1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
अपराधभारत

राजस्थान के भीलवाड़ा में सांप्रदायिक हिंसा

५ मई २०२२

करौली और जोधपुर के बाद राजस्थान में सांप्रदायिक हिंसा की आंच अब भीलवाड़ा पहुंच गई है. दो युवकों के साथ मारपीट के बाद दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया. भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है.

सांप्रदायिक हिंसा
प्रतीकात्मक तस्वीरतस्वीर: Charu Kartikeya/DW

भीलवाड़ा के सांगानेर में चार मई को देर रात कुछ नकाबपोश लोगों ने एक समुदाय के दो युवकों की बुरी तरह पिटाई कर दी और एक मोटरसाइकिल में आगे लगा दी. पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती तो करा दिया लेकिन घटना की वजह से शहर के कई इलाकों में दोनों समुदायों के बीच तनाव हो गया.

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक शहर में तनाव अभी भी बना हुआ है. स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने शहर में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया है और इंटरनेट भी बंद कर दिया है. दोनों युवकों पर हमले का कारण अभी तक पुलिस मालूम नहीं कर पाई है.

(पढ़ें: राजस्थान में फिर भड़की सांप्रदायिक हिंसा, इंटरनेट किया गया बंद)

राजस्थान के कई इलाकों में तनाव

दो ही दिनों पहले जोधपुर में ईद के ठीक पहले अलग अलग झंडे लगाने को लेकर दो समुदाय के लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी जिसके बाद इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं. पुलिस ने अभी तक करीब 100 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मोबाइल इंटरनेट अभी भी बंद है.

हाल ही में राज्य के और भी इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई हैं. अप्रैल में करौली में एक 'शोभायात्रा' के दौरान भड़काऊ नारे लगाए गए थे जिसके बाद दो समुदायों के बीच भारी हिंसा हुई. कम से कम 35 लोग घायल हो गए थे और कई दुकानों और वाहनों को जला दिया गया था.

(पढ़ें: अयोध्या में की गई थी दंगा भड़काने की साजिश)

राजस्थान के अलावा और भी कई राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई हैं. मध्य प्रदेश के खरगोन में भी अप्रैल में करौली की ही तरह एक 'शोभायात्रा' के दौरान भड़काऊ गाने बजाए जाने के बाद हिंसा हुई थी जिसमें दो दर्जन से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे, कई मकानों को जला दिया गया था और कम से कम एक व्यक्ति की हत्या भी कर दी गई थी.

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें