कौन है उत्तर कोरिया में घुसा अमेरिकी सैनिक
१९ जुलाई २०२३पांच साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि उत्तर कोरिया ने किसी अमेरिकी को हिरासत में लिया है. नया मामला संयुक्त राष्ट्र के लिए काम कर रहे एक अमेरिकी सैनिक का है जिसके बारे में कहा गया है कि उसने जानबूझ कर और बिना इजाजत के दक्षिण कोरिया से सीमा पार कर उत्तर कोरिया में प्रवेश कर लिया.
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह सैनिक करीब दो महीने से दक्षिण कोरिया की जेल में था और वह सीमा पार कर उत्तर कोरिया में घुस गया. इस सैनिक का नाम प्राइवेट सेकंड क्लास ट्रैविस किंग है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वह किन आरापों में दक्षिण कोरिया की जेल में बंद था लेकिन स्वदेश लौटने पर उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती थी और सेना से निकाला जा सकता था.
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अमेरिकी सेना के प्रवक्ता ब्राइस डबी ने बताया कि किंग जनवरी 2021 में सेना में भर्ती हुए थे. वह फर्स्ट आर्मर्ड डिवीजन के साथ कोरिया में तैनात थे.
कैसे पार की सीमा?
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि किंग ने उत्तर कोरिया की सीमा कैसे पार की क्योंकि वह इलाका हथियारबंद सैनिकों से भरा रहता है. दो अमेरिकी अधिकारियों ने मीडिया को बताया है कि किंग को अमेरिका ले जाने के लिए सेना के जवान हवाई अड्डे पर ले गये थे.
किंग ने हवाई अड्डे में प्रवेश के बाद सुरक्षा जांच भी पूरी कर ली थी और उसके बाद उन्होंने वहां से फरार हो जाने का फैसला किया, जिसकी वजह स्पष्ट नहीं की गयी है.
एक अधिकारी ने बताया कि विमान पर सवार होने के बजाय किंग सोमवार को एयरपोर्ट से बाहर निकल गये और बाद में वह कोरिया के सीमांत गांव पानमुनजोम के टुअर पर जा रहे लोगों के साथ हो लिए.
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वहां से किंग ने सीमा पार की. यह इलाका अक्सर सुरक्षाकर्मियों और पर्यटकों के कारण भीड़भाड़ से भरा रहता है. मंगलवार को स्थानीय समय के मुताबिक दोपहर बाद किंग ने सीमा पार की.
गांव का टुअर करने वाले जिस समूह के साथ किंग थे, उसमें शामिल एक अन्य व्यक्ति ने सीबीएस न्यूज को बताया कि उन्होंने गांव की एक इमारत की सैर की थी और उसके बाद "एक व्यक्ति ने जोर से हा-हा-हा की आवाज निकाली और इमारतों के बीच दौड़ने लगा."
कैसी है उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच सीमा?
पानमुनजोम में मध्यम ऊंचाई की इमारतें और नीली छत वाली झोंपड़िया हैं. वहां सीमा के चप्पे-चप्पे पर सैनिक मौजूद रहते हैं. यह गांव दोनों देशों के बीच सेना-रहित क्षेत्र में है. सेना-रहित क्षेत्र उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच वह इलाका है जहां दोनों पक्षों की निगरानी चौंकियां हैं.
पानमुनजोम गांव में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. कोविड महामारी के पहले एक साल में एक लाख से ज्यादा पर्यटक आए थे. दक्षिण अफ्रीका के एकीकरण मंत्रालय का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र का जो कमांड इस इलाके की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है, उसके अनुरोध पर फिलहाल सभी टुअर्स रद्द कर दिये गये हैं.
यह पहली बार नहीं है जब पानमुनजोन में अमेरिकी सैनिक को लेकर कोई घटना हुई हो. 1976 में अब तक की सबसे चर्चित घटना हुई थी जब दो अमेरिकी सैन्य अफसरों को उत्तर कोरिया के सैनिकों ने कुल्हाड़ी से वार कर मार डाला था. इन सैनिकों को एक 12 मीटर ऊंचे पेड़ को काटने के लिए भेजा गया था, जो निगरानी में बाधा बन रहा था.
उस घटना पर अमेरिकी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए तब अपने परमाणु शक्ति संपन्न बी-52 विमानों को सेना-रहित क्षेत्र में भेजा था.
अब क्या करेगा अमेरिका?
अमेरिका के नेतृत्व वाली संयुक्त राष्ट्र की कमांड का मानना है कि किंग उत्तर कोरिया की हिरासत में है. इस मसले को सुलझाने के लिए कमांड उत्तर कोरिया के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है. इस बारे में उत्तर कोरिया के मीडिया ने अब तक कोई खबर नहीं छापी है.
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का कहना है कि वे हालात पर करीबी निगाह बनाये हुए हैं और मामले की जांच कर रहे हैं. ऑस्टिन ने कहा कि हालात लगातार बदल रहे हैं और नयी जानकारी आने पर जनता को सूचित किया जाएगा.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना उत्तर कोरिया के प्रचार में फायदेमंद हो सकती है. सेंटर फॉर स्ट्रैटिजिक एंड इंटरनेशनल स्ट्डीज के कोरिया विशेषज्ञ विक्टर चा कहते हैं, "ऐतिहासिक रूप से तो उत्तर कोरिया ऐसे लोगों को कई हफ्तों तक हिरासत में रखता है. कई बार महीनों तक भी. उसका मकसद प्रोपेगैंडा होता है और वह कबूलनामे और माफी की उम्मीद करता है. कई बार अमेरिकी अधिकारियों को वहां जाना भी पड़ता है.”
वीके/सीके (रॉयटर्स, एएफपी)