सीरिया में एक्टिविस्टों ने आरोप लगाया है कि सरकारी सैनिकों ने इदलीब में फिर क्लोरीन गैस का हमला किया है. साराकेब शहर में चिकित्सकों ने कहा है कि सरकारी हवाई हमले के बाद उन्होंने हमले के पीड़ितों का इलाज किया है.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय के कड़े प्रतिबंध के बावजूद कुछ देशों पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने के आरोप लगते हैं. आखिर कौन से हैं ये घातक रासायनिक हथियार.
ये हैं सबसे खतरनाक रासायनिक हथियार
अंतरराष्ट्रीय समुदाय के कड़े प्रतिबंध के बावजूद कुछ देशों पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने के आरोप लगते हैं. आखिर कौन से हैं ये घातक रासायनिक हथियार.
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VX
VX बेहद जहरीला रासायनिक मिश्रण है. ऑर्गनोफॉस्फेट क्लास का यह कंपाउंड रंगहीन और गंधहीन द्रव होता है. यह सीधा इंसान के तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है. इसका असर सेकेंडों के भीतर होता है. इसकी छोटी सी डोज भी जान लेने के लिये काफी है. VX के शिकार इंसान दम घुटने या हृदय नाकाम होने से मारे जाते हैं.
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सारीन
सारीन बेहद विषैला रसायन है. इसकी एक बूंद भी एक व्यस्क इंसान को तुरंत मार सकती है. VX की तरह सारीन भी तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है. सारीन के संपर्क में आने वाले की मांसपेशियां नाकाम हो जाती है और आखिरकार मौत हो जाती है.
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मस्टर्ड गैस
इसका असर धीमा लेकिन घातक होता है. मस्टर्ड गैस आंखों, श्वसन तंत्र, त्वचा और कोशिकाओं पर हमला करती है. पहली बार त्वचा से इसका संपर्क होने पर ऐसा लगता है जैसे जला हो. लेकिन कुछ देर बाद बेहद तेज दर्द होने लगता है. यह गैस इंसान को अंधा भी कर सकती है.
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फॉसजेन
फॉसजेन को अब तक के सबसे घातक रासायनिक हथियारों में गिना जाता है. प्लास्टिक और कीटनाशक बनाने में इस्तेमाल होने वाली फॉसजेन गैस रंगहीन होती है. फॉसजेन से संपर्क में आते ही इंसान की सांस फूल जाती है, कफ बनने लगता है, नाक बहने लगती है.
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क्लोरीन
क्लोरीन का इस्तेमाल आम तौर पर सफाई, कीटनाशक बनाने, रबर बनाने या फिर पानी को साफ करने के लिए किया जाता है. लेकिन अगर क्लोरीन को ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो ये जानलेवा साबित होती है. यह गैस सीधे फेफड़ों पर हमला करती है और जान लेकर ही छोड़ती है.