वैसे तो मोहब्बत अंधी होती है, लेकिन अगर मोहब्बत डॉनल्ड ट्रंप से है तो फिर आपको सरप्राइज के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए. एच1बी वीजा पर लगी पाबंदियां पहला सरप्राइज हैं.
विज्ञापन
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के शायद सबसे ज्यादा चाहने वाले अमेरिका के बाद भारत में रहते हैं. तभी तो, जिस दिन से डॉनल्ड ट्रंप को उम्मीदवारी मिली थी, उसी दिन से पूरी दुनिया चिंता में मरी जा रही थी लेकिन भारत में उनके जीत के लिए कुछ लोग हवन कर रहे थे. ट्रंप ने चुनाव के दौरान तो भारत और भारतीयों से मोहब्बत के इजहार में कमी नहीं छोड़ी. उनका "आई लव हिंदूज” याद कीजिए. वीडियो झूठा था या सच्चा, लोगों ने उनसे "अबकी बार ट्रंप सरकार” भी कहलवा दिया.
असली बालों वाले नकली डॉनल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन के व्हाइट हाउस के साथ ही पैरिस के वैक्स म्यूजियम में भी अपनी जगह संभाल ली है. देखिए...
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
पैरिस के मैडम तुसाद म्यूजियम ने डॉनल्ड ट्रंप के पुतले को प्रदर्शन के लिए पेश कर दिया है.
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से एक दिन पहले इस पुतले को प्रदर्शन के लिए रखा गया.
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
इस पुतले में इंसान के असली बालों का इस्तेमाल किया गया है, जो अनोखा प्रयोग है.
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
लंदन के मैडम तुसाद म्यूजियम में भी डॉनल्ड ट्रंप का मोम का पुतला रखा गया है.
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
लेकिन लंदन के म्यूजियम में रखे गए पुतले में याक के बालों को इस्तेमाल किया गया है.
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
डॉनल्ड ट्रंप अपने अनोखे हल्के पीले रंग के बालों के कारण चर्चा में में रहे हैं.
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
पैरिस में कलाकारों ने पुतले के लिए एक-एक बाल को अलग से रंगा है.
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
पैरिस म्यूजियम की प्रवक्ता वेरोनिक बेरेस्ज ने कहा कि सही रंग पाना एक चुनौती थी.
तस्वीर: Reuters/P.Wojazer
8 तस्वीरें1 | 8
यह शायद हवन की ताकत थी कि जिस आदमी के खिलाफ अमेरिका का मीडिया, अमेरिकी जनता और यहां तक कि उनकी अपनी रिपब्लिकन पार्टी भी खड़ी थी, वह चुनाव जीत गया. आप चाहें तो इस बात को अमेरिकी चुनाव व्यवस्था और इलेक्ट्रोरल कॉलेज का हवाला देकर काट सकते हैं. जितने मुंह, उतनी बातें, लेकिन ट्रंप ने सत्ता संभालते ही ‘प्यार का पंचनामा' कर डाला. उनके ‘भारतीय भक्त' सात मुस्लिम बहुल देशों के लोगों की अमेरिका में ‘नो एंट्री' का जश्न की मना रहे थे कि ट्रंप प्रशासन की तरफ से ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है' के सुर सुनाई दिए. राष्ट्रपति ट्रंप ने न जाने कितने भारतीयों के ‘अमेरिकन ड्रीम' का बंटाधार कर दिया. नए जाने वाले लोगों की तो छोड़िए हो सकता है जो तीन से साढ़े तीन लाख भारतीय इंजीनियर अमेरिका में एच1बी वीजा पर काम कर रहे हैं, कहीं उन्हें भी ‘स्वदेश' न लौटना पड़ जाए. ट्रंप ने साफ कर दिया है कि अब एच1बी वीजा चाहिए तो और ‘काबिल' बनिए. साल में 60 हजार डॉलर की सैलरी से काम नहीं चलेगा. अगर 1 लाख तीस हजार डॉलर पाने का दमखम है तो एच1बी वीजा की लाइन में लगिए, वरना ट्रंप भारतीयों के बिना ही ‘अमेरिका को फिर से महान' बना लेंगे.
जानिए, राष्ट्रपति बनते ही क्या क्या बोले ट्रंप
राष्ट्रपति बनते ही क्या बोले ट्रंप
शपथ लेने के बाद अमेरिका के नये राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक भावुक भाषण दिया. हालांकि उन्होंने ज्यादातर वही बातें कहीं जो वह अब तक कहते आ रहे हैं. जानिए, उन्होंने क्या कहा...
तस्वीर: Reuters/C. Barria
आज का दिन ऐसे दिन के रूप में याद रखा जाएगा जब अमेरिका का शासन फिर से जनता के हाथ में गया.
तस्वीर: Getty Images/AFP/S. Loeb
आप लाखों की संख्या में ऐसे समारोह को देखने आए जैसा आज तक दुनिया ने कभी नहीं देखा है.
तस्वीर: Reuters/K. Lamarque
अमेरिकी अपने बच्चों के लिए अच्छे स्कूल, परिवार के लिए सुरक्षा और अपने लिए अच्छी नौकरियां चाहते हैं. यह बहुत जायज मांग हैं.
तस्वीर: Getty Images/A. Wong
हम एक देश हैं. लोगों की सफलता ही हमारी सफलता है. उनका दिल हमारा दिल है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/M. Ralston
दशकों तक हमने विदेशी उद्योगों को अपने उद्यमों की कीमत पर आगे बढ़ाया है. लेकिन यह बीता हुआ समय है. अब हम सिर्फ भविष्य की ओर देखेंगे.
तस्वीर: Reuters/L. Nicholson
कट्टरवादी इस्लामिक आतंकवाद का धरती से समूल नाश कर देंगे.
तस्वीर: Reuters/B. Snyder
कोई डर नहीं होना चाहिए. हम पूरी तरह सुरक्षित हैं और हमेशा रहेंगे.
तस्वीर: Reuters/B. Snyder
हमें बड़ा सोचना है और ज्यादा बड़े सपने देखने हैं.
तस्वीर: Reuters/L. Nicholson
हम दुनिया की दिशा तय करेंगे.
तस्वीर: Reuters/B. Snyder
ऐसे नेताओं को खारिज करना है जो बोलते हैं पर करते कुछ नहीं.
तस्वीर: Reuters/C. Barria
हम विफल नहीं होंगे. हमारा देश फिर से महान होगा.
तस्वीर: Reuters/L. Nicholson
11 तस्वीरें1 | 11
इसी एच1बी वीजा का बदौलत ही अमेरिका की सिलिकॉन वैली में भारत का डंका बजा है. लेकिन अब ट्रंप ढोल छीन लेने पर ही आमादा हैं. पिछले साल अगस्त तक अमेरिका ने जितने भी एच1बी वीजा जारी किए थे, उनमें से 72 प्रतिशत भारतीयों के खाते में आए थे. अमेरिका से भारत के आईटी सेक्टर से हर साल 65 अरब डॉलर की आमदनी होती है, ट्रंप का ताजा कदम उस पर डाका डाल सकता है. लेकिन कहते हैं ना कि प्यार और जंग में सब कुछ जायज है. इसलिए
"इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिये होता है क्या". जो नए जमाने के हैं, उन्हें "अभी तो पार्टी शुरू हुई है" ज्यादा समझ आएगा.