जंगल की आग से निपटने के लिए सेना तैनात करेगा कनाडा
२१ अगस्त २०२३
कनाडा सरकार ने ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में जंगल की आग से निपटने के लिए सेना तैनात करने की योजना बनाई है. वनाग्नि से कुछ शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है.
कुछ विशेषज्ञों ने इसके पीछे जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराया.तस्वीर: BC Wildfire Service/Handout/REUTERS
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कनाडा के प्रधामंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 20 अगस्त को कहा कि प्रशासन ने ब्रिटिश कोलंबिया में तेजी से फैल रही जंगल की आग से निपटने के लिए सेना तैनात करने की योजना बनाई जा रही है. आग से जूझ रहे पश्चिमी प्रांत से करीब 35,000 से लोगों को इलाका खाली करने का आदेश दिया गया है. ट्रूडो ने ट्विटर के माध्यम से घोषणा में कहा कि संघीय सरकार ब्रिटिश कोलंबिया सरकार के अनुरोध के जवाब में निकासी, स्टेजिंग और लॉजिस्टिक संचालन में मदद के लिए कनाडाई सेना से मदद करेगी.
ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत नेजंगल की आग के कारण आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है. बचाए गए लोगों और और दमकलकर्मियों को आवास देने के लिए गैर-आवश्यक यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. ड्रोन ऑपरेटरों और फोटोग्राफरों को बचाव कार्यों में दखल देने से बचने के लिए कहा गया है.
ब्रिटिश कोलंबिया के कुछ शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच चुकी है. QAir के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 से अधिक हो गया है, जो खतरनाक स्थिति का संकेत देता है. आधी रात को, सैल्मन आर्म में यह आंकड़ा 470 तक पहुंच गया. केलोना कॉलेज और सिकैमस में भी यह 423 पहुंच गया.
ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत ने जंगल की आग के कारण आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है.तस्वीर: Darryl Dyck/The Canadian Press/ AP/dpa/picture alliance
20,000 एकड़ से अधिक जंगल जल गए
वेस्ट केलोना के फायर चीफ जेसन ब्रोलुंड ने कहा कि पिछले चार दिनों से भीषण आग से जूझने के बाद उन्हें कुछ उम्मीद नजर आई है. स्थितियों में सुधार हुआ है. करीब 1,50,000 की आबादी वाला यह शहर आग की लपटों का सामना कर रहा था.
उन्होंने कहा, "चीजें बेहतर दिख रही हैं. आखिरकार हमें ऐसा महसूस हो रहा है कि हम पीछे जाने के बजाय आगे बढ़ रहे हैं और यह एक बेहतरीन एहसास है.'' हालांकि, उन्होंने मैकडॉगल क्रीक आग को लेकर आने वाले मुश्किल दिनों की चेतावनी भी दी.
कुछ विशेषज्ञों ने इसके पीछे जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराया. गंभीर सूखे के कारण लगी आग अमेरिकी सीमा और अमेरिकी प्रशांत नॉर्थवेस्ट के पास के क्षेत्रों को भी प्रभावित कर रही है. वाशिंगटन और कनाडा दोनों में जंगल की आग से काफी नुकसान हो रहा है. वाशिंगटन में, ग्रे फायर और ओरेगॉन रोड फायर से 20,000 एकड़ से अधिक जंगल जल गए और 100 से अधिक इमारतें तबाह हो चुकी हैं.
जंगलों को आग से बचा सकते हैं मिश्रित वन
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हजारों लोगों को घर छोड़ना पड़ा
बड़े पैमाने पर जंगल की आग ने कनाडा में लगभग 1,40,000 वर्ग किमी जमीन को तबाह कर दिया है. यह आकार में न्यूयॉर्क राज्य के बराबर क्षेत्र है. आग की वजह से धुएं जैसी धुंध अमेरिका के पूर्वी तट तक भी पहुंच गई है. उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र की राजधानी येलोनाइफ में जंगल की आग ने कहर बरपाया है, जिससे लगभग सभी 20,000 निवासियों को घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है.
जरा सी राहत की बात यह है कि हाल की बारिश और ठंडे तापमान के कारण आग कुछ कमजोर पड़ी है.
पीवाई/ओएसजे (रॉयटर्स)
अमेरिका के हवाई द्वीप पर लगी आग में 55 लोगों की मौत
अमेरिका में हवाई के पश्चिमी तट पर माउई आइलैंड पर भीषण आग से 55 लोगों की मौत हो गयी. यहां फंसे 11 हजार सैलानियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है.
तस्वीर: Alan Dickar/AP/dpa/picture alliance
माउई आइलैंड पर भीषण आग से 55 लोगों की मौत
अमेरिका में हवाई के पश्चिमी तट पर माउई आइलैंड पर भीषण आग के चलते अब तक 55 लोगों की मौत हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने संघीय राहत कोष से मदद की भी घोषणा की है.
तस्वीर: Matthew Thayer/Maui News/AP/picture alliance
तेज हवा के चलते फैली आग
8 जुलाई को यह आग द्वीप में फैल गई. आग तेज हवा के चलते से फैली. हालांकि, आग कैसे लगी इसके बारे में अब भी पक्की जानकारी नहीं है. अधिकारी जांच कर रहे हैं.
तस्वीर: Ty O'Neil/AP/picture alliance
दर्जनों लोग बुरी तरह से घायल
अधिकारियों के अनुसार, आग से बचने की कोशिश में कई दर्जनों लोग बुरी तरह से घायल हो गए. कई लोगों को अपनी जान बचाने के लिए समुद्र में भी कूदना पड़ा. 12 लोगों को पानी से बाहर निकाला गया.
तस्वीर: Hawaii National Guard/REUTERS
सैलानियों की पसंदीदा जगहों में से एक
आसमान से ली गई तस्वीरों में 12 हजार लोगों का शहर लहायना धुंए और राख से ढंका नजर आया. लहायना सैलानियों की पसंदीदा जगहों में से एक है.अधिकारी इलाके में केवल सेटेलाइट के जरिये संचार कर पा रहे हैं.
तस्वीर: Rick Bowmer/AP Photo/picture alliance
270 इमारतें तबाह
करीब 270 इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त या पूरी तरह से तबाह हो गईं. इस दौरान कई ऐतिहासिक जगहें भी प्रभावित हुई. इसमें भारत से 1873 में लाया एक विशाल बरगद का पेड़ भी शामिल है.
तस्वीर: Senator Brian Schatz via Instagram/REUTERS
हजारों सैलानी फंसे
यहां फंसे 11 हजार सैलानियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. जबकि करीब 1400 लोग एयरपोर्ट पर सुरक्षित बाहर निकलने के इंतजार में हैं. फंसे हुए लोगों में ज्यादातर टूरिस्ट हैं.
तस्वीर: Rick Bowmer/AP/picture alliance
जलवायु परिवर्तन का बुरा नतीजा
आईपीसीसी की रिपोर्ट कहती है कि जलवायु परिवर्तन ने दुनियाभर में जंगल की आग के खतरे को बढ़ा दिया है. बारिश के पैटर्न में बदलाव देखने को मिल रहे हैं. बाढ़ और सूखे की घटना भी सामने आ रही हैं. जब तापमान बढ़ने और तेज हवा की स्थिति में आग लगने का खतरा और भी बढ़ जाता है.
तस्वीर: Jeff Melichar/TMX/REUTERS
तूफान डोरा भी जिम्मेदार
अमेरिका के राष्ट्रीय मौसम विभाग के अनुसार, आग भड़काने वाली तेज हवा के लिए तूफान डोरा भी जिम्मेदार है. तूफान द्वीप के दक्षिण से 500 मील की सुरक्षित दूरी से गुजरा था.
तस्वीर: Dustin Johnson/REUTERS
सैकड़ों एकड़ जमीन जली
राज्य के लेफ्टिनेंट गवर्नर सिल्विया ल्यूक ने कहा कि आग ने सैकड़ों एकड़ जमीन को जला दिया है और 80 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने आग में घी डालने का काम किया है.