1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
आपदाभारत

आरसीबी की जीत के जश्न में भगदड़, 11 मौतें

५ जून २०२५

बेंगलुरू में क्रिकेट के दर्शकों की भारी भीड़ जब जीत का जश्न मना रही थी तभी वहां मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में ज्यादातर युवा हैं.

बेंगलुरु में आरसीबी टीम के फैंस जीत के जश्न के लिए जुटे थे
बुधवार को हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हुईतस्वीर: Stringer/REUTERS

उत्साह से भरे क्रिकेट के फैन बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में अपने नायकों का स्वागत करने और आईपीएल में मिली जीत का जश्न मनाने वहां पहुंचे थे. मंगलवार की रात आईपीएल फाइनल में आरसीबी को पहली बार मिली जीत का जश्न कुछ परिवारों के लिए मातम बन गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे "अत्यंद दुखदायी" कहा है.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि मरने वालों में ज्यादातर युवा हैं. कुल 11 लोगों की मौत हुई है और 47 लोग घायल हैं. घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है. एक महिला ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "मैं गेट के पास खड़ी थी. वहां भारी भीड़ थी और वो सब मेरे ऊपर आ गिरे, मैं सांस भी नहीं ले पा रही थी और फिर बेहोश हो गई."

क्या कुंभ में मची भगदड़ को रोका जा सकता था

क्यों मची भगदड़

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का कहना है "किसी ने इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं की थी."  हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि शहर की सारी पुलिस को वहां तैनात किया गया था. मुख्यमंत्री ने बताया, "स्टेडियम की क्षमता 35,000 लोगों की है लेकिन 2-3 लाख लोग वहां पहुंच गए." विजेता टीम के साथ पहले रोड शो निकालने की तैयारी थी लेकिन अधिकारियों को जब लगा कि भीड़ अनियंत्रित हो जाएगी तो उसे रद्द कर दिया गया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, "इस त्रासदी ने जीत की सारी खुशियां छीन ली, यह नहीं होना चाहिए था, हम पीड़ित हैं."

कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार का कहना है कि लाखों लोग सड़कों पर उतर आए और पुलिस के लिए "उन्हें संभालना बेहद कठिन हो गया." एएफपी के एक फोटोग्राफर ने देखा कि लोगों का हुजूम उमड़ा चला आ रहा था और सड़कें पूरी तरह जाम हो गई थीं. पुलिस हवा में लाठियां लहरा रही थी लेकिन उन्हें नियंत्रित करना मुश्किल था. स्टेडियम का प्रवेश द्वार लोगों की संख्या के हिसाब से छोटा था और लोग अंदर घुसने के लिए धक्कामुक्की करने लगे इसी दौरान हादसा हुआ.

टीवी चैनलों पर प्रसारित तस्वीरों में पुलिस को भीड़ के बीच घायलों को हाथों में उठाए हुए जाते देखा दिखाई पड़े. जिस जगह हादसा हुआ वहां लोगों के जूते और दूसरी चीजें बिखरी पड़ी थीं.

महाकुंभ में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है: महाकुंभ आयुक्त

क्या हादसे के लिए खराब प्लानिंग जिम्मेदार

इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, बुधवार की सुबह टीम के प्रबंधन ने घोषणा की कि वे विधानसभा से स्टेडियम तक जो लगभग 1 किमी दूर है, एक खुली बस में विजय परेड आयोजित करेंगे, जिसके बाद स्टेडियम में एक कार्यक्रम होगा जिसके लिए सीमित मुफ्त पास ऑनलाइन उपलब्ध होंगे.

हालांकि, बुधवार को सुबह 11:56 बजे ट्रैफिक पुलिस ने घोषणा की कि विजय परेड नहीं होगी. दोपहर करीब 1:30 बजे आरसीबी की टीम एचएएल एयरपोर्ट पहुंची और विधानसभा जाने से पहले होटल के लिए बस ली. तब तक विधानसभा के आसपास हजारों लोग जमा हो चुके थे, जहां कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया टीम को सम्मानित करने वाले थे.

भीड़ में से कुछ लोग पेड़ों पर चढ़ गए, जबकि अन्य ने कर्नाटक हाई कोर्ट की इमारत की चोटी पर जाने का रास्ता खोज लिया. इसी समय, एम चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम के पास भीड़ उमड़ पड़ी. लगभग इसी समय, नम्मा मेट्रो ने घोषणा की कि भारी भीड़ के कारण ट्रेनें कब्बन पार्क और डॉ बीआर अंबेडकर स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी.

अखबार ने पुलिस के हवाले से लिखा, दोपहर 3 बजे तक लगभग 50,000 लोग 1 किलोमीटर के दायरे में थे और यह संख्या बढ़ती ही जा रही थी.

घटना की जांच कर रहे अधिकारियों के मुताबिक, भीड़ को उम्मीद थी कि सम्मान समारोह के बाद, खुली बस स्टेडियम की ओर जाएगी. चूंकि कई लोगों के पास कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने के लिए टिकट नहीं थे, इसलिए उन्हें उम्मीद थी कि वे कम से कम बस में क्रिकेट सितारों की एक झलक तो देख पाएंगे, उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि विजय परेड रद्द कर दी गई है.

यह त्रासदी बुधवार शाम 4 बजे के आसपास हुई, जब स्टेडियम का गेट नंबर 3 आंशिक रूप से खुला और टिकट वाले और बिना टिकट वालों दोनों की भीड़ ने परिसर में घुसने का प्रयास किया.

भगदड़ के कारण मौतों का केंद्र बन रहा है भारतः शोध

स्टेडियम के अंदर जश्न बाहर भगदड़

कार्यक्रम के आयोजकों ने उत्सव के लिए खूब जोश दिखाया था. टीम के सोशल मीडिया अकाउंट पर डाले गए वीडियो में लोगों की भीड़ और खिलाड़ियों से भरी बस दिख रही थी. इनमें विराट कोहली भी थे. हालांकि आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल ने टीवी चैनल एनडीटीवी से कहा कि स्टेडियम में आयोजकों को भगदड़ के बारे में बहुत बाद में बताया गया. धूमल ने कहा, "स्टेडियम के अंदर मौजूद अधिकारियों को नहीं पता था कि क्या हुआ है." तैयारी तो रोडशो निकालने की भी थी लेकिन फिर उसे रद्द कर दिया गया.

कर्नाटक सरकार ने बुधवार को हुई भगदड़ की जांच के लिए बेंगलुरु शहरी डीसी को नियुक्त किया है. कर्नाटक सरकार ने एक आदेश जारी कर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जी जगदीश को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ की घटना की जांच के लिए जांच अधिकारी नियुक्त किया है. कर्नाटक सरकार ने मृतक पीड़ितों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें