कंबोडिया में प्रधानमंत्री का बेटा बनेगा प्रधानमंत्री
७ अगस्त २०२३प्रधानमंत्री हुन सेन के बेटे हुन मनेट कंबोडिया के नए प्रधानमंत्री बनेंगे. कंबोडिया के राजा प्रधानमंत्री की नियुक्ति करते हैं. राजा नोरोदोम सिहामोनी ने हुन मनेट की नियुक्ति का शाही आदेश जारी कर दिया है.
हुन सेन का नाम दुनिया में सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले नेताओं में शामिल है. इस सत्ता हस्तांतरण के साथ ही हुन सेन के करीब चार दशक के शासन का अंत हो जाएगा. हुन सेन ने पिछले महीने ही घोषणा की थी कि वो सत्ता अपने सबसे बड़े बेटे को सौंप देंगे. हालांकि सेन ने लोगों से वादा किया कि यह उनके राजनीतिक जीवन का अंत नहीं है.
38 साल तक सत्ता में रहने के बाद पद छोड़ेंगे कंबोडिया के प्रधानमंत्री
बिना विपक्ष हुए चुनावों की हुई थी आलोचना
हुन सेन को जुलाई में हुए चुनावों में भारी जीत मिली थी. हालांकि इन चुनावों में कंबोडिया की मुख्य विपक्षी कैंडललाइट पार्टी को शामिल होने से रोक दिया गया था. कई लोगों ने चुनावों को छलपूर्ण बताते हुए, इनकी आलोचना भी की थी.
अभी भी सत्ता हासिल करने के लिए हुन मनेट और उनकी कैबिनेट को 22 अगस्त को संसद में होने वाले मतदान में जीत हासिल करनी होगी. हालांकि उनके पिता की कंबोडियन पीपल्स पार्टी के लिए ऐसा करना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा.
नहीं होगा निरंकुश शासन का अंत
हुन सेन ने कंबोडिया में किसी भी विपक्षी दल को पिछले दशकों में पनपने नहीं दिया है. उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर बलपूर्वक प्रतिबंध लगाया और विरोधियों को देश छोड़ने पर मजबूर किया.
लंबे समय तक कंबोडिया में विपक्ष के नेता रहे सैम रेनसे अब फ्रांस में शरण लिए हुए हैं. उन्होंने कहा कि हुन मनेट के सत्ता में आने से देश में लोगों की आजादी नहीं बढ़ेगी और ना ही कंबोडिया, अपने संरक्षक जैसे देश चीन से दूरी बनाएगा.
राजा के बाद सबसे अहम होंगे हुन सेन
सत्ता में आने वाले बदलाव को लेकर रेनसे ने कहा, मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से भ्रम है. आप नेताओं को कई बार बदल सकते हैं लेकिन सिस्टम पहले जैसा ही बना रहता है.'
प्रधानमंत्री पद छोड़ने के साथ हुन सेन दावा कर रहे हैं कि वो अपने बेटे के सरकार चलाने में दखल नहीं देंगे. सत्ता छोड़ते हुए हुन सेन ने कहा कि अगले साल की शुरुआत में वो सीनेट के प्रमुख बनेंगे, जिसके बाद राजा के विदेश में रहने के दौरान वे राज्य के प्रमुख के तौर पर काम करेंगे.
एडी/एनआर (एएफपी)