अब पाकिस्तान में टैक्सी चलाएंगी महिलाएं
८ दिसम्बर २०१६पाकिस्तान जैसे मुल्क में इसे बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि वहां महिलाएं काम करने के लिए बहुत कम घर से बाहर निकलती हैं. काम करने वालों का 22 फीसदी ही महिलाएं हैं.
करीम मध्य पूर्व और अफ्रीका के देशों में भी अपनी सेवाएं देती हैं. पाकिस्तान में इसकी टैक्सियां लाहौर, इस्लामाबाद और कराची में चलती हैं. अब पाकिस्तान के लिए यह महिला ड्राइवरों की सेवा शुरू करने जा रही है. ये महिला ड्राइवर पुरूष सवारियों के लिए भी गाड़ी चलाएंगी.
पाकिस्तान में करीम के जनरल मैनेजर अहमद उस्मान ने बताया, "हम अपने यहां साफ-सुथरा पैसा कमाने के लिए महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर मौके देना चाहते हैं." उस्मान ने कहा कि फिलहाल 7 महिला ड्राइवरों के साथ यह सेवा शुरू की जा रही है. लेकिन कंपनी को उम्मीद है कि और भी अर्जियां आएंगी.
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जिन 7 महिला ड्राइवरों ने काम शुरू किया है उनमें 30 साल की जाहरा भी हैं. जाहरा ने इस योजना के बारे में एक दोस्त से सुना था और उन्हें लगा कि अपने दो बच्चों को पालने कि लिए पैसा कमाने का यह सम्मानजनक तरीका है. जाहरा के पति की दो साल पहले मौत हो गई थी. उनके पास कुछ जमा पूंजी थी जिससे उन्होंने एक कार खरीद ली. इसी साल उन्होंने अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया.
अली नाम की महिला का मामला तो और भी दिलचस्प है. उन्हें ड्राइविंग आती है और वह टैक्सी ड्राइवर बनना चाहती थीं. लेकिन जब उन्होंने करीम को अपनी सेवाएं देनी चाहीं तो निराशा हाथ लगी क्योंकि करीम में तब महिला ड्राइवरों को नहीं रखा जाता था. फिर एक रोज कंपनी से उनके पास फोन आया कि अब महिला ड्राइवरों के लिए भी जगह उपलब्ध है. लाहौर में रहने वालीं अली बताती हैं, "मुझे बस एक ही काम आता है, ड्राइविंग. अब में इज्जत के साथ अपने बच्चे पाल सकती हूं. मैं अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सकती हूं."
उस्मान बताते हैं कि खासतौर पर पाकिस्तान के कराची शहर में सुरक्षा को लेकर चिंताएं ज्यादा हैं इसलिए महिलाओं के बीच उनकी टैक्सियों की खासी मांग रहती है. 46 साल की ड्राइवर आसिया अब्दुल अजीज कहती हैं कि अगर कोई संस्था महिलाओं को सुरक्षा दे रही है तो जाहिर है यह बहुत बड़ी बात है.
वीके/एके (रॉयटर्स)