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समाज

नृत्य के जरिए बलात्कार पीड़िता सदमे से आ रहीं बाहर

१५ जून २०२१

अफ्रीका के कांगो में ऐसी कई बलात्कार पीड़ित हैं जो सदमे और खामोशी में अपना जीवन बिता रही हैं लेकिन अब उन्हें इससे उबरने का एक जरिया मिल गया है.

तस्वीर: Reuters

बलात्कार पीड़ितों की खामोशी जब नृत्य शिक्षक अमीना लुसाम्बो ने देखी तो उन्होंने सोचा कि उनकी मदद करने के लिए कुछ जरूर करना चाहिए. इसलिए उन्होंने बलात्कार पीड़ितों के लिए पूर्वी कांगो के बुकावु में स्थित पंजी अस्पताल से जुड़े पुनर्वास केंद्र में डांस सेशन शुरू करने का फैसला किया. अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक अस्पताल के संचालन के 20 सालों के दौरान यौन हिंसा की शिकार 60,000 से अधिक महिलाओं का इलाज किया जा चुका है.

2003 में गृह युद्ध की आधिकारिक समाप्ति के बाद कांगो के पूर्वी सीमावर्ती इलाके हिंसा की चपेट में हैं. जमीन, संसाधनों और आत्मरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे सशस्त्र समूहों के बीच हिंसा सालों से जारी है.

लुसाम्बो कहती हैं, "मैंने ऐसा उन लड़कियों की वजह से करना शुरू किया क्योंकि जो हमारे पास आती हैं वे एक अजीब खामोशी में होती हैं. कम उम्र में उनके साथ बलात्कार किया गया और उन्हें नहीं पता कि वे अपना दर्द कैसे बयां करें. वे मिलनसार नहीं हो पाती हैं." अब वही पीड़ित महिलाएं एक कतार में खड़ी हैं और वे नृत्य के जरिए अपने शरीर के साथ दोबारा जुड़ना सीख रही हैं.

लुसाम्बो कहती हैं, "तीन महीने की साइकोथेरेपी की तुलना में आप एक महीने के नृत्य में बहुत कुछ कर पाते हैं." पंजी अस्पताल और पुनर्वास केंद्र की स्थापना नोबेल पुरस्कार विजेता स्त्रीरोग विशेषज्ञ डेनिस मुकवेंगे ने की थी. मुकवेंगे कांगो में यौन हिंसा की पीड़ित महिलाओं का इलाज करते हैं. 1999 में स्थापित इस अस्पताल में आने वाली महिलाओं में ज्यादातर ऐसी होती हैं जिनकी सर्जरी करने की जरूरत होती है.

मुकवेंगे कहते हैं, "हम अब केवल चिकित्सा उपचार नहीं करते हैं." उनके मुताबिक केंद्र अब मनोवैज्ञानिक देखभाल भी करता है, महिलाओं को समाज में फिर से जोड़ने और आर्थिक रूप से उनका समर्थन करता है. उन्होंने बताया कि पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए भी केंद्र अपना समर्थन देता है.

बलात्कार पीड़ित महिलाएं अब बुरी यादें भूल रही हैंतस्वीर: Imago/ZUMA Press

डांस थेरेपी से पीड़ितों की मदद

लुसाम्बो की कक्षा में शामिल होने वाली एक 20 वर्षीय महिला ने बताया कि नृत्य करने से वह दर्द और डर से आजाद हो जाती है. वो दर्द और डर जो उसने अपने अंदर दबा रखा था. वो कहती है कि अब वह चैन की नींद भी सो पाती है और उसे फिर से मुस्कुराने का मौका मिला है. नाम नहीं बताने की शर्त पर इस महिला ने बताया कि अज्ञात पुरुषों द्वारा बलात्कार के बाद उसे मृत अवस्था में छोड़ दिया गया था. महिला कहती है कि उसे नहीं पता कि बलात्कार करने वाले लोग मिलिशिया समूह से थे या सैनिक.

पीड़ित महिला के परिजनों ने डर की वजह से अधिकारियों से बलात्कार की शिकायत नहीं की थी. उन्होंने बताया कि घटना के बाद महिला को पंजी अस्पताल ले जाया गया था. जानकारों का कहना है कि कांगो ने यौन अपराधों से निपटने में कुछ प्रगति की है. हाल के सालों में मिलिशिया के कमांडरों और सेना के अफसरों पर बलात्कार के लिए मुकदमा चलाया गया, लेकिन समस्या अभी भी व्याप्त है.

सेना के जवानों और अफसरों द्वारा यौन हिंसा के रिकॉर्ड के बारे में पूछे जाने पर कांगो सेना के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ "तत्वों" ने अतीत में बलात्कार किया था, लेकिन सेना अब अपराधियों को सजा देने के लिए काम कर रही है. और यौन हिंसा की दर में उल्लेखनीय गिरावट आई है.

एक पीड़िता ने कहा, "मैं नहीं जानती कि इसे अपने आप को कैसे समझाऊं, लेकिन जब मैं खुद को देखती हूं तो मुझे गंदा लगता है. डांस थेरेपी की वजह से जो भी मेरे अंदर गंदी चीजें थीं वह दूर करने में मदद मिली है. उदासी और डर वह सब दूर हो गया है."

एए/सीके (रॉयटर्स)

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