चीनी कंपनियों की बनाई ई-कारें अब जर्मनी के बाजार में कदम रख रही हैं. ये सस्ती हैं और जर्मनी की ई-कारों के मुकाबले लंबी रेंज वाली हैं. हां, इनकी क्वॉलिटी जरूर जर्मन कारों जैसी नहीं है, लेकिन आने वाले वर्षों में इनकी बिक्री बढ़ने की पूरी संभावना दिख रही है.