कनाडा के सरकारी चैनल के हाथ लगे खुफिया दस्तावेजों से सैनिकों के पोकेमॉन गो खेलने का खुलासा हुआ. दरअसल खिलाड़ी पोकेमॉन गो खेलते हुए प्रतिबंधित इलाकों तक पहुंच जा रहे हैं.
विज्ञापन
कनाडा की सेना ने कम से कम तीन सैन्य पुलिस अफसरों को सैन्य ठिकानों पर पोकेमॉन गो गेम खेलने के आदेश दिए हैं. यह आदेश उन घटनाओं के बाद दिए गए जिसमें आम लोग गेम खेलते-खेलते सैन्य अड्डों पर 'घुसपैठ' करने लगे. कनाडा में पोकेमॉन गो ऐप 2016 में लॉन्च हुआ था और इस खेल को खेलते हुए आम लोग संवेदनशील ठिकानों में घुसपैठ करने लगे थे. संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए कनाडा की सेना ने यह आदेश दिया है.
पोकेमॉन गो गेम खेलते हुए खिलाड़ी अधिक से अधिक काल्पनिक किरदार पकड़ने की कोशिश करता है. पोकेमॉन गो खेलने वाले इन किरदारों को पकड़ने की चाह में सैन्य ठिकानों और कई संवेदनशील इलाकों में पहुंचने लगे थे. कनाडा के संवेदनशील इलाकों में संदिग्ध लोगों के पकड़े जाने की घटनाएं बढ़ने के बाद सेना के कान खड़े हो गए. इसके बाद सेना हरकत में आई और ऐसा आदेश दिया. कनाडा के सरकारी चैनल सीबीसी के हाथ लगे गोपनीय दस्तावेजों से सैनिकों के पोकेमॉन गो खेलने का खुलासा हुआ है.
हाल ही में कनाडा के किंग्सटन स्थित सैन्य अड्डे के मेजर जेफ मोनाघन ने ईमेल में आयुक्तों को लिखा, "फोर्ट फ्रोनटैनेक जैसे संवेदनशील इलाके में पोकेजिम और पोकेस्टॉप बने हैं, यह क्या है?" चैनल के हाथ लगे 500 पन्नों के दस्तावेजों में से एक में मेजर जेफ मोनाघन ने अपने संदेश में लिखा, "मैं पूरी ईमानदारी से कहूंगा कि यह क्या है मुझे बिल्कुल नहीं पता है."
पूरे देश भर में कम से कम तीन सैन्य अफसरों को अलग-अलग सैन्य ठिकानों पर घूम-घूमकर वर्चु्अल पोकेमॉन इंफ्रास्ट्रक्चर और किरदारों को फोन और नोटबुक की मदद से ढूंढने को कहा गया है. सुरक्षा विशेषज्ञ डेविड लेवेनिक ने अपने संदेश में सुझाव दिया कि "हमें 12 साल के बच्चे की मदद इस काम के लिए लेनी चाहिए."
पिछले दिनों सेना के कैंपों में आम लोगों की घुसपैठ के कई मामले सामने आए थे. एक सैन्य ठिकाने के मुख्य द्वार पर महिला को पोकेमॉन गो खेलते पकड़ा गया था तो वहीं उसके तीन बच्चे टैंक के ऊपर चढ़ रहे थे. एक और मामले में एक संदिग्ध ने सेना के अफसरों को बताया कि वह केवल अपने बच्चों से अधिक पॉइंट जमा कर रहा था ताकि वह अपने बच्चों को इस गेम में हरा पाए. पोकेमॉन गो के लॉन्च होने के फौरन बाद ही कनाडा की सेना ने सार्वजनिक सूचना जारी कर खिलाड़ियों से सैन्य ठिकानों की तरफ ना आने को कहा था.
एए/आरपी (एएफपी)
ये हैं दुनिया के 10 सबसे मशहूर वीडियोगेम
वीडियोगेम्स की दुनिया में हर साल लाखों नए गेम आते हैं. लेकिन कुछ गेम सालों बाद आज भी उतने ही लोकप्रिय बने हुए हैं. डालते हैं एक नजर 10 मशहूर वीडियोगेम्स पर.
द सिम्स: इन ए वर्ल्ड ऑफ इट्स ओन
सिम्स काल्पनिक दुनिया में रहने वाला एक खास समुदाय है. जो सिम्लिश भाषा बोलता है और वस्तुओं और सेवाओं के लिए सिमोलींस में भुगतान करता है. यह सैंडबॉक्स कैटेगिरी का बेहद ही मशहूर गेम रहा है. इस कैटेगिरी के गेम में प्लेयर्स के पास खेलने की पूरी तरह से आजादी होती है.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo
काउंटर-स्ट्राइक: द अल्टीमेट शूट-एम-अप
साल 1999 में काउंटर स्ट्राइक ने दुनिया के गेमिंग सीन को बदल कर रख दिया. इस गेम में आतंकवादियों के खिलाफ मुहिम छेड़ी जाती है. प्लेयर बंदूक उठाकर इनका सामना करता है. लेकिन यह गेम भी आलोचना से दूर नहीं रहा. कहा गया कि इस गेम में बहुत अधिक हिंसा है जो किशोरों के मन पर बुरा प्रभाव डाल सकती है. .
तस्वीर: DW/N. Peters
जीटीए: गेंगस्टर गेम विद ए मैसेज
जीटीए एक रोल प्लेयिंग गेम है. इसमें प्लेयर को एक मिशन पूरा करने के लिए दिया जाता है. इस खेल के अलग-अलग नाम है. लेकिन मोटे तौर पर इसमें प्लेयर को एक ट्रक चला कर किसी खास जगह पहुंच कर वहां बंदूकों के साथ लड़ाई करनी होती है. इसके बाद वह दूसरे किसी दूसरे मिशन के लिए निकल जाता है. इस गेम को पूरा खत्म करने में कई महीने तक लग जाते हैं.
तस्वीर: Getty Images/C. Gillon
पैक-मैन: द आरकेड स्टैपल
साल 1980 के दशक में जापान में जन्मे इस खेल में एक लालची, गोल मुंह का राक्षस नजर आता था. जिससे दूर रहते हुए अधिक से अधिक अंक हासिल करने होते हैं. साधारण से नजर आने वाले इस खेल की लोगों में जमकर लत थी. लोग बार-बार इसे प्वाइंट्स बढ़ाने के लिए खेलते.
तस्वीर: Imago/M. Eichhammer
सुपर मारियो: निनटेंडोंज सेलिब्रिटी मैसकॉट
नीली डंगरी, लाल टोपी, मोटी मूंछों के साथ नजर आने वाला इतालवी आदमी मारियो को वीडियो गेम की दुनिया का सबसे जाना-माना चेहरा कहा जा सकता है. इस खेल में मारियो को हर लेवल पर कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता. मारियो के साथ इस गेम में उसका दोस्त ल्यूगी भी नजर आता है. इन दिनों मारियो रेसिंग ट्रैक पर "मारियो कार्ट" में देखा जा सकता है.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Nintendo
पोकिमॉन गो: रियल्टी गेट्स ऑग्यूमेंटिड
साल 2016 की सुर्खियों में छाया रहा "पोकिमॉन गो" पहला लोकेशन आधारित गेम था. डिजिटल दुनिया के इस गेम में वास्तविक दुनिया की ही जगहों को शामिल किया गया था. मोबाइल पर इसकी ऐप साल 2016 में करीब 50 करोड़ बार डाउनलोड की गई. पोकिमॉन को पकड़ने के लिए इसमें स्मारकों और कब्रगाहों जैसी जगहों को भी दिखाया गया था, जिसके चलते इसकी काफी निंदा भी हुई.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/P. Steffen
माइनक्रॉफ्ट: द पॉसिबिल्टी ऑर एंडलेस
माइनक्रॉफ्ट, ओपन-वर्ल्ड गेम का एक बढ़िया उदाहरण माना जाता है. ओपन-वर्ल्ड गेम का अर्थ होता है जिसमें प्लेयर पूरी तरह से स्वतंत्र होता है और स्क्रीन के किसी भी कोने में, किसी भी जगह जाकर खेल सकता है. इसमें यूजर्स खेलते-खेलते एक वर्चुअल थ्रीडी लैंडस्कैप बना देते हैं. लेकिन जिन प्लेयर्स को समझ नहीं आता कि क्या करें तो वह तय मिशन पर जा सकते हैं.
तस्वीर: Mojang/Sebastian Radtke
टेटरिस: ए सोवियत क्लासिक
80 के दशक में मशहूर हुआ यह खेल साल 1984 में सोवियत संघ के एक युवा इंजीनियर ने तैयार किया था. लोकप्रियता इतनी बढ़ी कि घरों के कंप्यूटर पर इसका कब्जा हो गया. यह एक पहेलीनुमा गेम था जिसमें अलग-अलग आकार के ब्लॉक को सही क्रम में लगाना होता था.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/R. Drew
फीफा: स्पोर्टिंग ग्लोरी
वीडियोगेम का यह फुटबॉल मैच चाहे मैदान में न खेला जाता हो लेकिन इसे खेलने वालों और देखने वालों की भावनाएं असली फुटबॉल प्रेमी की तरह ही होती हैं. साल 1993 में इसे सबसे पहले बाजार में उतारा गया था. जिसके बाद से हर साल इसके नए वर्जन बाजार में पेश किए जाते रहे हैं.
तस्वीर: dapd
एंग्री बर्ड्स: रफलिंग फेदर्स
एंगरी बर्ड्स के गेम को काफी पसंद किया गया. इस खेल में पक्षी अपने अंडों को हरे रंग के सुअर से बचाते नजर आते हैं. मोबाइल ऐप पर इसकी सफलता को देखते हुए इस पर टीवी कार्यक्रम और फीचर फिल्म भी तैयार होने लगी. लेकिन इसके मालिकों को तब झटका लगा जब एनएसए की जासूसी गतिविधियों को उजागर करने वाले एडवर्ड स्नोडेन ने खुलासा किया कि कैसे राज्य की सुरक्षा एजेंसियां इस गेम के जरिए यूजर्स का डाटा जुटा रहीं है.