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ऑस्ट्रिया में चुनाव, यूरोप में राजनीतिक तूफान

महेश झा२३ मई २०१६

ऑस्ट्रिया में पहली बार चुनाव के अंतिम दौर में मुख्य धारा की पार्टी का कोई उम्मीदवार नहीं था. आखिरकार जीत ग्रीन उम्मीदवार की हुई लेकिन धुर दक्षिणपंथी उम्मीदवार को मिले समर्थन ने यूरोप की स्थापित पार्टियों को हिला दिया है.

Alexander Van der Bellen Sieg in Österreich
तस्वीर: picture-alliance/dpa/F.Wieser

राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम दौर में पहुंचे उग्र दक्षिणपंथी फ्रीडम पार्टी के नॉर्बर्ट होफर और स्वतंत्र उम्मीदवार अलेक्जांडर फान डेअ बेलेन को 50-50 प्रतिशत मत मिले हैं. बेलेन पहले ग्रीन पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं और अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो किसी यूरोपीय देश के पहले ग्रीन राष्ट्रपति होंगे. होफर फ्रीडम पार्टी के हैं जो पॉपुलिस्ट तो है ही यूरोप विरोधी भी है. उन्होंने कहा भी है कि राष्ट्रपति बनने पर वह देश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगे. यूरोपीय संघ की बैठकों में उनके जैसे यूरोप विरोधी नेता का पहुंचना काफी हलचल पैदा करेगा.

चुनाव में दोनों उम्मीदवारों को लगभग बराबर वोट मिलना ऑस्ट्रिया के समाज में आए दोफाड़ को दिखाता है. चुनाव परिणामों से चिंतित लक्जेमबर्ग ने यूरोपीय संघ के साथी देशों से यूरोप में पॉपुलिस्ट पार्टियों के खिलाफ निर्णायक रुख अपनाने की अपील की है. लक्जेमबर्ग के विदेश मंत्री जाँ आसेबॉर्न ने कहा कि सालों से यह चिंता है कि कई देशों में इंकार या यूरोप को नष्ट करने की प्रवृति है. उन्होंने कहा कि इसकी वजह यह भी हो सकती है कि यूरोप के विचार को सही दलीलों के साथ पेश नहीं किया गया है. उन्होंने ईयू की सदस्यता पर ब्रिटेन में होने वाले जनमत संग्रह के बाद यूरोपीय एकता पर नई पहल करने की मांग की है.

हालांकि यूरोपीय संघ के कई देशों में पिछले सालों में उग्र दक्षिणपंथी पार्टियां मजबूत होती गई हैं , लेकिन पिछले एक साल में शरणार्थी संकट ने इसे और हवा दी है. जर्मनी और फ्रांस सहित कई देशों में विदेशी विरोधी पार्टियों के लिए समर्थन बढ़ा है और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अनुदारवादी और वामपंथी धरों में बंटी मुख्य धारा की पार्टियों लगातारक घटता जा रहा है. ऑस्ट्रिया में राष्ट्रपति का पद यूं तो समारोही है लेकिन उसका चुनाव सीधे मतदाता द्वारा किया जाता है और ताजा चुनावों में मतदाताओं ने अपना गुस्सा खुलकर दिखाया है.

ऑस्ट्रिया के चुनाव नतीजों से जर्मनी की वामपंथी एसपीडी भी चिंतित है. पार्टी के संसदीय दल के नेता थोमस ओपरमन ने चुनाव के नतीजों को सदमा बताते हुए कहा, "यह सभी लोकतांत्रिक ताकतों को चेतावनी है कि वे मिल-जुल कर विदेशी-विरोध और असहिष्णुता का मुकाबला करें." यूरोप के उदारवादियों के लिए भी ऑस्ट्रिया के चुनाव चिंता पैदा करने वाले हैं. यूरोपीय संसद के उपाध्यक्ष और लिबरल पार्टी के नेता अलेक्जांडर ग्राफ लाम्ब्सडॉर्फ ने इसे अशांत करने वाला बताया कि ऑस्ट्रिया के 50 प्रतिशत मतदाताओं ने फ्रीडम पार्टी के उम्मीदवार को वोट दिया है जो साफ तौर पर उग्र दक्षिणपंथी हैं.

फान डेअ बेलेन और होफरतस्वीर: picture-alliance/dpa/F. Wieser

आरंभिक चुनाव नतीजों के बाद ऑस्ट्रिया के नेता देश की छवि को नुकसान पहुंचाने से बचाने की कोशिश कर रहे हैं. होफर ने अपना बचाव करते हुए कहा है कि वह उग्र दक्षिणपंथी नहीं हैं. अपने बचाव में उन्होंने पार्टी के संविधान की तुलना अमेरिका की रिपब्लिकन और डेमोक्रैटिक पार्टी से करने की दलील दी है. ग्रीन उम्मीदवार फॉन डेअ बेलेन ने होफर को मिले वोट को सरकारी पार्टियों के खिलाफ मतदाताओं के विरोध का वोट बताकर यूरोपीय देशों में चिंता को कम करने की कोशिश की है.

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