भारत की वीडियो ऐप जोश और डेली हंट चलाने वाली कंपनी को 61 अरब रुपये का निवेश मिला है जो किसी भारतीय कंपनी में इस साल अब तक का सबसे बड़ा निवेश है.
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वीडियो ऐप जोश और डेली हंट की मालिक कंपनी वर्स इनोवेशन ने 80.5 करोड़ डॉलर यानी लगभग 61 अरब रुपये का निवेश जुटाया है. कंपनी की कीमत 5 अरब डॉलर यानी लगभग 3.79 खरब रुपये आंकी गई है.
जोश और डेली हंट जैसी वीडियो ऐप चलाने वाली कंपनी वर्स इनोवेशन को 61 अरब रुपये का निवेश मिला है. निवेश करने वालों में कनाडा का सबसे बड़ा पेंशन फंड भी शामिल है. वर्स इनोवेशन को गूगल का समर्थन हासिल है और अब इस कंपनी की कुल कीमत 5 अरब डॉलर आंकी गई है.
भारत में तेजी से बढ़ रहा है व्यक्तिगत धन
दुनिया में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत धन अमेरिका में है. लेकिन आने वाले दस सालों में भारत टॉप पर होगा, ऐसा अनुमान है. न्यू वर्ल्ड वेल्थ रिपोर्ट के अनुसार इस साल दुनिया में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत धन रखने वाले दस देश...
तस्वीर: Michele Crameri/AA/picture alliance
सबसे ऊपर अमेरिका
अमेरिका में 55 लाख 47 हजार 200 करोड़पति, 243,520 अरबपति और 810 खरबपति भी हैं. इनके पास कुल 688 खरब डॉलर की दौलत है.
तस्वीर: Kamil Krzaczynski/AFP/Getty Images
चीन
चीन में 823,800 करोड़पति हैं. इनमें से 2,127 अरबपति और 234 खरबपति हैं. इनके पास कुल 233 खरब डॉलर की संपत्ति है.
तस्वीर: Hector Retamal/AFP/Getty Images
जापान
जापान में करोड़पतियों की संख्या 13 लाख 80 हजार 600 है. इनमें से 832 अरबपति और 36 खरबपति हैं. इनके पास 201 खरब डॉलर की संपत्ति है.
तस्वीर: picture alliance/dpa/Jiji Press Photo
भारत
भारत में तीन लाख 57 हजार करोड़पति हैं. इनमें से 1,149 अरबपति और 128 खरबपति हैं. इन सबके पास कुल संपत्ति 89 खरब डॉलर की है.
तस्वीर: Java
जर्मनी
जर्मनी सात लाख 46 हजार 600 करोड़पतियों के देश जर्मनी में 996 अरबपति और 76 खरबपति हैं. इनके पास 89 खरब डॉलर की संपत्ति है.
तस्वीर: Jan Huebner/IMAGO
युनाइटेड किंग्डम
यूके में सात लाख 37 हजार 600 करोड़पति, 1,041 अरबपति और 92 खरबपति हैं. इनके पास 88 खरब डॉलर की संपत्ति है.
तस्वीर: Stephen Loftus/Captital Pictures/picture alliance
ऑस्ट्रेलिया
तीन लाख 95 हजार 400 करोड़पतियों में से ऑस्ट्रेलिया में 477 अरबपति और 38 खरबपति हैं जिनकी कुल दौलत 64 खरब डॉलर है.
तस्वीर: Art Gallery of New South Wales, 2021
कनाडा
कनाडा में तीन लाख 64 हजार 100 करोड़पति हैं. इनमें से 524 अरबपति और 43 खरबपति हैं. इनके पास कुल मिलाकर 62 खरब डॉलर की संपत्ति है.
तस्वीर: Carlos Osorio/REUTERS
फ्रांस
फ्रांस में करोड़पतियों की संख्या है दो लाख 64 हजार. इनमें से 343 अरबपति और 36 खरबपति हैं. सबके पास कुल दौलत 58 खरब डॉलर है.
इटली में दो लाख 600 करोड़पति हैं. 273 अरबपति और 28 खरबपति भी हैं. इन लोगों के पास 38 खरब डॉलर की संपत्ति है.
तस्वीर: Michele Crameri/AA/picture alliance
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किसी भारतीय स्टार्टअप द्वारा इस साल हासिल यह सबसे बड़ा निवेश है. इससे पहले स्विगी ने 70 करोड़ डॉलर जुटाए थे. पॉलीगॉन, बाइजू और यूनीफोर जैसे स्टार्टअप भी 40 करोड़ डॉलर से ज्यादा निवेश जुटा चुके हैं. वर्स अब तक दो अरब डॉलर का निवेश जुटा चुकी है जिसमें से 1.5 अरब डॉलर तो उसे पिछले एक साल में ही मिले हैं.
फंडिंग के लिए आयोजित इस राउंड में कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड, ओंतारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड, लक्सर कैपिटल और सुमेरू वेंचर्स जैसे निवेशकों ने हिस्सा लिया था. वर्स ने कहा कि नया निवेश स्थानीय भाषाओं में वीडियो सामग्री को उसके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित सिस्टम के जरिए एक अरब से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद करेगा.
क्या है वर्स इनोवेशन?
वर्स इनोवेशन की स्थापना 2007 में वीरेंद्र गुप्ता और शैलेंद्र शर्मा ने की थी. फरवरी 2018 में उन्हें उमंग बेदी का भी साथ मिल गया. 2020 में जब भारत ने चीन की शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया तो वर्स ने अपना ऐप शुरू कर दिया जिसका नाम रखा गया जोश. इस ऐप को लेकर उपभोक्ताओं में काफी जोश है और इसके यूजर डेढ़ करोड़ को पार कर चुके हैं.
2021 के सबसे बड़े बदलावों में से एक भारत के किराना मार्केट में
भारत में घर पर बैठ कर खरीदारी करने के तरीकों में 2021 में कई बदलाव आए. अब आप नहाते-नहाते साबुन मंगवा सकते हैं और खाते-खाते नमक. लेकिन अर्थव्यवस्था पर इसका क्या असर पड़ेगा?
तस्वीर: Abhiruo Roy/REUTERS
घर से खरीदारी
भारत में घर बैठे बैठे किराने का सामान मंगवा लेने का चलन कुछ साल पहले शुरू तो हो गया था लेकिन महामारी और तालाबंदी की वजह से 2020 और 2021 में यह चलन बहुत बढ़ गया. कंपनियों को भी किराना सामान बेचकर करोड़ों नए ग्राहकों को जोड़ने का अवसर मिला.
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बढ़ता चलन
अब कई कंपनियों को इसमें उज्ज्वल भविष्य नजर आ रहा है. रेडसियर की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 में भारत का किराना बाजार बढ़ कर 850 अरब डॉलर का हो जाएगा. इसमें ई-ग्रोसरी की हिस्सेदारी करीब तीन प्रतिशत यानी 25 अरब डॉलर से भी ज्यादा की हो जाएगी.
तस्वीर: Abhiruo Roy/REUTERS
बाजार में कई खिलाड़ी
स्टैटिस्टा के मुताबिक ई-ग्रोसरी बाजार में बिग बास्केट की 35 प्रतिशत हिस्सेदारी है, अमेजन पैंट्री/फ्रेश की 31 प्रतिशत, ब्लिंकिट (जो पहले ग्रोफर्स था) की 31 प्रतिशत और बाकियों की कुल मिला कर 2.5 प्रतिशत के आस पास. इन डिलीवरी कंपनियों के सामने साल 2020 में जो चुनौतियां आई थीं, वो भी साल 2021 में दूर की गईं. इससे डिलीवरी और तेज हुई.
तस्वीर: Seerat Chabba/DW
ग्राहक को लुभाने की होड़
ग्राहकों को और ज्यादा सुविधा देने की होड़ में कंपनियां व्यापार के मॉडल को बदलती जा रही हैं. पहले सामान ऐप पर आर्डर करने के बाद घर पहुंचने में कुछ दिन लगते थे, फिर कंपनियों ने उसी दिन डिलीवरी का मॉडल शुरू किया और अब तो सामान 10 मिनट में आपके घर पहुंचाने का वादा कर रही हैं. ई-कॉमर्स अब क्यू-कॉमर्स यानी क्विक कॉमर्स हो गया है.
तस्वीर: Mortuza Rashed/DW
रोजगार का क्या
लेकिन जानकारों का कहना है कि इससे एक तरफ तो व्हाइट कॉलर नौकरियों में वेतन बढ़ता जा रहा है, ज्यादा संख्या में नौकरियां सिर्फ डिलीवरी जैसे कम वेतन वाले और अस्थायी कामों में बन रही हैं. इसलिए यह सेक्टर भारत की बढ़ती बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं दे पा रहा है.
तस्वीर: Piyal Adhikary/epa/dpa/picture-alliance
एकाधिकार का खतरा
इसके साथ ही ये कंपनियां स्थानीय दुकानदारों और डिस्ट्रीब्यूटरों का धंधा भी बंद करवा रही हैं जिससे बेरोजगारी और बढ़ रही है. ऊपर से कंपनियों के एकाधिकार का खतरा अलग है. देखना होगा 2022 में इस क्षेत्र में किस तरह के बदलाव आते हैं.
तस्वीर: Abhiruo Roy/REUTERS
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वर्स की सबसे बड़ी ऐप डेली हंट है जिसके साढ़े तीन करोडड से ज्यादा यूजर हैं. जोश के मासिक सक्रिय उपभोक्ताओं की संख्या 1.5 करोड़ से ज्यादा है और उसका मुकाबला मोज व इंस्टाग्राम रील्स से है. ये सभी ऐप भारत में चीनी ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगने के बाद जन्मे या सक्रिय हुए हैं. इसके अलावा वर्स की और ऐप पब्लिकवाइब है जिसे हाइपरलोकल वीडियो प्लैटफॉर्म के रूप में प्रचारित किया गया है. इसके 50 लाख यूजर हैं.
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नया सोच रही हैं ऐप
वर्स आने वाले कुछ हफ्तों में ‘लाइव कॉमर्स फीचर' लॉन्च करने जा रही है जिसके लिए यह विभिन्न ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म के साथ बात कर रही है. मोज ने पिछले साल अक्टूबर में फ्लिपकार्ट के साथ साझेदारी में यह फीचर पहले ही लॉन्च कर दिया था.
एक अन्य ऐप रोपोसो भी लाइव कॉमर्स के फीचर पर काम कर रही है. रोपोसो दरअसल ‘इनमोबीज ग्लांस' कंपनी की ऐप जिसे रिलायंस के जियो से 20 करोड़ डॉलर का निवेश मिला है. चूंकि रिलायंस के पास जियोमार्ट जैसा बड़ा ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म है इसलिए रोपोसो की ओर भी ग्राहक उत्सुकता से देख रहे हैं.
रिपोर्टः विवेक कुमार (रॉयटर्स)
सबसे अमीर भारतीय
हाल ही में खबर आई कि भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी भारत में सबसे धनी हो गए. शेयर कीमतों के चलते एक दिन के लिए ऐसा हुआ था. फोर्ब्स पत्रिका के मुताबिक 2021 में भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैंः