साल की शुरुआत में लंबे लॉकडाउन के बाद पर्यटक पुर्तगाल के अल्गार्वे लौट रहे हैं. होटल व्यवसायी और रेस्त्रां मालिक भविष्य को लेकर आशान्वित हैं.
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दक्षिणी पुर्तगाल के अल्गार्वे शहर के फारो में फुटपाथों पर सूटकेस के पहियों की खड़खड़ाहट एक बार फिर लौट आई है. कुथ स्थानीय लोग इन आवाजों को अल्गार्वे की पहचान समझते हैं. अल्गार्वे पुर्तगाल का सबसे दक्षिणी क्षेत्र और एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है.
हालांकि अल्गार्वे में इस साल अन्य वर्षों की तुलना में मौसम उतना बेहतर नहीं है लेकिन फिर भी फ्रांस, यूके और जर्मनी के पर्यटकों की एक अच्छी संख्या को सड़कों पर टहलते हुए या पास के समुद्र तटों पर जाते हुए देखी जा सकता है.
इस इलाके के कई निवासियों के लिए पर्यटन की वापसी एक उपहार के रूप में देखी जा रही है. क्रिस्टीना लील फारो के भीतरी इलाके में मछली से बने पकवानों का एक छोटा रेस्त्रां चलाती हैं. हर शाम उनके रेस्त्रां की छत पर्यटकों से भरी रहती है.
लील लंबे समय से पर्यटकों के लौटने का इंतजार कर रही थीं. वे कहती हैं कि साल की पहली छमाही के दौरान उन्होंने उम्मीद ही खो दी थी, "कोविड-19 महामारी ने हमारी आजीविका ही छीन ली, जिससे हम बहुत तनाव और संकट में आ गए थे." हालांकि अब वे काफी खुश हैं और पर्यटकों के लगातार मिल रहे ऑर्डर की वजह से उनके चेहरे पर उभरी मुस्कान और खुशी आसानी से देखी जा सकती है.
आत्मविश्वास की वापसी
जोआओ कैरोलिनो भी इस साल पर्यटकों में लगातार बढ़ोत्तरी देख रहे हैं. वे कहते हैं कि उनके एक्वा रिया होटल में होने वाली बुकिंग साल 2020 की तुलना में पचास फीसद तक बढ़ गई है. कोविड संक्रमण के दौरान उन्हें अपने होटल को काफी दिनों तक बंद भी करना पड़ा था.
वे कहते हैं, "बहुत मुश्किल वक्ता था. हमें काम करना बंद करना पड़ा. एक साल तक हमारे पास कोई मेहमान नहीं था और हमने केवल बिलों का भुगतान किया और बिल लगातार आते रहे. लेकिन अब स्थिति काफी बेहतर है."
दुनिया की 10 सबसे मशहूर सड़कें
ये हैं दुनिया की दस सबसे मशहूर मानी जाने वालीं सड़कें. बताइए, कितनी सड़कों से गुजर चुके हैं आप?
तस्वीर: Ruslan Olinchuk/Zoonar/picture alliance
रूट 66
दुनिया में शायद यह सबसे मशहूर हाईवे है. 4,000 किलोमीटर लंबी इस सड़क ने पहली बार अमेरिका के पूर्व को पश्चिम से जोड़ा था. यह शिकागो, इलिनोई, सैंटा मोनिका, कैलिफॉर्निया से होते हुए गुजरती है. हालांकि 1985 में इसे औपचारिक रूप से बंद कर दिया गया था लेकिन पर्यटक आज भी यहां खूब जाते हैं.
तस्वीर: picture alliance / Zoonar
आइसफील्ड्स पार्कवे
इसे हाईवे 93 के नाम से भी जाना जाता है. कनाडा के रॉकी माउंटेन्स के बीचोबीच से गुजरती यह सड़क आपको प्राचीन हिमखंडों, घाटियों और झीलों की सैर कराती है. पर हां, गाड़ी में पट्रोल एक्स्ट्रा रखें, क्योंकि दूर दूर तक कोई पेट्रोल पंप नहीं मिलेगा.
तस्वीर: Darwin Wiggett/All Canada Photos/picture-alliance
पैन-अमेरिकन हाईवे
लगभग 30,000 किलोमीटर लंबी यह सड़क पूरे अमेरिका महाद्वीप का चक्कर लगाती है. सुदूर उत्तर में अमेरिका के अलास्का प्रांत को दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे टिएरा डेल फुएगा से जोड़ती इस सड़क से आप 20 देशों की सैर कर सकते हैं.
तस्वीर: Alexander Pöschel/imageBROKER/picture alliance
राउट डेस ग्रांडेस आल्प्स
लेक जेनेवा पर स्थित थोनोन ले बाएन्स से शुरू होकर यह सड़क फ्रेंच रिविएरा के मेन्टोन शहर तक जाती है. 700 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में आप फ्रांसीसी आल्प्स के मनमोहक नजारों का दर्शन कर सकते हैं. सड़क जून से अक्टूबर तक ही खुलती है और वह भी मौसम के हाल पर निर्भर है.
तस्वीर: Juergen Feuerer/picture alliance
रोसफेल्ड पैनोरामा रोड
जर्मनी के बवेरिया में दक्षिणपूर्वी पहाड़ी इलाके की यह ड्राइव मोटरसाइकल की सवारी करने वालों में खासी लोकप्रिय है. सालभर सड़क खुली रहती है और रास्ते में हाइकर्स भी खूब दिखते हैं.
तस्वीर: Gary Cook/robertharding/picture alliance
अमाल्फी कोस्ट ड्राइव
इटली के अमाल्फी तट के साथ साथ चलती यह सड़क सालेरनो घाटी का नजारा कराती है. 50 किलोमीटर लंबी इस यात्रा पर आप कई घाटियों से गुजरते हैं.
यह है दक्षिण अफ्रीका में अटलांटिक महासागर के किनारे से गुजरती सड़क जो हाउट बे बंदरगाह को नूरडोएक गांव से जोड़ती है. एक तरफ ग्रेनाइट की चट्टानें हैं जिन्हें काटकर सड़क बनाई गई है और दूसरी तरफ है अथाह समुद्र.
तस्वीर: M. Harvey/WILDLIFE/picture alliance /
ग्रेट ओशन रोड
ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रांत में यह सड़क पहाड़ियों के साथ-साथ समुद्र के किनारे की अद्भुत सैर कराती है.
तस्वीर: picture-alliance / DUMONT Bildarchiv
स्टेट हाईवे 8
न्यूजीलैंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट कुक तक जाती यह सड़क लेक तेकापो और लेक पुकाकी जैसी मनोरम झीलों से होती हुई गुजरती है और 700 वर्ग किलोमीटर में फैले आओराकी नेशनल पार्क को बीच से काटती है, जहां दर्जनों हिमखंड नजर आते हैं.
तस्वीर: Moritz Wolf/imageBROKER/picture alliance
काटू-यारिक दर्रा
रूस का काटू-यारिक दर्रा दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़ी रास्तों में से एक माना जाता है. सफर तो सिर्फ 3.5 किलोमीटर का है लेकिन दक्षिणी रूस में अल्टाई रिपब्लिक से गुजरने वाली यह सड़क आपकी और आपकी गाड़ी की पूरी परीक्षा लेती है. और नतीजे में मिलते हैं अद्भुत दृश्य.
तस्वीर: Ruslan Olinchuk/Zoonar/picture alliance
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कैरोलिनो पिछले छह साल से अपने भाई के साथ यह होटल चला रहे हैं. यह लंबे समय से उनका सपना था और इसमें उन्होंने एक बड़ा निवेश भी किया. लेकिन उसके कुछ साल बाद ही महामारी ने दस्तक दे दी. कैरोलिनो कहते हैं, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा कुछ होगा. हमारे लिए यह एक बड़ा सबक था. भविष्य में हम ऐसी स्थितियों के लिए बेहतर तरीके से तैयार रहना चाहते हैं."
कैरोलिना कहते हैं कि जरूरी स्वच्छता उपायों को लागू करने जैसे उपाय करने और पर्यटन उद्योग की स्थिति सामान्य और पर्यटकों के अनुकूल होने के बाद, होटल में रहने को लेकर मेहमानों का भी आत्मविश्वास काफी बढ़ा महसूस हो रहा है. वे कहते हैं, "टीकाकरण भी इसकी एक बड़ी वजह है."
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टीकाकरण की ऊंची दर
पुर्तगाल ने हाल ही में 85 फीसदी की टीकाकरण दर हासिल की है जो दुनिया भर में सबसे ज्यादा है. नतीजतन, महामारी संबंधी कई प्रतिबंधों में अक्टूबर में अब ढील दी जानी है. बार और क्लब उन स्थानों में से होंगे जो फिर से खुलने जा रहे हैं, जबकि रेस्त्रां और होटलों के भीतर बैठने की पाबंदी में भी अब और ढील दी जा रही है.
इसके अलावा लोगों के बड़े समूहों को भी इकट्ठा होने की फिर से अनुमति दी जाएगी, जो इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि पुर्तगाल पर्यटकों का एक बेहद पसंदीदा स्थल है. ज्यादातर पर्यटक गर्मियों के महीनों में यूरोप से आते हैं, जबकि अमेरिका और ब्राजील जैसे कई देशों से लोग सर्दियों के दौरान आना पसंद करते हैं.
कोरोना के चक्कर में धराशायी हुई दुनिया भर की एयरलाइन कंपनियां
जनवरी 2020 तक सब कुछ कंट्रोल में लग रहा था. लेकिन उसके बाद कोरोना का ऐसा तूफान आया कि एयरलाइन उद्योग के परखच्चे उड़ने लगे. हजारों नौकरियां उजड़ गईं.
तस्वीर: Steve Strike
लुफ्थांसा
जर्मन एयरलाइन कंपनी लुफ्थांसा को कोरोना वायरस के चलते 2020 की छमाही में करीब तीन अरब यूरो का घाटा हुआ. लुफ्थांसा प्रमुख कार्स्टन स्पोर कहते हैं कि कंपनी को लंबे समय के लिए अपना आकार छोटा करना होगा. जर्मनी में ही कंपनी की 11,000 नौकरियां खतरे में हैं.
तस्वीर: ATC Pilot/Sebastian Thoma
क्वांटस
ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी क्वाटंस एलान कर चुकी है कि वह 2023 तक दुनिया के सबसे बड़े यात्री विमान एयरबस ए380 को बिल्कुल नहीं उड़ाएगी. कंपनी 6,000 नौकरियां खत्म कर चुकी है. बाकी बचे स्टाफ में भी ज्यादातर लोग कुछ ही घंटों के लिए काम कर रहे हैं.
तस्वीर: Reuters/L. Elliott
इंडिगो
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने अपने स्टाफ में 10 फीसदी कटौती का एलान किया है. भारत में कोरोना का प्रकोप अभी तक खत्म नहीं हुआ है. कंपनी जबरदस्त कॉस्ट कटिंग मोड में भी चली गई है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/P. Pavani
रायनएयर
यूरोप की चोटी की किफायती एयरलाइन कंपनी रायनएयर को इस साल के पहले छह महीनों में टिकट बिक्री में 95 फीसदी गिरावट देखनी पड़ी. सस्ते टिकट वाली आइरिश कंपनी को पहली बार नुकसान झेलना पड़ा है. इस साल कंपनी को अपने 19,000 कर्मचारियों में से सिर्फ 3,000 को चुनना पड़ा.
तस्वीर: Reuters/W. Rattay
इंटरनेशनल एयरलाइंस ग्रुप (आईएजी)
ब्रिटिश स्पैनिश ग्रुप का ऑपरेटिंग लॉस 1.37 अरब यूरो है. इसकी सहायक कंपनी ब्रिटिश एयरवेज में 12,000 नौकरियों पर तलवार लटक रही है. ग्रुप की बाकी एयरलाइंस में बड़ी संख्या में नौकरियां जाना तय है.
तस्वीर: ATC Pilot/Sebastian Thoma
एयर फ्रांस-केएलएम
फ्रेंच डच एयरलाइन ग्रुप को 1.55 अरब यूरो का नुकसान हुआ है. पिछले साल की पहली छमाही के मुकाबले 2020 में टिकट सेल 85 फीसदी गिरी है. ग्रुप 7, 580 नौकरियां खत्म करने जा रहा है. डच एयरलाइन केएलएम तो 2022 तक 33,000 फ़ुल टाइम जॉब्स में 5,000 को खत्म करने जा रही है.
तस्वीर: AFP/B. Guay
ईजीजेट
ब्रिटेन की बजट एयरलाइन ईजीजेट को अप्रैल, मई और जून में ही 36 करोड़ यूरो का घाटा हुआ है. एयरलाइन के 315 विमानों के बेड़े में से सिर्फ 10 ही इस्तेमाल हुए. ईजीजेट ने चेतावनी दी है कि उसे 4,500 नौकरियां खत्म करनी पड़ सकती हैं.
तस्वीर: picture alliance/dpa
नॉर्वेजियन
सस्ते टिकट बेचने वाली नॉर्वे की यह एयरलाइन कंपनी अपने आंकड़े अगस्त अंत में पेश करेगी. स्वीडन और डेनमार्क में इसकी सहायक कंपनियां अप्रैल से बंद हैं. पायलटों और केबिन क्रू को मिलाकर 4,700 नौकरियां धार पर हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Mainka
एसएएस
डैनिश एयरलाइन ग्रुप में आधी यानि करीब 5,000 नौकरियां खतरे में हैं. डेनमार्क, स्वीडन और वालेनबेर्ग फाउंडेशन जैसे बड़े शेयर होल्डरों ने कंपनी को बचाने के लिए एक रेस्क्यू पैकेज का एलान किया है.
तस्वीर: picture-alliance/M.Mainka
विज
हंगरी की लो कॉस्ट एयरलाइन विज को पहले ही हो चुकी बुकिंग से राहत मिली. अप्रैल से जून के बीच कंपनी को 90 लाख यूरो का फायदा हुआ, लेकिन उसके बाद से नुकसान ही हो रहा है. कंपनी के 20 फीसदी कर्मचारियों लग रहा है कि उन्हें सेवा समाप्ति का लेटर मिल सकता है.
तस्वीर: AFP/Getty Images/V. Petrova
कोंडोर
जर्मन हॉलिडे एयरलाइन की पैरेंट कंपनी थॉमस कुक 2019 में दिवालिया हो गई. अब कोंडोर अलग कंपनी है. एयरलाइन को लगता है कि वह अपने स्टाफ में कटौती किए बिना कोरोना संकट से निकल जाएगी. कंपनी ने अपने आंकड़े जारी नहीं किए हैं. रिपोर्ट: हेनरिक बोएमे, ओंकार सिंह जनौटी
तस्वीर: picture-alliance/dpa/C. Schmidt
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पुर्तगाल में पर्यटन क्षेत्र देश के सकल घरेलू उत्पाद में दस से पंद्रह फीसद की भागीदारी करता है जिसकी वजह से यह पुर्तगाल के सबसे महत्वपूर्ण उद्योगों में से एक माना जाता है. महामारी के कारण दूसरे उद्योगों की तरह पर्यटन की भी स्थिति बेहद खराब रही है और 1980 के दशक के बाद यह सबसे खराब स्थिति थी.
साल 2020 में छुट्टियों की संख्या में 76 फीसद की गिरावट आई, जबकि पुर्तगाल की गिनती उन देशों में होती है जहां कोविड महामारी के शुरुआती दौर में कम संक्रमण दर के कारण पुर्तगाल पर्यटन के लिए एक "मॉडल" था.
भविष्य पर विचार
2021 की शुरुआत में पुर्तगाल में संक्रमण और मृत्यु दर अचानक आसमान छूने लगी, जिससे पर्यटन क्षेत्र के जल्द से जल्द ठीक होने की उम्मीद धराशायी होने लगी. अब पुर्तगाली पर्यटन बोर्ड को उम्मीद है कि पतझड़ और सर्दियों में पर्यटन एक बार फिर उनके लिए उम्मीदों भरा होगा. उद्योग को मजबूत करने और यहां तक कि इसका विस्तार करने के लिए सरकारी धन का भी निवेश किया गया है.
शानदार नहीं बेहद गंदे हैं ये क्रूज शिप
विलासिता की तमाम सुविधाओं से लैस लग्जरी जहाज उद्योग को पर्यावरणवादी संगठन वर्षों से निशाना बनाते आ रहे हैं. इसके पीछे वजह वो प्रदूषण है जो इन जहाजों से वायुमंडल में पहुंच रहा है. .
तस्वीर: picture-alliance / John Bolt / S
सागर की यात्रा या धरती का सर्वनाश
जर्मनी की नेचर एंड बायोडाइवर्सिटी कंजर्वेशन यूनियन यानी एनएबीयू ने 2017 के लिए शिपों की रैकिंग जारी की है. इससे पता चलता है कि क्रूज शिप उद्योग में प्रदूषण के मामले में कोई बेहतरी नहीं आई है.
तस्वीर: NABU/Wattenrat/E. Voss
जहरीला ईंधन
जिन 77 सागरयानों का सर्वे किया गया उनमें से 76 में जहरीले भारी ईंधन का इस्तेमाल होता है. एनएबीयू का कहना है कि इस ईंधन का इस्तेमाल से सिर्फ एक जहज जितना प्रदूषण फैला रहा है, उतने में 50 लाख कारें उस रास्ते से गुजर सकती हैं.
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भीड़ में अकेला
एआईडी अनोवा अकेला ऐसा जहाज है जो कम नुकसानदेह लिक्विफाइड नेचुरल गैस यानी एलएनजी से चलता है. यह बाजार में नया जहाज है जिसे मेयर शिपयार्ड ने बनाया है. समंदर में सैरसपाटे कराने वाली कंपनी कार्नीवाल ने अगली पीढ़ी के जिन सात जहाजों का ऑर्डर दिया है, उनमें यह पहला है. ये सभी एलएनजी से चलेंगे.
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कम नुकसानदेह जहाज
टीयूआई क्रूज और हापाग लॉयड क्रूज की पोर्टफोलियो में कुछ नए जहाज शामिल हुए हैं, जो कैटेलिटिक रिडक्शन के जरिए कम से कम नाइट्रिक ऑक्साइ़ड रिडक्शन तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. जब ये बंदरगाहों पर होते हैं, तो वहां तटवर्ती इलेक्ट्रिक पावर का इस्तेमाल करते हैं.
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ताजा समुद्री हवा?
कई सागरयानों में डीजल पार्टिकुलेट फिल्टर या सूट पार्टिकल फिल्टर नहीं होते. इसके कारण सागरयानों के ठीक ऊपर मौजूद हवा में ताजगी और सफाई दोनों का नितांत अभाव होता है. कई बार तो डेक पर मौजूद हवा में किसी व्यस्त सड़क की तुलना में 20 गुना ज्यादा महीन कण मौजूद होते हैं.
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सांस लेने के लिए
एनएबीयू के सर्वे में एआईडी एनोवा की नई खोज के लिए तारीफ की गई है. उनकी सलाह है कि दूसरे जहाजों को भी इसे अपनाने की कोशिश करनी चाहिए. अगर क्रूज शिप एलपीजी में तब्दील हो जाएं तो तटवर्ती इलाके के लोगों को सांस लेने के लिए बेहतर हवा मिल सकती है.
तस्वीर: Colourbox
साफ धरती?
हालांकि ऐसा भी नहीं कि एलएनजी सारी मुश्किलों का हल है. हाल ही में ट्रांसपोर्ट और पर्यावरण संगठनों ने एक सर्वे कराया है. पर्यावरण की सुरक्षा की बात हो तो एलएनजी डीजल के मामले में बहुत ज्यादा अच्छा नहीं है. जाहिर है कि शिपिंग की दुनिया में भारी तकनीकी बदलाव की जरूरत है.
तस्वीर: Reuters/D. Boylan
यहां जहाज नहीं चलेंगे
एनएबीयू के प्रमुख लाइफ मिलर का विचार है कि गंदे जहाजों के लिए नो इंट्री का बोर्ड लगा दिया जाए क्योंकि यह उद्योग बड़े तकनीकी बदलाव करने की दिशा में नहीं जा रहा है. गंदे जहाजों पर रहने वालों की सेहत उन्हीं खतरों से जूझ रही जिनसे कि किसी सड़क किनारे रहने वाले लोग जूझते हैं.
तस्वीर: picture-alliance / John Bolt / S
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भविष्य में पर्यटन बोर्ड वाइन टेस्टिंग और कुछ विशेष आउटडोर छुट्टियों जैसे ऑफर पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहता है ताकि पर्यटकों का आकर्षण बढ़े. देश का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा डिजिटल खानाबदोशों को आकर्षित करना है क्योंकि वे लंबे समय तक रुकते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था में लंबी अवधि के लिए योगदान करते हैं. 2023 तक पुर्तगाल में पर्यटन पूरी तरह से ठीक हो जाने की उम्मीद है.
मजदूरों की कमी
जोआओ कैरोलिनो जैसे होटल व्यवसायियों को धैर्य रखना होगा. हालांकि इस साल पर्यटकों की वापसी से पहले ही काफी फर्क पड़ा है. उनका कहना है कि उन्हें अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. वे कहते हैं कि पर्यटन क्षेत्र में श्रमिकों की कमी है और उसकी वजह भी महामारी ही है, "विभिन्न यात्रा प्रतिबंधों के कारण पुर्तगाल में विदेशों से कुशल श्रमिक काम पर नहीं लौटे हैं. उन श्रमिकों में से कई ब्राजील और पूर्वी यूरोप के देशों से हैं. इस वजह से मुझे और मेरे भाई को पहले की तुलना में दोगुना काम करना पड़ता है."
क्रिस्टीना लील भी इसी समस्या का अनुभव कर रही हैं और कहती हैं कि वे पहले से कहीं ज्यादा काम कर रही हैं. लील कहती हैं कि पुर्तगाली नागरिक उद्योगों में खुले पदों के लिए बहुत कम संख्या में आवेदन कर रहे हैं जिसकी वजह से मजदूरों की कमी की पूर्ति नहीं हो पा रही है. उनका मानना है कि कई स्थानीय मजदूरों को महामारी से संबंधित सरकारी वित्तीय सहायता मिलती रहती है, जिसकी वजह से वे काम पर लौटने को लेकर ज्यादा उत्साहित भी नहीं हैं.
फिर भी, वे आशावादी बनी हुई हैं कि इन मौजूदा चुनौतियों को आखिरकार दूर कर लिया जाएगा. उन्हें पता है कि मौजूदा समय फिर भी काफी अच्छा है क्योंकि महामारी के दौरान काफी बुरे दिन देखने को मिले हैं.