एमनेस्टी:सऊदी में खराब स्थिति में काम कर रहे एमेजॉन कर्मचारी
१२ अक्टूबर २०२३मानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि सऊदी अरब में एमेजॉन के गोदामों में काम करने वाले प्रवासी कर्मचारी "दयनीय" और भयावह परिस्थितियों में हैं. इन श्रमिकों को लगातार नौकरी के दौरान सुरक्षा खतरों और उनकी मेहनत की कमाई की चोरी का सामना करना पड़ता है.
एमनेस्टी ने कहा है कि श्रम आपूर्ति कंपनियों ने उन कर्मचारियों पर भारी जुर्माना लगाने की भी धमकी दी है जो अपने नियोक्ताओं के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट की अवधि कम करना चाहते हैं. इस तरह से ये श्रमिक प्रभावी रूप से सऊदी में फंस गए हैं.
दुर्व्यवहार का सामना करते कर्मचारी
एमनेस्टी के आर्थिक और सामाजिक न्याय प्रमुख स्टीव कॉकबर्न ने कहा, "श्रमिकों ने सोचा कि वे एमेजॉन के साथ एक सुनहरे अवसर का लाभ उठा रहे हैं, लेकिन इसके बजाय उन्हें दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा, जिस कारण कई लोग सदमे में हैं."
उन्होंने आगे कहा, "हमने जिन लोगों से बातचीत की, उनमें से कई को गंभीर दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा जो कि श्रम शोषण के लिए मानव तस्करी के बराबर माना जा सकता है."
एमनेस्टी ने कहा कि रिपोर्ट में नेपाल के 22 पुरुषों के इंटरव्यू शामिल हैं, जिन्होंने 2021 तक सऊदी की राजधानी रियाद या लाल सागर के तटीय शहर जेद्दा में गोदामों में काम किया था.
कर्ज तले दबे हैं कई कर्मचारी
कॉकबर्न के मुताबिक एमनेस्टी को संदेह है कि "सैकड़ों और श्रमिकों को इसी तरह के भयावह और अपमानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है." एमनेस्टी ने भर्ती एजेंटों और दो सऊदी श्रम आपूर्ति कंपनियों पर प्रवासी श्रमिकों को धोखा देने का आरोप लगाया है. जिन श्रमिकों ने सोचा था कि उन्हें सीधे काम पर रखा जाएगा उन्होंने भर्ती शुल्क का भुगतान करने के लिए भारी कर्ज लिया था. यह शुल्क एजेंटों ने वसूला था.
एमनेस्टी ने कहा कि सऊदी अरब पहुंचने पर उन्हें "बेहद गंदे और भीड़भाड़ वाले आवास" में रहना पड़ा. एमनेस्टी ने साथ ही कहा कि ऐसे कर्मचारियों की निगरानी होती थी और आराम के लिए अपर्याप्त समय दिया जाता था. इन हालातों के कारण वे कई बार बीमार भी पड़ जाते.
देव नामक एक कर्मचारी ने एमनेस्टी को बताया, "मैंने दीवार कूदने की कोशिश की, मैंने खुद को मारने की कोशिश की. मैंने अपनी मां को बताया तो उन्होंने कहा कि ऐसा मत करो, हमें लोन मिल जाएगा. उन्हें कर्ज लिए हुए आठ महीने हो गए हैं और ब्याज अब जुड़ रहा है."
एमनेस्टी ने एमेजॉन से प्रभावित श्रमिकों को मुआवजा देने और उसकी आपूर्ति श्रृंखला में काम करने की स्थिति की जांच करने की मांग की है.
एमेजॉन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑपरेशंस जॉन फेल्टन ने एएफपी को भेजे गए एक बयान में कहा कि एमेजॉन इन आरोपों से बेहद चिंतित है. उन्होंने कहा सऊदी अरब में कुछ कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों के साथ "हमारे द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप व्यवहार नहीं किया गया और वह गरिमा और सम्मान नहीं दिया गया जिसके वे हकदार हैं."
एमनेस्टी ने सऊदी के अधिकारियों से दुर्व्यवहार के मामलों की जांच करने और विदेशी श्रमिकों के लिए स्थितियों में सुधार करने की भी अपील की है. एएफपी ने इस बारे में सऊदी सरकार से भी सवाल पूछे थे लेकिन अब तक उसे जवाब नहीं मिला.
एए/सीके (एएफपी)