पाकिस्तान: ईशनिंदा के शक में थाने से घसीटकर मॉब लिंचिंग
२१ जून २०२४यह वारदात 20 जून की देर शाम पाकिस्तान के स्वात जिले के मदयान इलाके में हुई. मृतक पर कुरान के अपमान का आरोप था. पुलिस ने उसे भीड़ से छुड़ाकर थाने में रखा था. भीड़ उसे थाने से घसीटकर ले गई और मार डाला. पाकिस्तान में महज ईशनिंदा के आरोप में कानून-व्यवस्था तोड़ने और बुनियादी मानवाधिकार के उल्लंघन का लंबा अतीत रहा है.
मदयान की वारदात में स्थानीय लोगों ने जिस शख्स को पकड़ा, वह इलाके के बाहर का बताया जा रहा है. आरोप था कि उसने कुरान की एक प्रति जलाई. पुलिस ने बीच-बचाव किया और उसे भीड़ से बचाकर थाने ले गई. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, स्थानीय मस्जिदों की अपील पर एक उग्र भीड़ थाने के आगे जमा हुई. उन्होंने पुलिस स्टेशन पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.
भीड़ ने पुलिस स्टेशन में भी आग लगाई
पुलिस के एक सूत्र ने एएफपी को बताया, "भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने चेतावनी देते हुए हवा में गोलियां चलाईं. इससे भीड़ और भड़क गई, वे पुलिसकर्मियों पर भारी पड़ गए और आरोपी को घसीटते हुए बाहर ले गए. लाठियों से पीटकर उसे मार डाला."
सूत्रों ने एएफपी को बताया कि आरोपी की हत्या करने के बाद कुछ लोगों ने उसके शरीर पर तेल छिड़ककर उसे जला दिया. एक स्थानीय अधिकारी ने भी इस घटनाक्रम की पुष्टि की. अधिकारी ने बताया, "शख्स को मारने के बाद आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू की. पुलिस को स्टेशन छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा."
पाकिस्तान के अखबार डॉन ने स्वात जिला पुलिस अधिकारी जहीदुल्लाह खान के हवाले से बताया है कि भीड़ ने पुलिस स्टेशन और एक गाड़ी में भी आग लगा दी. सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे कुछ वीडियो में भीड़ सड़क के बीच में एक जलती हुई लाश को घेरकर खड़ी है.
पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने एक वीडियो शेयर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हैशटैग "एक्सट्रीमिज्म" के साथ लिखा, "और पागलपन जारी है... हम एक समाज के तौर पर हर हाल में खुदकुशी करने पर आमादा हैं."
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हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये वीडियो इसी वारदात के हैं. घटना के बाद से ही इलाके में तनाव बना है. प्रदर्शनकारी मुख्य सड़कों को अवरोधित कर रहे हैं.
मई में भी हुई थी एक मॉब लिंचिंग
खैबर पख्तूनख्वा में सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) ने एक्स पर एक पोस्ट में इस घटना पर खेद जताया है. पोस्ट में बताया गया कि मुख्यमंत्री अली अमीन खान ने इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस से बात की है और इस वारदात पर उनसे एक रिपोर्ट मांगी है. मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रमुख को निर्देश दिया कि वह हालात पर काबू पाने के लिए आपातकालीन स्तर पर कदम उठाएं.
मुसलमान बहुलता वाले पाकिस्तान में ईशनिंदा बेहद संवेदनशील और उग्र मसला है. केवल आरोप मात्र से ही हिंसक हालात पैदा हो सकते हैं. मई महीने में भी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा शहर में भीड़ ने ईसाई समुदाय के एक शख्स को बुरी तरह पीटा. उसपर कुरान के अपमान का आरोप था. पुलिस ने पीड़ित को भीड़ से बचाया, लेकिन वह इतना चोटिल था कि नौ दिन बाद उसकी मौत हो गई.
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फरवरी 2023 में पंजाब में ही एक भीड़ ने कुरान के अपमान के आरोप में एक मुसलमान को पीट-पीटकर मार डाला था. 2022 में भी कुरान के अपमान के आरोप में एक शख्स की पत्थर से मार-मारकर हत्या कर दी गई थी.
एसएम/सीके (एएफपी)