1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
मानवाधिकारअफगानिस्तान

अफगानिस्तान: अब मेडिकल की पढ़ाई भी नहीं कर पाएंगी महिलाएं?

५ दिसम्बर २०२४

अफगानिस्तान में नर्सिंग और दाई का कोर्स कराने वाले संस्थानों के वरिष्ठ कर्मचारियों ने संकेत दिया कि तालिबान के सर्वोच्च नेता के आदेश पर जल्द ही महिलाओं को स्वास्थ्य क्षेत्र में शिक्षा और ट्रेनिंग से वंचित कर दिया जाएगा.

अफगानिस्तान के एक अस्पताल में नर्स.
तालिबान अब महिलाओं की नर्सिंग की पढ़ाई पर भी प्रतिबंध लगाने जा रहा है.तस्वीर: Ali Khara/REUTERS

अफगानिस्तान में स्वास्थ्य अधिकारियों ने हाल ही में राजधानी काबुल में शिक्षा संस्थानों के निदेशकों से मुलाकात की. इस मौके पर शिक्षा संस्थानों के मैनेजमेंट को बताया गया कि तालिबान के सर्वोच्च नेता के आदेश पर जल्द ही अफगान महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी पढ़ाई लेने से रोक दिया जाएगा.

सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी एएफपी से बात करते हुए कहा कि इस मामले में कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है, लेकिन शैक्षणिक संस्थानों के निदेशकों को एक बैठक में बताया गया कि महिलाएं और लड़कियां अब उनके संस्थानों में नहीं पढ़ सकतीं.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, "उन्हें कोई विवरण नहीं दिया गया है, लेकिन उन्हें सर्वोच्च नेता के आदेश के बारे में बताया गया था और इसे लागू करने के लिए कहा गया." प्रतिशोध के डर से नाम न छापने की शर्त पर शैक्षणिक संस्थान के प्रशासक ने कहा कि बैठक में विभिन्न शैक्षणिक केन्द्रों के संचालक मौजूद थे.

बैठक में मौजूद एक संस्थान के मैनेजर ने डर के कारण अपना नाम गुप्त रखने का अनुरोध करते हुए कहा कि बैठक में दर्जनों मैनेजर उपस्थित थे.

एक अन्य शैक्षणिक केंद्र के एक वरिष्ठ कर्मचारी ने एएफपी को बताया कि उनके संस्थान के प्रमुख ने परेशान करने वाले फैसले के बारे में मंगलवार को स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक अलग बैठक की. उन्होंने आगे कहा कि तालिबान के सर्वोच्च नेता के इस आदेश के सामने आने के बाद, उन संस्थानों को अंतिम परीक्षा के लिए दस दिन का समय दिया गया. कुछ प्रशासकों ने मंत्रालय से स्पष्टीकरण का अनुरोध किया, जबकि अन्य ने लिखित आदेश नहीं होने से कामकाज सामान्य रूप से किया.

तालिबान की सत्ता में वापसी के ये तीन साल कैसे रहे

महिलाओं को शिक्षा से दूर करता तालिबान

2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में वापस आने के कुछ समय बाद, देश में लड़कियों और महिलाओं का जीवन और अधिक सीमित हो गया है और उनके सामाजिक, शैक्षिक और बुनियादी अधिकार संकुचित हो गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने लड़कियों को माध्यमिक विद्यालय से आगे की शिक्षा से वंचित करने के तालिबान के फैसले की कई बार आलोचना की है.

तालिबान शासन द्वारा अफगान लड़कियों को माध्यमिक शिक्षा से आगे की पढ़ाई प्रतिबंधित करने के बाद, महिला छात्रों ने स्वास्थ्य शिक्षा संस्थानों की ओर रुख करना शुरू कर दिया. स्वास्थ्य संस्थान उन कुछ क्षेत्रों में से एक हैं जो अभी भी अफगान महिलाओं के लिए खुले थे. अधिकांश अफगान महिला छात्राएं स्वास्थ्य केंद्रों में पढ़ रही हैं.

अफगानिस्तान में लगभग 10 सार्वजनिक और 150 से अधिक निजी स्वास्थ्य संस्थान हैं, जिनमें दाई से लेकर एनेस्थीसिया, फार्मेसी और डेंटल तक 18 विषयों में दो साल के डिप्लोमा और ट्रेनिंग शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इन शैक्षणिक केंद्रों में कुल 35,000 छात्राएं पढ़ रही हैं.

तालिबान ने जारी किया सभी ब्यूटी पार्लर बंद करने का फरमान

अफगान महिलाएं और स्वास्थ्य संस्थाएं

काबुल स्थित एक निजी संस्थान में दाई की पढ़ाई कराने वाली एक टीचर आयशा (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उन्हें प्रबंधन से एक संदेश मिला है, जिसमें उन्हें बिना किसी स्पष्टीकरण के अगले आदेश तक काम पर न आने को कहा गया है.

28 साल की आयशा ने कहा, "यह हमारे लिए बहुत बड़ा झटका है. मनोवैज्ञानिक रूप से हम हिल गए हैं. "उन्होंने आगे कहा, "यह उन लड़कियों और महिलाओं के लिए आशा का एकमात्र स्रोत था, जिन्हें विश्वविद्यालय की शिक्षा प्राप्त करने से रोक दिया गया था. "

अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा कि प्रतिबंध से "पहले से ही तबाह स्वास्थ्य क्षेत्र को और नुकसान होगा." उसने कहा, "हमारे पास पहले से ही पेशेवर चिकित्सा और पैरामेडिकल कर्मचारियों की कमी है, आगे और कमी हो जाएगी."

एए/वीके (एएफपी)

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें