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चीन को कितनी भारी पड़ेगी ताइवान की घेराबंदी

२० सितम्बर २०२३

ताइवान को घेरकर अलग थलग करने की चीनी कोशिश एक "भयानक जोखिम" होगी. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने संसद में यह बात कही.

ताइवान के पास चीन का विमानवाही युद्धपोत
तस्वीर: Taiwan Defense Ministry/AFP

मंगलवार को अमेरिकी संसद में हिंद प्रशांत सिक्योरिटी अफेयर्स डिपार्टमेंट के असिस्टेंट डिफेंस सेक्रेटरी एली रैटनर ने कहा कि ताइवान को घेरने की बीजिंग की कोशिश एक "भयानक जोखिम" होगी और शायद यह नाकाम हो जाएगी. हाउस आर्म्ड सर्विस कमेटी से रैटनर ने कहा, "यह संभव है कि वे सफल नहीं होंगे और ये पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के लिए एक बड़ा जोखिम होगा, उसे यह सोचना और तय करना पड़ेगा कि वह समुद्री जलमार्ग पर व्यावसायिक जहाजों पर हमला करना चाहता है या नहीं."

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रैटनर के मुताबिक, ताइवान की "घेराबंदी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए विध्वंसकारी होगी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बड़े स्तर पर कड़ा जवाब देने के लिए प्रेरित करेगी...बीजिंग इससे बचने की कोशिश करेगा."

चीन करीब साल भर से ताइवान के आस पास बड़े स्तर पर सैन्य अभ्यास कर रहा है. इन सैन्य अभ्यासों में ताइवान के घेरने की प्लानिंग दिखाई पड़ती है. आए दिन चीन के लड़ाकू विमान ताइवान के वायु क्षेत्र में घुस रहे हैं. बीजिंग के युद्धपोत ताइवान के जल क्षेत्र में अकसर दिखाई पड़ते हैं. सोमवार को चीनी लड़ाकू विमानों ने 24 घंटे के भीतर ताइवान के ऊपर 100 से ज्यादा बार उड़ान भरी. ताइपे ने इसे धमकाने की कोशिश करार दिया.

अपने शासन के दौरान ताइवान को चीन में शामिल होते हुए देखना चाहते हैं शीतस्वीर: Mark Schiefelbein/AFP/Getty Images

शी का सपना, ताइवान

चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है. बीजिंग हमेशा जोर देता आया है कि बाकी दुनिया भी "वन चाइना पॉलिसी" के तहत ताइवान को चीन का अंग माने. चीन के साथ कारोबार करने वाले अमेरिका समेत पश्चिमी देश, वन चाइना पॉलिसी के सम्मान की बात करते हैं, लेकिन वे ताइवान की स्वयत्ता के भी पक्षधर हैं. ताकत का इस्तेमाल कर स्वशासित ताइवान को चीन में मिलाने का पश्चिमी देश विरोध करते हैं. हाल के बरसों में ताइवान के आस पास और दूसरी सीमाओं पर चीन का आक्रमक रुख कई देशों को परेशान कर रहा है.

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अब पश्चिमी देश और चीन के पड़ोसी भी बीजिंग के इस दबदबे का विरोध करने लगे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन तो यह तक कह चुके हैं कि अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया तो अमेरिका दखल देगा. अमेरिकी रक्षा अधिकारियों को आशंका है कि चीन 2027 के आस पास ताइवान पर हमला कर सकता है. शी अपने शासन के दौरान ताइवान को चीन में शामिल होते हुए देखना चाहते हैं.

ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेनतस्वीर: Taiwan Presidential Office/AP/picture alliance

विध्वंसक होगी ताइवान की घेराबंदी

मंगलवार को यूएस संसद में अमेरिकी सेना के वाइस डायरेक्टर ऑफ ज्वाइंट स्टाफ, मेजर जनरल जोसेफ मैकगी ने भी रैटनर से मिलती जुलती बात कही. मैकगी के मुताबिक, घेराबंदी "एक विकल्प जरूर है लेकिन यह शायद  सैन्य नहीं होगा....घेराबंदी की बात करना, असली घेराबंदी के मुकाबले कहीं ज्यादा आसान है."

ताइवान को घेरने से जुड़ी संभावित सैन्य रणनीति का जिक्र करते हुए मैकगी ने कहा, "उन्हें हजारों या लाखों सैनिकों को पूर्वी तट पर तैनात करना होगा और यह एक साफ संकेत देगा." ताइवान के पहाड़ी भूगोल और उसे घेरने वाले समंदर को अमेरिकी मिलिट्री अफसर ने चीन के लिए बड़ी चुनौती बताया.

ओएसजे/एनआर (एएफपी, एपी)

टकराने से बचे अमेरिकी और चीनी युद्धपोत

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