कॉपीराइट से आजाद हो रहा है मिकी माउस
१८ जुलाई २०२२![मिकी माउस, 1928](https://static.dw.com/image/62383165_800.webp)
2024 में दुनिया का पहला और असली मिकी माउस कॉपीराइट की दुनिया से बाहर निकल जाएगा. 1928 में मिकी माउस पहली बार एक एनिमेटेड शॉर्ट फिल्म "स्टीमबोट विली" में नजर आया था. यह दुनिया की पहली ऐसी एनिमेटेड फिल्म थी, जिसमें साउंड को दृश्यों के साथ लयबद्ध किया गया था.
अमेरिका में लेखक के ओरिजनल काम को उसकी मृत्यु के 70 साल बाद तक कॉपीराइट के तहत सुरक्षित रखा जाता है. लेकिन किसी और नाम से या नौकरी के तहत किए गए काम का कॉपीराइट 95 साल तक चलता है. डिज्नी का प्यारा कार्टून किरदार मिकी माउस 95 साल के दायरे में आता है.
मिकी माउस का पहला अवतार भले ही 2024 में कॉपीराइट मुक्त हो जाए, लेकिन समय के साथ उसमें हुए बदलाव कॉपीराइट के दायरे में रहेंगे. उदाहरण के लिए, 1928 का मिकी माउस आज के गोल मटोल माउस से अलग दिखता है. पहले मिकी माउस की नाक थोड़ी नुकीली सी थी. हाथ पैरों के मामले में भी वह दुबला पतला था. बाद में वह थोड़ा गोल मटोल हो गया. नाक भी नुकीली नहीं रही, ये बदलाव 2024 के बाद भी कॉपीराइट के दायरे में रहेंगे.
डिज्नी पहले मिकी माउस के साथ ही "स्टीमबोट विली" फिल्म का कॉपीराइट खो देगा. हालांकि अगर डिज्नी पहले मिकी माउस को ट्रेडमार्क बना दे तो मामला पेचीदा हो सकता है.
कॉपीराइट बनाम ट्रेडमार्क
ट्रेडमार्क किसी प्रोडक्ट या सर्विस पर इस्तेमाल किया जाने वाला ऐसा प्रतीक चिह्न है, जो किसी उत्पाद या कंपनी की पहचान होता है. कॉपीराइट के उलट ट्रेडमार्क हमेशा होल्डर के अधिकार में रहता है. अमेरिकी कानून के मुताबिक ट्रेडमार्क को अलग से रजिस्टर कराने की जरूरत नहीं पड़ती है
इस तरह अगर स्टीमबोट विली में दिखाए गए पहली मिकी माउस को डिज्नी कंपनी अपना ट्रेडमार्क भी बना सकती है. अगर ऐसा हुआ तो लोग मिकी माउस के कैरेक्टर को इस्तेमाल कर सकेंगे लेकिन उन्हें इसे इस तरह इस्तेमाल करना होगा कि वह डिज्नी के काम से बिल्कुल अलग लगे.
अगर ट्रेडमार्क आम बोलचाल की भाषा में शामिल हो जाए तो कंपनी ट्रेडमार्क का अधिकार खो सकती है. 2013 में गूगल के साथ ऐसा हुआ. दुनिया भर में आज कई लोग इंटरनेट पर किसी चीज को खोजने के लिए, "मैंने गूगल किया" कहते हैं. ऐसे कुछ मशहूर उदाहरण और भी हैं, जैसे एस्पिरिन, एसक्लेटर और थर्मस.
क्यों खत्म होता है कॉपीराइट
कॉपीराइट कानून असल में ओरिजनल काम करने वालों की हितों की सुरक्षा के लिए है. कोई भी लेखक, फिल्मकार या कलाकार लंबी मेहनत के बाद अपना काम सामने लाता है. कॉपीराइट कानून के बिना कोई भी उस काम की नकल कर उसे सस्ते दाम में बेच सकता है. ऐसा करने पर ओरिजनल काम करने वाला कंगाल रहेगा और नकल करने वाले पैसा कमाएंगे. कॉपीराइट कानून इसी दुरुपयोग को रोकता है.
अमेरिका में किसी निजी व्यक्ति ने अगर 1978 के बाद कोई काम किया है तो उस पर क्रिएटर की मौत के 70 साल बाद तक कॉपीराइट लागू होता है. कंपनियों के मामले में ओरिजनल काम के 95 साल बाद तक लागू होता है. 1978 से पहले का काम भी 95 साल के दायरे में आता है.
अमेरिका संविधान में कॉपीराइट और पेटेंट का जिक्र इस तरह किया गया है, अमेरिकी संसद के पास इस बात की शक्ति होनी चाहिए कि वह "विज्ञान, यूजफुल आर्ट्स के विकास को बढ़ावा देने के लिए लेखकों और खोजकर्ताओं को उनके लेखन और खोजों के लिए सीमित समयावधि के लिए विशेषाधिकार दे."
न्यूयॉर्क में कोलंबिया लॉ स्कूल में साहित्यिक और कलात्मक संपदा कानून की प्रोफेसर जाने गिंसबर्ग कहती हैं, "लेकिन ज्ञान के विकास को आप बढ़ावा कैसे देंगे...पहले आपके पास लोग हैं जो पहली रचना करते हैं और फिर आप तय करते हैं कि उनका काम बड़े दायरे में उपलब्ध हो. और, आखिरी में काम को पब्लिक डोमेन में पहुंचा जाता है, जहां वह पूरी तरह उपलब्ध रहता है."
यूरोपीय संघ में कॉपीराइट के मामले में जर्मनी अगुवाई करने वाला देश रहा है. जर्मनी में क्रिएटर की मौत के 70 साल बाद तक कम कॉपीराइट के दायरे में रहता है.