बिग डाटा की मदद से दुर्लभ प्रजातियों की रक्षा
७ जून २०१९Big data helps save rare species in Kenya
अपने बच्चों को जू में भी नहीं दिखा पाएंगे आप ये जानवर
अपने बच्चों को जू में भी नहीं दिखा पाएंगे आप ये जानवर
दुनिया भर में जीव जंतुओं की 27,000 प्रजातियों पर विलुप्ति का खतरा है. एक नजर एशिया के उन जानवरों पर जो शायद कुछ सालों बाद हमें सिर्फ तस्वीरों और किताबों में ही नजर आएंगे.
ओरांग उटान
इंडोनेशिया में पाए जाने वाली वानर की एक प्रजाति ओरांग उटान पर खतरा मंडरा रहा है. बीते कुछ सालों में दुनिया भर में ताड़ के तेल की मांग बढ़ी है और इंडोनेशिया में ताड़ के पेड़ों की खेती भी. इन खेतों के लिए वे जंगल नष्ट कर दिए गए जिनमें ओरांग उटान रहते हैं.
दक्षिण चीनी बाघ
वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड WWF के अनुसार एशिया का यह बाघ लगभग विलुप्त हो चुका है. कभी इन्हें चीन के जंगलों में पाया जाता था. अब इन्हें केवल देश के गिने चुने जू में ही देखा जा सकता है. कुल मिला कर इन जू में 60 बाघ बचे हैं.
सुंडा पैंगोलिन
पैंगोलिन कुछ कुछ छिपकली जैसे दिखने वाले जंतु होते हैं जो चींटियां खा कर अपना पेट भरते हैं. इनकी आठ प्रताजियां मौजूद हैं जिनमें से एक सुंडा पैंगोलिन विलुप्ति की कगार पर है. इनके अलावा चीनी पैंगोलिन की संख्या भी तेजी से गिर रही है.
जावा के गैंडे
गैंडों की कई प्रजातियां होती है लेकिन एक सूंड वाले गैंडे सबसे दुर्लभ होते हैं. इनकी सूंड 25 सेंटीमीटर से भी छोटी होती है. आकार में भी ये दूसरों गैंडों के मुकाबले छोटे होते हैं. फिलहाल इस प्रजाति के चुनिंदा गैंडे इंडोनेशिया के जावा में उजुंग कुलौन नेशनल पार्क में ही बचे हैं.
सुमात्रा के बाघ
भारत ने बाघों की गिरती संख्या पर काबू पा लिया है लेकिन इंडोनेशिया में ऐसा नहीं हो पाया है. 2008 से सुमात्रा के बाघ इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन एंड नेचर की विलुप्ति के कगार पर खड़े जानवरों की सूची में शामिल हैं. ताड़ के पेड़ों के लिए जंगलों के काटे जाने से इन पर यह खतरा बढ़ा है.
बैक्ट्रियन ऊंट
भारत में पाए जाने वाले ऊंटों से अलग, इन ऊंटों की पीठ पर दो कूबड़ होते हैं. उत्तरी चीन और मंगोलिया के कुछ हिस्सों में ये ऊंट पाए जाते हैं. रिहाइशी इलाकों के बढ़ने और रेगिस्तान के घटने ने इनके अस्तित्व पर सवालिया निशान लगा दिया है.
सैगा
हिरण की यह प्रजाति आज सिर्फ रूस और कजाखस्तान के कुछ हिस्सों में ही पाई जाती है. जलवायु परिवर्तन के कारण जंगलों और जानवरों के जीवन में होने वाले बदलावों का असर सैगा पर खास पड़ा है.
सफेद बगुला
भारत में हिमालय के पहाड़ों में मिलने वाला यह खूबसूरत बगुला भी विलुप्ति की कगार पर है. भारत के अलावा यह भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार में पाया जाता है. शहरीकरण ने इसके अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है.
रूसी स्टर्जन
फिलहाल समुद्री मछली की इस प्रजाति को ईरान, कजाखस्तान और पूर्वी यूरोप के कुछ देशों में पाया जा सकता है. लेकिन जरूरत से ज्यादा मछली पकड़ने और पानी के प्रदूषण के चलते इनकी संख्या में काफी कमी आई है.
काली कलगी वाला लंगूर
साल 2000 तक माना जा रहा था कि लंगूरों की यह प्रजाति विलुप्त हो चुकी है. लेकिन 2002 में उत्तरी वियतनाम में कुछ ब्लैक क्रेस्टेड गिब्बन यानी काली कलगी वाले लंगूर देखे गए. हालांकि अब भी ये सुरक्षित नहीं हैं.