चीन ने कोविड-19 की शुरुआत के बाद से सबसे धीमी आर्थिक विकास दर दर्ज की है. इसे बार बार लगाई जाने वाली तालाबंदी और प्रॉपर्टी बाजार में आई मंदी का नतीजा बताया जा रहा है.
तस्वीर: Selim Chtayti/REUTERS
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ताजा आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक चीन ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सिर्फ 0.4 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की. जनवरी से मार्च की तिमाही के मुकाबले अप्रैल से जून की तिमाही में जीडीपी 2.6 प्रतिशत सिकुड़ गई.
नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले 3.9 प्रतिशत वृद्धि हुई और खुदरा बिक्री में भी 3.1 प्रतिशत बढ़त दर्ज की गई.
मई 2022 में खुदरा बिक्री 6.7 प्रतिशत गिर गई थी. समीक्षकों का कहना है कि इसमें उछाल एक उम्मीद देने वाला संकेत है. शहरी बेरोजगारी भी मई के मुकाबले चार अंक गिरी. मई में वह 5.9 प्रतिशत थी. लेकिन जीडीपी के सिकुड़ने को अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है. हाल के दशकों में चीन की जीडीपी का सिकुड़ना सिर्फ एक बार देखा गया है.
शंघाई में लॉकडाउन का दृश्यतस्वीर: CFOTO/picture alliance
समीक्षकों का अनुमान है कि इससे पूरे साल की विकास दर पर भी असर पड़ेगा. पिनपॉइंट एसेट मैनेजमेंट के शीवेई शांग कहते हैं कि अर्थव्यवस्था "धीमी रिकवरी की राह पर है...आर्थिक वृद्धि अभी भी जितनी हो सकती है उससे नीचे ही है क्योंकि कोविड के फिर से फैलने को लेकर डर उपभोक्ताओं और कंपनियों के मनोभाव पर हावी है."
स्टैगफ्लेशन का जोखिम
चीन अपनी जीरो-कोविड रणनीति पर अड़ा हुआ है जिसके तहत वायरस के कहीं भी सामने आते ही तुरंत लॉकडाउन और लंबी अवधि के क्वारंटाइन लागू कर दिए जाते हैं, लेकिन इससे व्यापार का बुरा हाल हो गया है और ग्राहक भी परेशान हैं.
देश के सबसे बड़े शहर शंघाई को हाल ही में कोविड-19 के नए मामलों की वजह से दो महीनों तक सील रखा गया था. इस दौरान सप्लाई चेन कमजोर पड़ गईं और फैक्टरियों को मजबूरन अपना काम बंद करना पड़ा.
ब्यूरो के प्रवक्ता फु लिंगुई ने मांग में कमी और आपूर्ति के भंग होने को लेकर कहा, "देश के अंदर महामारी का असर अभी भी जारी है. वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी स्टैगफ्लेशन का जोखिम भी बढ़ रहा है."
चीन के रियल एस्टेट क्षेत्र में आई मंदी का असर पूरी अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा हैतस्वीर: Wiktor Dabkowski/ZUMA/picture alliance
प्रॉपर्टी बाजार में मंदी
अर्थशास्त्रियों ने लंबे समय से चीन के आधिकारिक डाटा पर सवाल उठाए हैं और राजनीतिक उद्देश्यों की वजह से आंकड़ों में हेर फेर किए जाने का संदेह व्यक्त किया है. कैपिटल इकोनॉमिक्स में वरिष्ठ चीन अर्थशास्त्री जूलियन एवंस-प्रिचार्ड कहते हैं कि चीन का दूसरी तिमाही का विकास "तालाबंदी की वजह से गतिविधियों को पहुंचे नुकसान से मेल नहीं खाता है."
उन्होंने यह भी कहा, "जून में आई मजबूती को अगर हिसाब में ले तो भी आंकड़े पिछली तिमाही में दिखी नेगेटिव सालाना बढ़ोतरी की तर्ज पर ही हैं." ये आंकड़े ऐसे समय पर आए हैं जब चीन के रियल एस्टेट क्षेत्र में भी चुनौतियां बढ़ रही है.
कुछ अनुमानों के मुताबिक यह क्षेत्र चीन की एक चौथाई जीडीपी के बराबर है. हाल के महीनों में घरों की बिक्री में काफी कमी आई है. घर खरीदने वाले ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है जो ऋण नहीं चुका रहे हैं क्योंकि उन्हें चिंता है कि उनका मकान समय पर बन कर तैयार नहीं होगा.
सीके/एए (एपी, एएफपी)
चीन में क्या होगा "बाघ के साल" में
चीन में नए साल को ही सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार के रूप में मनाया जाता है. लोग लंबी छुट्टी लेते हैं, अपने अपने परिवारों के पास जाते हैं और जश्न कई दिनों तक चलता है.
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बाघ का साल
चीन में 12 सालों की अवधि के "बाघ के साल" की शुरुआत हो चुकी है. चीन में बाघ को बहादुरी और साहस के एक ऐसे प्रतीक के रूप में माना जाता है जो लोगों को उम्मीद दे सकता है, खास कर उथल पुथल के इन मौजूदा हालात में.
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वियतनाम में भी नया साल
चीनी नया साल 16 दिनों तक मनाया जाता है और इसके लिए अच्छे से तैयारी की जाती है. घरों और सड़कों की सफाई कर उन्हें लाल कंदीलों से सजाया जाता है. लाल रंग खुशी, उल्लास और समृद्धि का प्रतीक है. यह उत्सव सिर्फ चीन में ही नहीं बल्कि वियतनाम में भी मनाया जाता है जहां उसे "तेत" के नाम से जाना जाता है. इस मौके पर बाजारों में बहुत धूम होती है. लोग सजावट का सामान, खाने पीने की चीजें और तोहफे खरीदने जाते हैं.
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एक बेहतर साल की कामना
चीन में कई लोगों ने त्यौहार की शुरुआत परिवार के साथ भोजन कर और टीवी पर नए साल का रंगारंग कार्यक्रम देख कर की. इंडोनेशिया के बाली में यह परिवार जिस तरह साथ मिल कर प्रार्थना कर रहा है, यह भी नया साल मनाने का एक आम दस्तूर है.
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पारंपरिक भोजन
नए साल पर परोसे जाने वाले पारंपरिक पकवानों में मछली शामिल है. इंडोनेशिया में मछली के लिए जो शब्द है वो "प्रचुरता" से मिलता जुलता है. इसलिए थाली में पड़े भोजन को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जाता है ताकि नसीब में जो है उसे एक ही बार में पूरे का पूरा खत्म ना कर दिया जाए. जकार्ता में नए साल से पहले इस तरह की अस्थायी दुकानें कई जगह खुल जाती हैं.
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हांग कांग के फूल बाजार
फूल भी नए साल की पारंपरिक सजावट का हिस्सा हैं. हांग कांग में भी नया साल मनाया जाता है, लेकिन इस साल उत्सव की धूम कम ही रहेगी. कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों की वजह से लोग धूमधाम से जश्न नहीं मना पाएंगे. इस साल भी आतिशबाजी जैसे मुख्य कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं.
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उत्सव का मतलब अलविदा भी
चीन में परिवार से दूर रहने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन नए साल पर ये लोग बड़ी संख्या में अपने अपने घर वापस लौटते हैं. कई लोग पूरे साल अपनी छुट्टियां बचा कर रखते हैं ताकि इस मौके पर अपने गृह शहर में ज्यादा से ज्यादा समय बिता सकें. बीजिंग में ये दोनों एक दूसरे को अलविदा कह रहे हैं क्योंकि अब ये एक दूसरे से कम से कम दो सप्ताह तक नहीं मिल पाएंगे.
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सबसे बड़ा नियमित आप्रवासन
यह 2019 में ली गई शंघाई के एक ट्रेन स्टेशन की तस्वीर है, लेकिन इस साल कोविड-19 के नियमों की वजह से ऐसा नजारा देखने को नहीं मिलेगा. फिर भी सरकार को इन छुट्टियों में 1.2 अरब लोगों के यात्रा करने की उम्मीद है. यह अपने आप में 2020 के मुकाबले अनुमानित रूप से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी है.
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महामारी में एक और चीनी नया साल
पेकिंग विश्वविद्यालय के चेन लियनशान कहते हैं, "बाघ बुरी आत्माओं से सुरक्षा प्रदान करता है और वो हर तरह के राक्षसों और भूतों को हरा सकता है." कई लोग भी यही उम्मीद कर रहे होंगे कि 2022 में वो महामारी के चंगुल से निकल सकें. (फिलिप बोल)