फर्जी नाम से भारत में रह रहे चीनी नागरिक के हवाला रैकेट में गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ है कि वह बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा की जासूसी कर रहा था. जानकारी पाने के लिए वह मोटी रकम खर्च कर रहा था.
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भारतीय मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि हवाला रैकेट में गिरफ्तार चीनी नागरिक लुओ सांग उर्फ चार्ली पेंग बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा की जासूसी कर रह था. हवाला रैकेट की जांच कर रही एजेंसियों ने चीनी नागरिक चार्ली पेंग को आयकर विभाग ने 11 अगस्त को दिल्ली से गिरफ्तार किया था. अब जांच एजेंसियों को संदेह है कि वह बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा की जासूसी कर रहा था. भारत में जासूसी के आरोप में पहले कई बार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट गिरफ्तार किए जा चुके हैं. आईएसआई से पैसे लेकर कई नागरिक भी जासूसी के आरोप में पहले गिरफ्तार हो चुके हैं और उनसे अहम जानकारी भी मिली है. लेकिन चीन और भारत के बीच एलएसी पर तनाव के बीच चीनी नागरिक का हवाला रैकेट और जासूसी के आरोप में गिरफ्तार होना चिंता का विषय है.
तिब्बतियों पर नजर
चीनी नागरिक लुओ सांग को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. वह भारत में "चार्ली पेंग" के फर्जी नाम से रह रहा था. वह दिल्ली समेत देश के अलग-अलग इलाकों में निर्वासित तिब्बतियों से मेलजोल बढ़ाकर और उनके ठिकानों के बारे में जानकारी जुटा रहा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक वह दिल्ली के मजनूं का टीला में कई लामाओं के संपर्क में था और उसने जानकारी के बदले में दो से तीन लाख रुपये दिए थे. मजनूं का टीला तिब्बती शरणार्थी कॉलोनी है. लुओ सांग लेन-देन से जुड़ी बातचीत और खुफिया जानकारी चीनी ऐप वी चैट पर करता था. भारत ने जिन 59 चीनी ऐप को बैन किया था उसमें वी चैट भी शामिल है.
कौन है "जासूस चार्ली"
42 साल के लुओ सांग को दिल्ली पुलिस ने 2018 में जासूसी और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया था हालांकि बाद में उसे कोर्ट से जमानत मिल गई थी. जांच में यह भी सामने आया है कि सांग 2014 में नेपाल के रास्ते भारत में गैर कानूनी तरीके से दाखिल हुआ था. उसने मिजोरम की महिला से शादी कर ली और मणिपुर से उसने फर्जी नाम पर भारतीय पासपोर्ट हासिल किया. इसी नाम से उसने पैन कार्ड और आधार कार्ड भी बनवा लिया.
11 अगस्त को आयकर विभाग ने दिल्ली, गाजियाबाद और गुरुग्राम के 21 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया था. विभाग को चीनी नागरिक के मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने की पुख्ता सूचना मिली थी. इसी छापेमारी के दौरान सांग का नाम सामने आया और छापेमारी वाली एक जगह से उसे गिरफ्तार किया गया था. आयकर विभाग का कहना है कि सांग के नाम 8-10 बैंक खाते हैं और उसने लेन-देन के लिए फर्जी कंपनियां बना रखी थीं.
भारतीय सेना के जवानों को 89 ऐप्स डिलीट करने के आदेश दिए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षा कारणों और सेना से जुड़ी जानकारी को लीक होने से रोकने के लिए जवानों का यह आदेश दिया गया है.
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फेसबुक
सेना ने जवानों और अफसरों से कहा है कि वह फेसबुक और इंस्टाग्राम समेत 89 ऐप्स को 15 जुलाई तक अपने स्मार्टफोन से डिलीट कर दें. मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक सेना के जवानों और अफसरों से ऐसा इसलिए कहा गया है ताकि अहम जानकारी के लीक होने की घटनाओं को रोका जा सके. सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक भी इस सूची में शामिल है.
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इंस्टाग्राम
पिछले दिनों भारत सरकार ने टिक टॉक समेत 59 चीनी ऐप्स को बैन करने का आदेश दिया था. सेना ने जो सूची जारी की है उसमें कई विदेशी ऐप्स भी शामिल हैं जिनमें इंस्टाग्राम और डेटिंग ऐप्स भी हैं.
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टिक टॉक
सेना ने जिन 89 ऐप्स की सूची जारी की है उसमें कई चीनी ऐप्स भी शामिल हैं. इनमें टिक टॉक का भी जिक्र है. वीडियो होस्टिंग ऐप्स में लाइके, सामोसा और क्वाई जैसे ऐप शामिल हैं.
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वी चैट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना ने अपने आदेश में जिन ऐप्स को डिलीट करने को कहा है उनमें मैसेजिंग ऐप्स जैसे कि वी चैट, किक, वायबर, ईमो, टो टॉक और हाइक जैसे 14 ऐप्स शामिल हैं.
पबजी
जवानों को गेमिंग ऐप डिलीट करने को कहा गया है, जिनमें पबजी, क्लैश ऑफ किंग्स और मोबाइल लेजेंड्स जैसे पांच गेमिंग ऐप्स शामिल हैं.
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डेटिंग ऐप्स
सूची में कुछ डेटिंग ऐप्स का भी जिक्र है. मशहूर डेटिंग ऐप्स टिंडर, ओके क्यूपिड, बाडू और काउच सर्फिंग जैसे ऐप्स शामिल हैं. पिछले दिनों गलवान घाटी में चीन के साथ तनाव के बाद भारत ने 59 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था.
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जूम
सेना के जवानों और अफसरों को जिन ऐप्स डिलीट करने को कहा गया उनमें वीडियो और लाइव स्ट्रीमिंग ऐप्स भी हैं. बिग लाइव, जूम, वीमेट, विग वीडियो जैसे लाइव स्ट्रीमिंग ऐप्स हटाने को कहा गया है.
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ई-कॉमर्स
ई-कॉमर्स ऐप्स जिनमें क्लब फैक्ट्री, अली एक्सप्रेस, चाइना ब्रांड्स जैसे कुछ ऐप्स को भी स्मार्ट फोन से हटाने को कहा गया है. दरअसल इन ऐप्स के जरिए अहम जानकारियां चुराने का संदेह बना रहता है और इसी वजह से ऐसा कदम उठाया गया है.
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डेली हंट
न्यूज ब्राउजिंग ऐप्स न्यूज डॉग और डेली हंट जैसे ऐप को भी डिलीट करने का फरमान जारी किया गया है. 13 लाख जवानों वाली सेना के लिए डाटा सुरक्षा अहम मुद्दा बना रहता है.
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म्यूजिक ऐप
89 ऐप्स में म्यूजिक ऐप जैसे कि हंगामा और सॉन्ग डॉट पीके भी शामिल हैं. दरअसल सेना ने उन्हीं ऐप्स से दूरी बनाने का आदेश जारी किया है जिन पर कभी न कभी निजी डाटा चोरी होने के आरोप लगे हैं.