अगर आप अपने कुत्ते या बिल्ली को घर में अकेला छोड़ आए हैं और परेशान हैं कि न जाने वे घर में क्या हुड़दंग मचा रहे होंगे, तो यह स्मार्ट बॉल आपके लिए बहुत काम की चीज है.
विज्ञापन
A smart ball as dogsitter
00:36
स्मार्टफोन्स का दखल हमारी जिंदगी में इतना बढ़ चुका है कि शायद उनके विकास की यह कहानी आप अपने स्मार्टफोन पर ही देख रहे हैं. इन तस्वीरों में देखिए फोन के 'स्मार्टफोन' होते जाने की यह रोचक कहानी...
कैसे हुआ 'स्मार्ट फोन' इतना स्मार्ट?
स्मार्टफोन्स का दखल हमारी जिंदगी में इतना बढ़ चुका है कि शायद उनके विकास की यह कहानी आप अपने स्मार्टफोन पर ही देख रहे हैं. इन तस्वीरों में देखिए फोन के 'स्मार्टफोन' होते जाने की यह रोचक कहानी...
तस्वीर: Colourbox
सिमोन पर्सनल कम्युनिकेटर
1994 में आईबीएम अपना सिमोन पर्सनल कम्युनिकेटर लेकर आया. ये बहुत स्मार्ट तो नहीं था पर यहीं से शुरूआत हुई. इससे कॉल और मेसेज तो किए ही जा सकते थे साथ में ईमेल और फैक्स भी.
तस्वीर: Getty Images/S. Gallup
ब्लैकबेरी
1999 में ब्लैकबेरी की ईमेल डिवाइस ब्लैकबेरी 850 आई. यह एक फोन नहीं बल्कि एक पेजर था, ईमेल करने के लिए. इसके बाद ब्लैकबेरी ढेर सारे फीचर्स के साथ अपना पहला मोबाइल फोन ब्लैकबेरी 5810 लेकर बाजार में उतरा, जिसे बेहद पसंद किया गया. एक लिहाज से इसके साथ ही स्मार्टफोन्स ने आकार लेना शुरू किया.
तस्वीर: Getty Images
पहला 'स्मार्टफोन'
जब स्वीडिश कंपनी एरिक्सन ने 2000 में अपना आर 380 बाजार में उतारा तो पहली बार इस फोन के लिए 'स्मार्टफोन' शब्द का इस्तेमाल हुआ. यह सिंबियन ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ एक हल्का फ्लिप फोन था.
तस्वीर: Jonas Bergsten
सिंबियन
2011 में एंड्राइड के आने से पहले स्मार्टफोन्स के बाजार में सिंबियन की ही धूम थी. नोकिया अपने सिंबियन फोन्स के साथ मोबाइल बाजार के सबसे बड़े हिस्से में कब्जा किए हुए था.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
आईफोन
एप्पल ने 2007 में अपना पहला मल्टी टच स्क्रीन फोन, आईफोन लांच किया. ये डिजाइन और तकनीक का बेजोड़ नमूना था. स्मार्टफोन्स की दुनिया में ये क्रांति थी. इसके बाद आईफोन सीरिज के स्मार्टफोन्स अपनी खूबसूरती और बेजोड़ तकनीक और फीचर्स से लगातार धूम मचाते गए.
तस्वीर: picture alliance/dpa/J. G. Mabanglo
वायरस का खतरा
कैस्पर स्काई लैब ने 2010 में एंड्राइड से जुड़े पहले वायरस को पहचाना. स्मार्ट फोन्स में लोग बेहिचक अपने बेहद निजी दस्तावेज और पासवर्ड शेयर करते हैं. ऐसे में वासरस स्मार्ट फोन्स की दुनिया के लिए चुनौती हैं. हालांकि एप्पल के आईओएस के साथ वायरस की कोई दिक्कत नहीं है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
एंड्रॉइड
2008 में गूगल स्मार्टफोन मार्केट में अपना नया आॅपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉइड लेकर आया. आईओएस एप्पल ने सिर्फ आईफोन्स के लिए तैयार किया था जबकि एंड्रॉइड को मोबाइल बाजार की तकरीबन सारी ही कंपनियों ने अपना लिया. एंड्रॉइड ने सारे ही फोन्स को 'स्मार्ट' बना डाला.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/C. Kerkmann
स्मार्टफोन्स का भविष्य
लोगों के रोजमर्रा के जीवन में गहराई से शामिल हो चुके स्मार्टफोन्स को और अधिक स्मार्ट बनाने की कंपनियों में होड़ लगी हुई है. ये भविष्य में संभावनाओं से भरा बड़ा बाजार है. ऐसे में स्मार्टफोन्स के और भी स्मार्ट होते जाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा.