बढ़ रही हैं ब्रेस्ट छोटे कराने वाली महिलाओं की संख्या
विवेक कुमार
१४ अगस्त २०२३
ऑस्ट्रेलिया में जारी एक ताजा रिपोर्ट बताती है कि ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी कराने वाली महिलाओं की संख्या तीन साल में तीन गुना हो गयी है.
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ऐसी महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी करा रही हैं. ये महिलाएं अपने स्तनों के बड़े साइज से परेशान होकर सर्जरी कराती हैं. ऑस्ट्रेलियन सोसायटी ऑफ प्लास्टिक सर्जन्स (एएसपीएस) के मुताबिक ज्यादातर महिलाएं गर्दन और कंधों में होने वाले दर्द या फिर स्तन के निचले हिस्से में खारिश रहने या घाव हो जाने के कारण सर्जरी कराती हैं.
एक बयान जारी कर एएसपीएस की अध्यक्ष निकोला डीन ने कहा, "इस सर्जरी का मुख्य मकसद आम शारीरिक गतिविधियां हैं.”
एएसपीएस की रिपोर्ट है कि पिछले एक साल में सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में करीब दस हजार महिलाओं ने ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी करायी है और इनकी संख्या लगातार बढ़ी है. ऑस्ट्रेलिया में इस सर्जरी के लिए कुल खर्च का एक हिस्सा स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत मिलता है और पिछले तीन साल में इस सर्जरी के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या तीन गुना हो गयी है.
बालों को झड़ने से रोकने वाला हेल्मेट
2009 में पाउला एस्ट्राडा को ब्रेस्ट कैंसर हुआ तो उन्होंने प्रण लिया कि इस बीमारी को तो हराएंगी ही, कीमोथेरेपी के कारण बालों को नुकसान भी नहीं होने देंगी. उस प्रण का परिणाम है कि उन्होंने एक हेल्मेट बनाया है.
तस्वीर: Agustin Marcarian/REUTERS
बर्फ के हेल्मेट से बदली हजारों कैंसर मरीजों की जिंदगी
अर्जेंटीना के ब्यून एयर्स में रहने वालीं पाउला एस्ट्राडा ने एक हेल्मेट बनाया है जो 60,000 से ज्यादा कैंसर मरीजों की मदद कर चुका है.
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खोपड़ी को ठंडी रखता है
पेशे से ग्राफिक डिजाइनर एस्ट्राडा ने आइस पैक्स से यह अस्थायी हेल्मेट बनाया था जो खोपड़ी को ठंडी रखता है और बालों को गिरने से रोकता है.
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डॉक्टर भी सहमत
एस्ट्राडा के मुताबिक यह हेल्मेट कीमोथेरेपी की दवाओं को बालों के उत्तकों तक पहुंचने से रोकता है और वे झड़ते नहीं हैं. एस्ट्राडा के कैंसर का इलाज करने वाले डॉ. गोंजालो रेकोंडो भी इस हेल्मेट के फायदों से प्रभावित हुए.
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पूरे अमेरिका में मशहूर
एक दशक बाद एस्ट्राडा के हेल्मेट के अलग-अलग रूप तैयार हो चुके हैं जिनका फायदा अर्जेंटीना के अलावा चिली, मेक्सिको, स्पेन और अमेरिका में हजारों महिलाओं को हो चुका है.
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बड़े अस्पतालों में भी प्रयोग
2017 में इस हेल्मेट को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की मंजूरी मिल गई थी जिसके बाद अर्जेंटीना के कई बड़े अस्पतालों ने इसका प्रयोग शुरू कर दिया.
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-20 डिग्री सेल्सियस
इस हेल्मेट को पहले कीमो सेशन के बाद से ही प्रयोग करना होता है. इसका तापमान -20 डिग्री सेल्सियस होता है और हर आधे घंटे में इसे बदला जाता है.
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डॉ. डीन कहती हैं कि ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी को कॉस्मेटिक सर्जरी के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि इसे एक मेडिकल प्रोसीजर ही माना जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "लोगों की शारीरिक गतिविधियों को बेहतर बनाने और दर्द से राहत दिलाने के मामले में यह वैसा ही है जैसे घुटने या कूल्हे की रिप्लेसमेंट सर्जरी. साथ ही इससेमहिलाओं के आत्मसम्मान और मानसिक स्वास्थ्य में भी बढ़ोतरी होती है.”
कमर, कंधे और गर्दन के दर्द के अलावा महिलाएं व्यायाम में होने वालीं दिक्कतों और ब्रा स्ट्रैप के कारण होने वाले दर्द से बचने के लिए भी ब्रेस्ट रिडक्शन कराती हैं.
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क्या है ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी?
प्रतिष्ठित मायो क्लिनिक की वेबसाइट के मुताबिक इस सर्जरी को मैमाप्लास्टी कहा जाता है. इसमें स्तन में से टिशू, त्वचा और फैट को हटाया जाता है. वेबसाइट के मुताबिक इससे ना सिर्फ शारीरिक सौंदर्य बढ़ता है बल्कि भारी स्तनों के कारण होने वाली तकलीफ भी दूर होती है.
2021 में ऑस्ट्रेलिया की डॉ. तमारा क्रिटेंडेन ने एक सर्वेक्षण के बाद अपनी रिपोर्ट में बताया था कि सिम्प्टोमेटिक ब्रेस्ट हाइपरट्रोफी के मरीजों के लिए ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी एक ज्यादा सस्ता इलाज है. मेडिकल जर्नल ऑफ ऑस्ट्रेलिया में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी से जिंदगी में आराम और राहत पहुंचती है उसका वित्तीय फायदा 7,808 डॉलर यानी यानी करीब 4.2 लाख रुपये तक हो सकता है.
स्तन की अहमियत
किशोरावस्था में लड़कों और लड़कियों दोनों के शरीर में हार्मोन के कारण कई बदलाव होते हैं. जहां लड़कों में दाढ़ी मूंछ आने लगती है तो वहीं लड़कियों में वक्ष विकसित होते हैं. देखिए वक्ष या स्तन से जुड़ी कुछ खास बातें.
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कैसे और किससे बने वक्ष
वक्ष का विकास शरीर में एस्ट्रोजन नाम के सेक्स हार्मोन और ग्रोथ हार्मोन के कारण होता है. वक्ष असल में कई जटिल ग्रंथियों और वसा वाले टिशू से मिलकर बना होता है. इसका औसत भार करीब आधा किलो तक हो सकता है और शरीर के कुल फैट का 4 से 5 फीसदी वक्ष में ही पाया जाता है.
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जीवनदायिनी द्रव्य
वक्ष की ग्रंथियों से कई तरह से हार्मोन और तरल चीजों का स्राव होता है, जैसे कि कोलोस्ट्रम और दूध. इंसान का दूध गाय के दूध से मीठा होता है. कोलोस्ट्रम वह पीला, चिपचिपा पदार्थ होता है जो बच्चे के जन्म के बाद निकलता है और नवजात के लिए सर्वश्रेष्ठ आहार माना जाता है.
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केवल इंसानों में
मनुष्य एकलौता प्राइमेट है जिसमें महिलाओं के स्तन स्थाई होते हैं. इंसान को छोड़ कर दूसरे सभी प्राइमेट्स और स्तनधारी जीवों में एक भरा पूरा वक्ष केवल तभी होता है जिन दिनों मादा अपने बच्चों को दूध पिलाती है.
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ब्रा की पढ़ाई
चीन में बाकायदा 'ब्रा स्टडीज' की पढ़ाई होती है और इसमें डिग्री ली जा सकती है. हांगकांग पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी में एक पूरा विभाग है और उसकी अपनी लैब भी. ब्रा निर्माता कंपनी टॉप फॉर्म द्वारा स्थापित इस लैब में ब्रा से जुड़ा शोध और विकास कार्यक्रम चलता है.
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जुड़वा नहीं
ज्यादातर महिलाओं में दोनों वक्षों का आकार समान नहीं होता. बिल्कुल वैसे ही जैसे एक हाथ दूसरे से बड़ा और एक पैर भी दूसरे से बड़ा होता है. इसलिए इन्हें जुड़वा नहीं बल्कि मिलती जुलती शक्ल वाला समझा जा सकता है.
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कैंसर का घर
दुनिया भर में ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. केवल 5 से 10 फीसदी मामलों में ही यह परिवार में इसके जीन एक पीढ़ी से दूसरी में पहुंचने के कारण होता है. बाकी करीब 90 फीसदी मामले लाइफस्टाइल और वातावरण से जुड़े होते हैं.
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सौंदर्य की माप
कई महिलाएं वक्ष के आकार को सौंदर्य से जोड़ के देखती हैं. इसके आकार से असंतुष्ट होने पर वे सर्जरी करवा कर इसे छोटा या बड़ा करवाती हैं. केवल अमेरिका में ही करीब 4 फीसदी महिलाएं सिलिकॉन या सैलीन इंप्लांट लगवा कर अपने स्तन बड़े करा चुकी हैं.
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सिगरेट है दुश्मन
सिगरेट के कुछ रसायन त्वचा और खासकर वक्ष में पाए जाने वाले जरूरी प्रोटीन इलास्टिन को नष्ट करते हैं. इसके कारण धूम्रपान करने वालों के वक्ष धूम्रपान ना करने वालों के मुकाबले ढीले पड़ जाते हैं. इलास्टिन से ही त्वचा में लचीलापन आता है और बिना फटे त्वचा फैल पाती है.
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दो नहीं तीन
जी हां, कुछ लोगों में एक तीसरा निप्पल पाया जाता है. इस स्थिति को पॉलीथीलिया कहते हैं. दुनिया के करीब तीन प्रतिशत लोगों में ऐसा एक्स्ट्रा निप्पल पाया जाता है. यह स्थिति महिलाओं ही नहीं पुरुषों में भी पायी जा सकती है.
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बड़े वक्ष का रिकॉर्ड
सबसे बड़े प्राकृतिक स्तनों का रिकॉर्ड भी गिनीज बुक में दर्ज है. जहां एक औसत महिला की साइज 34 से 36 इंच के बीच होती है, 1 जनवरी 1999 को रिकॉर्डधारी अमेरिकी महिला एनी हॉकिन्स-टर्नर की साइज 70 इंच दर्ज की गई.
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अमेरिकन सोसायटी ऑफ प्लास्टिक सर्जंस के मुताबिक 2022 में अमेरिका में 3,28,000 महिलाओं ने यह सर्जरी करायी थी. 2021 के मुकाबले यह दस फीसदी ज्यादा था. अमेरिका में नोज रीशेपिंग, लाइपोसक्शन, आईलिड और ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के बाद यह पांचवीं सबसे लोकप्रिय प्लास्टिक सर्जरी है.
बढ़ी है जागरूकता
कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी करायी है जिनमें विंबलडन चैंपियन टेनिस खिलाड़ी सिमोना हालेप, एक्टर एयिरल विंटर और कॉमीडियन रेचल ब्लूम शामिल हैं. इन लोगों के कारण ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी को लेकर जागरूकता तो बढ़ी है लेकिन तब भी कई तरह की उलझनें बनी हुई हैं.
डॉ. डीन कहती हैं, "मेरे पास आने वालीं कई मरीज कहती हैं कि उनके रिश्तेदार और परिजन इस बात को नहीं समझ रहे हैं कि यह एक मेडिकल प्रोसीजर है जो वे अपनी सेहत के लिए करवा रही हैं. मुझे लगता है कि इस बारे में ज्यादा सामुदायिक जागरूकता की जरूरत है.”
पिछले दशकों में ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी की तकनीक में भी काफी तरक्की हुई है और अब बहुत आधुनिक तरीके उपलब्ध हैं, जिसके कारण ब्रेस्ट रिडक्शन कराने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ी है. विशेषज्ञ कहते हैं कि पहले युवा महिलाओं में इस सर्जरी को लेकर खासी झिझक थी क्योंकि वे स्तनपान में दिक्कतें और शरीर पर पड़ने वाले निशानों से घबराती थीं. लेकिन आधुनिक तकनीक ने इन समस्याओं को काफी कम कर दिया है.