9 साल की थारागई आराधना अपने पिता और उनके स्कूबा डाइवर दोस्तों के साथ मिलकर चेन्नई के तटों के पास समंदर से प्लास्टिक निकालती है. वे समंदर के अंदर 5 किलोमीटर तक जाते हैं और वहां से प्लास्टिक चुनकर तट पर वापस लाते हैं. इससे समुद्री गायों और मछलियों जैसे जलीय जीवों के लिए हालात कुछ अच्छे हुए हैं. देखिए, कैसे बाप-बेटी की जोड़ी ने यह अभियान शुरू किया.