रूस के इस खूबसूरत गांव के लिए कोरोना वायरस महामारी किसी वरदान की तरह आई है. यहां जमीन के दाम दोगुने हो गए हैं. लोग आए हैं तो साथ में तरक्की भी चली आई है.
तस्वीर: DW/F. Taube
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काला सागर के करीब बसा क्रासन्या पोल्याना किसी पेंटिंग सा खूबसूरत है. इसके नाम का अर्थ है घास के लाल मैदान. घास तो नहीं, पर जमीन के दाम आजकल क्रासन्या पोल्याना में जरूर लाल चल रहे हैं. मॉस्को में रहने वाले लोगों में दूर-दराज इलाकों में रहने का चलन बढ़ रहा है क्योंकि वे घरों से काम कर सकते हैं. इस चलन ने क्रासन्या पोल्याना की सूरत ही बदल दी है. पांच गलियों का यह गांव चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा है. साफ हवा, नीला आसमान और जरा भी भीड़ नहीं. ये चीजें मॉस्को में तो कम से कम नसीब नहीं होतीं.
क्रासन्या पोल्याना की आबादी पांच हजार है, जो किसी रूसी गांव के लिए आम बात है. लेकिन जो बात आम नहीं है, वह है किसी गांव में 20 कैफे, रेस्तरां, एक पब और एक बार का होना. और हां, तेज वाई फाई भी. क्रासन्या पोल्याना में कुछ रेस्तरां तो महामारी से पहले भी थे जो स्कीइंग के लिए आने वालों के भरोसे चलते थे. 2014 के विंटर ओलंपिक के वक्त यहां से कुछ दूर कुछ रिजॉर्ट्स बनाए गए थे, जिसके बाद स्कीइंग करने के लिए लोग आने लगे थे. लेकिन महामारी के चलते आने वाले लोगों ने इन रेस्तराओं की किस्मत चमका दी और मौसमी तौर पर खुलने वाले ये रेस्तरां अब सालभर खुलने लगे हैं.
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दूसरा घर खरीदने का चलन
महामारी ने रूस में दूसरा घर खरीदने का चलन बढ़ाया है. जिसका असर प्रॉपर्टी की कीमतों पर भी हुआ है. रूस में जमीन के दाम 100 वर्ग मीटर के हिसाब से आंके जाते है, जिसे सोत्की कहा जाता है. एक स्थानीय एजेंट निकोलाई रोगाचेव के मुताबिक क्रासन्या पोल्याना में एक सोत्का जमीन की कीमत 20 लाख रूबल्स यानी करीब 20 लाख रुपये से बढ़कर 50 लाख रूबल यानी लगभग 50 लाख रुपये (प्रति 100 वर्ग मीटर) हो गई है.
संभावना है कि 2021 के आखिर तक यह कीमत 70 लाख रूबल तक पहुंच जाएगी. एक अन्य प्रॉपर्टी एजेंट के शब्दों में, "हम इसे जोम्बी-कयामत कहते हैं.” सीआईएएन रीयल एस्टेट के आंकड़ों के मुताबिक गांव में कॉटेज की कीमत 40 लाख रुबल से लेकर नौ करोड़ रूबल तक हो सकती है. यह मांग बड़े शहरों के धनी उद्योगपतियों के कारण बढ़ी है क्योंकि आम रूसी के लिए तो यह कीमत आसमान जैसी ऊंची है.
वर्क फ्रॉम होम का फायदा
गांव में घरों का किराया भी बढ़ गया है. बहुत से ऐसे लोग अब क्रासन्या पोल्याना में किराये पर रह रहे हैं, जिनके दफ्तर मॉस्को में हैं और घरों से काम करने की इजाजत या सहूलियत दे रहे हैं. गांव से एयरपोर्ट सिर्फ 40 किलोमीटर है और हाइकिंग भी की जा सकती है. यह बहुत से लोगों को रास आता है. मॉस्को के डेटा ऐनालिस्ट किरील रिजोनकोव कहते हैं, "मुझे हाइकिंग करना बहुत पसंद है. शाम के वक्त आसपास के इलाकों में कुछ लोगों से बढ़िया बातचीत का भी अपना आनंद है."
बीते अक्टूबर में गांव में काम करने के लिए सार्वजनिक दफ्तर भी खुल गया है, जो आमतौर पर आईटी और स्टार्टअप विशेषज्ञ इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके मालिक को उम्मीद है कि महामारी जो भी रूप से क्रासन्या पोल्याना का रूस का सिलिकन वैली बनना तय है.
इस को-वर्किंग स्पेस के मैनेजर इल्या क्रेमर कहते हैं, "लोगों को फायदे नजर आने लगे हैं. मॉस्को का वक्त वही है जो गांव का है. सिर्फ दो घंटे की फ्लाइट है. सर्दियों में स्की और गर्मियों में समुद्र तट उपलब्ध है. और ओलंपिक के कारण यहां इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार है."
वीके/एए (रॉयटर्स)
यूरोप: थम रही महामारी, करें छुट्टियों की तैयारी
यूरोप में जैसे जैसे टीकाकरण रफ्तार पकड़ रहा है, वैसे वैसे कोविड-19 महामारी के फैलने की रफ्तार धीमी होती जा रही है. कई देश घूमने-फिरने पर लागू प्रतिबंधों को हटा रहे हैं और पर्यटन के फिर से शुरू होने की उम्मीद कर रहे हैं.
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ऑस्ट्रिया
19 मई को ऑस्ट्रिया में रेस्तरां, होटल, सिनेमा घर और खेल-कूद के संस्थान खोल दिए जाएंगे. इनमें कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर प्रवेश की अनुमति मिल जाएगी. सिर्फ कोविड-19 से ठीक हो चुके लोग ही नहीं, बल्कि टीका ले चुके अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भी देश आ सकेंगे. ऐसे लोगों को क्वारंटाइन में भी नहीं रहना होगा.
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स्विट्जरलैंड
अगर आप हवाई यात्रा पर स्विट्जरलैंड जाना चाह रहे हैं, तो आपके लिए कोविड नेगेटिव जांच रिपोर्ट अनिवार्य है. आस पास के देशों में रहने वाले लोग सड़क मार्ग से जा सकते हैं. उनके लिए यह रिपोर्ट अनिवार्य नहीं है. होटल, संग्रहालय, दुकानें, सिनेमा घर, मनोरंजन पार्क आदि खुले हुए हैं. रेस्तरां खुले में अतिथियों की सेवा कर सकते हैं. अधिकतम लोगों के जमा होने की संख्या, दूरी और मास्क पहनने जैसे नियम लागू हैं.
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ग्रीस
ग्रीस में भी रेस्तरां में खुले में अतिथियों को बैठाया जा सकता है, लेकिन रात के 10.45 बजे के बाद नहीं. रात 11 बजे से कर्फ्यू लागू हो जाता है. देश घूमने आने वालों को ऑनलाइन अपनी सारी निजी जानकारी और नेगेटिव जांच रिपोर्ट देनी होती है. अगर उन्हें टीका लग चुका है तो उन्हें उसका प्रमाण देना होगा. खुद को क्वारंटाइन करने की आवश्यकता नहीं है.
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इटली
इटली भी धीरे धीरे प्रतिबंधों को हटा रहा है. रेस्तरां उन्हीं इलाकों में खुले हैं जहां संक्रमण के मामले कम हो गए हैं, लेकिन वहां भी सिर्फ खुले में ही बैठने और खाने-पीने का प्रबंध किया जा सकता है. रात के 10 बजे से कर्फ्यू लागू हो जाता है. कुछ स्थानों पर संग्रहालय और सिनेमा घर भी खुल गए हैं. दो जून से आधिकारिक रूप से गर्मियों के इंतजाम करने का लक्ष्य है.
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फ्रांस
फ्रांस भी धीरे धीरे खुल रहा है. स्थानीय लोग बिना किसी पाबंदी के अपने घरों से 10 किलोमीटर से ज्यादा दूर भी जा सकते हैं. देश के अंदर यात्रा करने की भी अनुमति दे दी गई है. शाम के सात बजे से कर्फ्यू लग जाता है लेकिन 19 मई से कर्फ्यू 9 बजे से लगेगा. उसके बाद रेस्तरां अतिथियों को खुले में बैठा सकेंगे और दुकानें और सांस्कृतिक संस्थान भी खुल सकेंगे.
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स्पेन
स्पेन में स्थिति काफी सामान्य हो चुकी है और कई प्रतिबंध हटा दिए गए हैं, लेकिन कई प्रांत अभी भी कर्फ्यू जारी रखना चाह रहे हैं. बाहर मास्क पहनना अनिवार्य है. यूरोपीय संघ और शेंगेन देशों से लोग आ सकते हैं लेकिन ज्यादा जोखिम वाले इलाकों से आने वालों को नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखानी पड़ेगी.
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पुर्तगाल
पुर्तगाल में करीब साढ़े पांच महीनों के बाद एक मई को आपातकाल हटाया गया. अब रेस्तरां, सांस्कृतिक संस्थान और मनोरंजन के संस्थान अब रात के 10.30 बजे तक खुले रह सकते हैं. स्पेन के साथ सीमा भी फिर से खोल दी गई है. हालांकि अभी भी ऐसे देशों से सैलानियों के यहां आने पर प्रतिबंध है जहां 14 दिनों में 150 से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं.
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क्रोएशिया
क्रोएशिया में होटल अतिथियों का स्वागत कर सकते हैं और रेस्तरां के बाहर खुले में बैठ कर खाना खाया जा सकता है. दूसरे देश के नागरिकों को नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण का प्रमाण दिखाना अनिवार्य है.
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डेनमार्क
दुकानें खोल दी गई हैं, लेकिन रेस्तरां के अंदर बैठ कर खाने के लिए लोगों को एक ऐप पर यह जानकारी देनी पड़ेगी कि कोविड से ठीक हो चुके हैं, या जांच रिपोर्ट नेगेटिव है या उन्हें टीके की सभी खुराकें मिल चुकी हैं. यूरोपीय संघ और शेंगेन देशों के लोग बिना किसी रोक-टोक के आ सकते हैं, अगर उनका देश "नारंगी" या उससे बेहतर श्रेणी में हो. नारंगी का मतलब जहां कोविड का जोखिम कम है.
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पोलैंड
होटल 50 प्रतिशत क्षमता के बराबर अतिथि ठहरा सकते हैं. 15 मई से खुले में बैठ कर खाना मुमकिन होगा और 19 मई से अंदर बैठ कर भी. बाहर से आने वाले लोगों को नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखानी होगी, नहीं तो 10 दिनों को खुद को क्वारंटाइन करना होगा. जिन्हें टीका लग चुका है और जो कोविड से ठीक हो चुके हैं उन्हें क्वारंटाइन की आवश्यकता नहीं है.