न्यूयॉर्क की अंधेरी गलियों से ओलंपिक तक पहुंचा ब्रेकडांस
विवेक कुमार
२९ अप्रैल २०२४
इस साल पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में एक ही नया खेल जोड़ा जा रहा है. यह है ब्रेकिंग, जिसे आमतौर पर ब्रेक डांस के नाम से जाना जाता है.
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2024 के पेरिस ओलंपिक में जोड़ा गया एकमात्र नया खेल है ब्रेकिंग, यानी ब्रेकडांसिंग. डांस का एक स्टाइल होने से खेल के रूप में ओलंपिक्स तक पहुंचने की ब्रेकडांस की यात्रा बहुत मजेदार रही है.
ब्रेकडांस कहां से और कब पैदा हुआ, इस बारे में कोई ठोस राय तो नहीं है लेकिन आमतौर पर माना जाता है कि 1970 के दशक में अमेरिका के न्यूयॉर्क के गरीब इलाके ब्रॉन्क्स में यह खूब लोकप्रिय था. वहां हिप-हॉप के संस्थापक कहे जाने वाले डीजे कूल हर्क इस डांस के कार्यक्रम आयोजित किया करते थे.
तब डांस फ्लोर पर लड़के-लड़कियां इस अंदाज में नाचते थे. इसे ब्रेकिंग कहा जाता था क्योंकि जिन धुनों पर वे नाचते थे, उनमें सिर्फ परकशन यानी ड्रम का ट्रैक सुनाई देता था.
खेलों की दुनिया में कम उम्र में चमकने वाले सितारे
खेल की दुनिया में छोटी उम्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने वाले खिलाड़ियों को देखना हमेशा दिलचस्प लगता है. यह हैं 10 ऐसे खिलाड़ी जो किशोरावस्था में ही अपने खेल के शीर्ष पर पहुंच गए थे.
तस्वीर: Herbert Rudel/picture alliance
फ्रांजिस्का फान आम्सिक
सिर्फ 14 साल की उम्र में "फ्रांजी" ने बार्सिलोना में हुए 1992 के ओलंपिक खेलों में चार रजत पदक जीत कर दर्शकों का मन मोह लिया था. लेकिन मीडिया हमेशा उनके साथ अच्छे से पेश नहीं आई, विशेष रूप से तब जब उन्हें सफलता हासिल नहीं होती थी. उन्होंने दो बार विश्व चैंपियनशिप जीती और 18 बार यूरोपीय चैंपियन रहीं, लेकिन ओलंपिक में स्वर्ण जीतने का उनका सपना कभी पूरा नहीं हुआ.
तस्वीर: Werek/picture-alliance
बोरिस बेकर
बोरिस बेकर ने जब विंबलडन में पुरुषों का खिताब जीता था, तब वो सिर्फ 17 साल के थे. वो आज भी विंबलडन में जीतने वाले सबसे कम उम्र के पुरुष खिलाड़ी हैं. उस उपलब्धि के बाद उन्होंने पांच और ग्रैंड स्लैम खिताब जीते और 1992 में बार्सिलोना ओलंपिक खेलों में डबल्स चैंपियन भी बने. टेनिस से संन्यास लेने के बाद वो अक्सर गलत कारणों से सुर्खियों में रहे, जैसे तलाक, दीवालियापन और यहां तक कि एक बार जेल की सजा भी.
तस्वीर: Steve Powell/Getty Images
स्टेफी ग्राफ
स्टेफी ग्राफ इस तस्वीर में 11 साल की उम्र में वयस्कों के लिए जर्मन चैंपियनशिप में हिस्सा लेती नजर आ रही हैं. उन्होंने मात्र 13 साल की उम्र में पेशेवर तौर पर खेलना शुरू कर दिया गया था. 1987 में 17 साल की उम्र में फ्रेंच ओपन जीता और उसके बाद 21 और ग्रैंड स्लैम खिताब जीते. 1988 में ग्राफ ने 'गोल्डन स्लैम' भी हासिल किया, यानी एक ही साल में चारों ग्रैंड स्लैम और ओलंपिक में एकल श्रेणी में स्वर्ण पदक.
तस्वीर: Herbert Rudel/picture alliance
वेन ग्रेत्जकी
1978 में कनाडा के ग्रेत्जकी ने 17 साल की उम्र में विश्व हॉकी संघ के इंडियानापोलिस रेसर्स टीम के लिए अपना प्रो डेब्यू किया. अगले सीजन में उन्होंने एनएचएल में डेब्यू किया, एडमंटन ऑयलर्स टीम के लिए. वो आज भी एनएचएल के सर्वाधिक स्कोरर हैं. उन्होंने कुल 894 गोल किए, 1,963 गोलों में मदद की और कुल 2,857 पॉइंट हासिल किए. उन्होंने चार स्टैनली कप और कई व्यक्तिगत पुरस्कार जीते.
तस्वीर: Reed Saxon/AP/picture alliance
लब्रौं जेम्स
बास्केटबॉल स्टार जेम्स 2003 में स्कूल से सीधे एनबीए गए. वो चार बार एनबीए चैंपियन बने, उन्होंने कई व्यक्तिगत पुरस्कार जीते और 2023 में वो एनबीए के इतिहास में सर्वाधिक स्कोर वाले खिलाड़ी बन गए. उनके हाई स्कूल के जमाने के कुछ खेल अमेरिकी राष्ट्रीय टीवी चैनलों पर दिखाए गए.
तस्वीर: picture-alliance/ASA/Icon Sports
ल्यूक लिटलर
प्रोफेशनल डार्ट्स खिलाड़ी लिटलर ने नार्थ लंदन के "ऐली पैली" में विश्व चैंपियनशिप में अपना डेब्यू किया और वहां अपने साथ साथ विशेषज्ञों को भी चौंका दिया. 16 साल के लिटलर ने बड़े साहस के साथ एक के बाद एक हर प्रतिद्वंद्वी को हरा दिया. हालांकि वो फाइनल में ल्यूक हम्फ्रीज से 7-4 के अंतर से हार गए.
तस्वीर: Kin Cheung/AP/picture alliance
नादिया कोमानेची
विश्व प्रसिद्ध जिमनास्ट नादिया कोमानेची को महज 14 साल की उम्र में 1976 के मोंट्रियल समर ओलंपिक खेलों में उनके प्रदर्शन के लिए अधिकतम स्कोर 10.0 दिया गया. इसी के साथ वो परफेक्ट स्कोर पाने वाली पहली जिमनास्ट बनीं. रोमानिया की रहने वाली कोमानेची ने मोंट्रियल में तीन स्वर्ण पदक जीते और फिर 1980 में मास्को में दो और जीते. उन्होंने सिर्फ 19 साल की उम्र में जिमनास्टिक को अलविदा कह दिया.
तस्वीर: Paul Vathis/AP/picture alliance
इयान थोर्प
इयान थोर्प 1988 में सिर्फ 15 साल की उम्र में पहली बार विश्व चैंपियन तैराक बने. उसके बाद उन्होंने 10 बार और विश्व चैंपियनशिप जीती और पांच ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले थोर्प बार बार डिप्रेशन और शराब की लत से जूझते रहे. 2012 में उन्होंने तैराकी से संन्यास ले लिया. 2014 में उन्होंने दुनिया को बताया कि वो समलैंगिक हैं.
तस्वीर: Laci Perenyi/IMAGO
मैक्स वेर्स्टाप्पेन
नीदरलैंड्स के वेर्स्टाप्पेन ने 2015 में जब अपनी पहली फार्मूला वन रेस में हिस्सा लिया था तब वो महज 17 साल के थे और उनके पास ड्राइवर्स लाइसेंस भी नहीं था. वो एफ वन के इतिहास में सबसे युवा ड्राइवर बन गए. हालांकि मेलबर्न में हुई उनकी पहली रेस में 34 चक्करों के बाद उनकी गाड़ी का इंजन डैमेज हो गया था, बाद में वो एफ वन के इतिहास में सबसे युवा विजेता और फिर तीन बार विश्व चैंपियन बने.
तस्वीर: Srdjan Suki/dpa/picture alliance
आर्मंड डुप्लांटिस
स्वीडिश-अमेरिकी पोल वॉल्टर आर्मंड डुप्लांटिस ने सिर्फ सात साल की उम्र में दुनिया में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया और छह साल बाद उनके पास उनके आयु वर्ग में सात विश्व रिकॉर्ड थे. वयस्क होने पर वो ओलंपिक, विश्व और यूरोपीय चैंपियन बने. उनके पास 6.22 मीटर और 6.23 मीटर कूदने के इंडोर और आउटडोर दोनों विश्व रिकॉर्ड हैं. (आंद्रेयास स्तेन-जीमंस)
1980 के दशक में इस डांस को दुनियाभर में लोकप्रियता मिली. फ्लैशडांस, ब्रेकिंग और बीट स्ट्रीट जैसी फिल्मों ने इसे अमेरिका में ही नहीं, अन्य महाद्वीपों में भी पहचान दिलाई. तभी मीडिया में इसके लिए ब्रेकडांसिंग शब्द भी इस्तेमाल होने लगा.
ब्रेकिंग के मुकाबले
ब्रेकिंग के मुकाबले खूब आयोजित होते रहे हैं. हालांकि यह एक ऐसी कला है, जिसे अंकों के आधार पर आंकना काफी मुश्किल है क्योंकि इसका अच्छा या बुरा होना व्यक्तिगत पसंद का मामला भी हो सकता है. अब तक जो मुकाबले होते रहे हैं, उनमें दो प्रारूप चर्चित रहे हैं.
एक तो समूह में और दूसरा अकेले-अकेले. ऑस्ट्रेलिया के न्यू कासल शहर की नॉर्थम्बरिया यूनिवर्सिटी के खेल विभाग में लेक्चरर मिखाइल बोटे ने इस बारे में खासा शोध किया है. एक लेख में वह लिखते हैं कि इसे आंकने के लिए "ब्रेकर्स को व्यक्तिगत अंदाज, रचनात्मकता और अभिव्यक्ति" जैसे मानकों पर परखा जाता है.
जेट-सूट्स की पहली रेस
दुबई में एक अनोखी रेस हुई जिसमें जेट-सूट्स पहने पायलट पानी के ऊपर उड़ रहे थे. यह हॉलीवुड की आयरन मैन फिल्म जैसा था.
तस्वीर: Jon Gambrell/AP/picture alliance
दुबई में आयरन मैन
दुबई में समुद्र के ऊपर कई आयरन मैन उड़ते नजर आए. ये लोग जेट-सूट पहने हुए थे जिनकी जेट इंजनों की आवाज हवा में गूंज रही थी.
तस्वीर: Jon Gambrell/AP/picture alliance
पहली जेट-सूट रेस
यूएई में दुनिया की पहली जेट-सूट रेस हुई. दुबई मरीना के सामने ये पायलट आयरन-मैन जैसे जेट-सूट पहनकर रेस लगा रहे थे.
तस्वीर: Jon Gambrell/AP/picture alliance
कॉमिक्स की दुनिया
ग्रैविटी इंडस्ट्रीज ने यह रेस आयोजित की थी. कंपनी के संस्थापक रिचर्ड ब्राउनिंग कहते हैं, “यह उड़ने का सपना पूरा होने जैसा है. बस सूट पहनो और फिर जहां आपका मन कहे, वहां पहुंच जाओ. यह मार्वल सुपर हीरो और डीसी कॉमिक्स जैसी दुनिया है.”
तस्वीर: Jon Gambrell/AP/picture alliance
प्रतियोगिता का आइडिया
ग्रैविटी इंडस्ट्रीज छोटे स्तर पर इस तरह की उड़ानें दुनिया के कई देशों में आयोजित कर चुकी है लेकिन प्रतियोगिता कराने का आइडिया पहली बार आया. इसके लिए दुबई स्पोर्ट्स काउंसिल ने भी मदद की.
तस्वीर: Jon Gambrell/AP/picture alliance
प्लेन जैसी पॉवर
दुबई मरीना पर हुई रेस में पायलट 1,500 होर्स पॉवर का सूट पहने हुए थे. यह इंजन अधिकतर स्पोर्ट्स कारों से ज्यादा शक्तिशाली है. इसमें वही ईंधन इस्तेमाल होता है जो एयरबस ए380 और बोइंग 777 विमानों में इस्तेमाल होता है.
तस्वीर: Satish Kumar/REUTERS
128 किलोमीटर प्रति घंटा
ग्रैविटी के मुताबिक जेट सूट की रफ्तार 128 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है. रेस के दौरान दो पायलट एक दूसरे से टकरा भी गए.
तस्वीर: Satish Kumar/REUTERS
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ब्रेकिंग के दुनियाभर में मुकाबले होते हैं जिनमें रेडबुल बीसी वन और बैटल ऑफ द ईयर जैसे बेहद मशहूर मुकाबले भी शामिल हैं. हालांकि ये मुकाबले आधिकारिक संघ के तहत नहीं होते. 2018 में ब्रेकिंग को वर्ल्ड डांस स्पोर्ट फेडरेशन में शामिल किया गया था.
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ओलंपिक में ब्रेकिंग
ब्रेकिंग को एक खेल के रूप में ओलंपिक में शामिल कराने के लिए अभियान 2020 में शुरू हुआ था जब ओलंपिक एजेंडा 2020 जारी हुआ. इस एजेंडे के तहत अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ इस आयोजन की आधुनिकता पर काम कर रही है और इसमें नए खेल शामिल किए जा रहे हैं ताकि खेलों को ज्यादा युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाया जा सके.
2018 में अर्जेंटीना के ब्यूनस एयर्स में हुए युवा ओलंपिक खेलों में ब्रेकिंग को शामिल किया गया और तभी इसे पेरिस में भी जगह मिली. पेरिस में होने वाले मुकाबलों में 16 पुरुष और 16 महिलाएं मुकाबलों में हिस्सा लेंगी. इन्हें बी-बॉयज और बी-गर्ल्ज कहा जाता है. हर टीम को टीम के अलावा एक-एक मिनट के व्यक्तिगत प्रदर्शन का भी मौका मिलेगा. दोनों टीमों से बारी-बारी से एक-एक करके खिलाड़ी ब्रेक डांस करने आएंगे.
ओलंपिक समिति के मुताबिक आंकलन का आधार छह मानक होंगे. प्रदर्शनात्मकता और रचनात्मकता को सबसे ज्यादा 60 फीसदी तवज्जो मिलेगी. उसके बाद शख्सियत, तकनीक, विविधता और संगीतात्मकता के आधार पर खिलाड़ियों को नंबर मिलेंगे.
नए खेलों को जगह
बोटे कहते हैं, "बेशक, ब्रेकिंग को शामिल किया जाना पूरी रणनीति के तहत एकदम सटीक बैठता है. रचनात्मकता और खर्च के मामले में ब्रेकिंग जैसा कुछ भी नहीं है. और इसकी प्रकृति भी शहरी है. हालांकि यह भी कहना होगा कि इसे 2024 में ओलंपिक में शामिल करने के पीछे आयोजक देश (फ्रांस) का आग्रह भी अहम है."
व्हीलचेयर पर बास्केटबॉल और बिना पैरों के फुटबॉल
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ओलंपिक में तयशुदा कार्यक्रम के अलावा हर आयोजक देश को अपनी पसंद के पांच खेल शामिल करने का विकल्प मिलता है. कई देश इसका लाभ अपने यहां प्रचलित खेलों को शामिल कर मेडल की संख्या बढ़ाने में उठाते हैं. जैसे 2020 के टोक्यो ओलंपिक में जापान को कराचे, सॉफ्टबॉल, बेसबॉल और सॉफ्टबॉल से मेडल सूची में खासा फायदा हुआ था.
इसी तरह 2028 में अमेरिका के लॉस एंजेल्स में होने वाले ओलंपिक खेलों में अमेरिकी फुटबॉल जैसे खेल फ्लैग फुटबॉल को शामिल किया जाएगा. हो सकता है कि ब्रेकिंग दोबारा ओलंपिक में काफी साल तक नजर ना आए. हालांकि ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में 2032 में होने वाले खेलों में इसे शामिल कराने के लिए वर्ल्ड डांस स्पोर्ट फेडरेशन खासा जोर लगा रही है.