकिन इसका इस्तेमाल रेसिंग में भी होता रहा. अल्फा रोमियो ने 8सी के जरिये इटैलियन ब्रांड के तौर पर अपनी पहचान बनाई. इटैलियन कारों को तेज और सेक्सी माना जाने लगा. 1930 के दशक की इस कार में 8 सिलेंडर थे. शुरू में बहुत कम कारें बनाई गईं ताकि लोगों में इसे पाने की होड़ बनी रहे.
मर्सिडीज बेंज 300एसएल (1957)
पंछी के पंख की तरह ऊपर की ओर खुलने वाले दरवाजों के जरिये मर्सिडीज 300एसएल ने आम सड़कों की रेसिंग कार के रूप में पहचान बनाई. यह दुनिया की पहली कार है जिसमें डायरेक्ट फ्यूल इंजेक्शन लगा था. पूरी तरह अल्युमिनियम बॉडी वाली 300एसएल के सिर्फ 29 मॉडल बनाए गए. आज ये मॉडल विटेंज कारों की लिस्ट में खासे मशहूर हैं.
कैडिलैक एल्डोराडो (1959)
1980 के दशक में यह कार कई फिल्मों और म्यूजिक वीडियो में दिखाई पड़ी. लेकिन यह बनी 50 के दशक में. 50 और 60 के दशक में इसने धूम मचाई. लेकिन इसके नए मॉडल धीरे धीरे फीके पड़ते गए. पुरानी एल्डोराडो आज भी कार डिजायनिंग का अहम प्रतीक है.
जैगुआर ई-टाईप (1961)
सदाबहार डिजायन, शानदार डिटेल और जबरदस्त क्षमता, जैगुआर ई-टाईप के जरिये ब्रिटेन ने कार निर्माण में खासी शोहरत पाई. ई-टाईप को अमेरिका में एक्सके-ई के नाम से भी जाना जाता है. 1960 के दशक में आई इस कार ने डिजायनिंग का चेहरा बदल दिया. इसे आज भी दुनिया की सबसे खूबसूरत 100 कारों में गिना जाता है. खुद फरारी के संस्थापक एंजो फरारी ने इसे दुनिया की सबसे खूबसूरत कार कहा.
एस्टन मार्टिन डीबी5 (1964)
नाम मार्टिन, पूरा नाम एस्टन मार्टिन. जेम्स बॉन्ड के डायलॉग की तरह यह कार भी बॉन्ड सिरीज की फिल्मों की पहचान है. डीबी5 के सिर्फ 1000 मॉडल बाजार में आए लेकिन इन्होंने कार डिजायन को नई दिशा दी.
फोर्ड शेल्बी जी टी 350 मुस्टांग (1965)
मुस्टांग सैलिस को फोर्ड के दमदार डिजायन के लिए जाना जाता है. लेकिन असल में यह शेल्बी जीटी350 का ही डिजायन है. इसे रेसर और डिजायनर कारोल शेल्बी ने डिजायन किया. यह आज भी शौकिया डिजायनरों को लुभाती है. समय के साथ इस कार का बोनट लंबा और उसके भीतर छुपा इंजन भी ताकतवर होता गया.
शेवरले कैमारो आरएस/एसएस (1969)
यह कार फोर्ड मुस्टांग को सीधी टक्कर देने के इरादे से उतारी गई. पहले इसका नाम पैंथर रखा गया, लेकिन लॉन्च से कुछ ही दिन पहले शेवरले ने नाम बदल दिया. कंपनी चाहती थी कि उसकी हर गाड़ी का नाम सी से शुरू हो, लिहाजा नया नाम मिला कैमारो. बुरे ट्रैक रिकॉर्ड की वजह से कंपनी ने कैमारो में नए सेफ्टी फीचर भी जोड़े.
एमजी एमजीबी रोडस्टर
विंटेज कारों की रैली में आम तौर पर एमजीबी सबसे ज्यादा नजर आती है. सुरक्षा के लिहाज से इस कार ने मानक गढ़े. यह पहली कार थी जिसमें टक्कर का असर कम करने के लिए क्रम्पल जोन था. ब्रिटेन की यह हल्की स्पोर्ट्स कार आज भी कई नई स्पोर्ट्स कारों पर भारी पड़ती है. अगर आपको भी विंटेज कारों का शौक है तो एमजीबी से आगाज किया जा सकता है.