यह ऐप बताता है कि चुनाव में कौन सी पार्टी आपके लिए ठीक रहेगी
१६ फ़रवरी २०२५
मतदान को लेकर अकसर उलझन रहती है, खासतौर से उन लोगों के लिए जो पहली बार वोट डालते हैं. जर्मनी में एक ऐप लोगों को उनके लोकतांत्रिक कर्तव्यों को पूरा करने में मदद करती है, नाम है वाल-ओ-माट.
जर्मनी में एक ऐप है जो मतदाताओं को उनकी पसंद के मुताबिक पार्टियों की पहचान में मदद करती हैतस्वीर: Sebastian Gollnow/dpa/picture alliance
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इस ऐप की सेवाएं ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं. इसके नाम का मतलब है "वोटिंग मशीन." दो दशक पहले आया ऐप, आने के बाद से खासा लोकप्रिय है. दिग्गज राजनीतिक भी यह स्वीकार करते हैं कि वो किसी वीडियो गेम के प्रेमी की तरह उसके नए संस्करण का इंतजार करते हैं.
इस साल का संस्करण जिस दिन लॉन्च हुआ उसी दिन से इसे 90 लाख से ज्यादा लोग इस्तेमाल कर रहे हैं, जो एक रिकॉर्ड है. वाल-ओ-माट यूजर को जर्मनी की मौजूदा राजनीतिक सिरदर्दी से निकलने में मदद करता है. इसमें एक राजनीतिक क्विज जैसा होता है जिसका जवाब राजनीतिक दल देते हैं और आखिर में एक नतीजा निकलता है.
इस साल इसमें 38 बयान हैं. इनमें "सारे मोटरवे स्पीड लिमिट वाले होने चाहिए" से लकर "जर्मनी को यूक्रेन की सैन्य मदद जारी रखनी चाहिए" जैसे बयान शामिल हैं. यूजर इन पर क्लिक करते हुए आगे बढ़ते हैं. उनके सामने जवाब देने के लिए तीन विकल्प होते हैं, "सहमत," "पक्की राय नहीं" और "असहमत."
यह ऐप जर्मनी में खूब इस्तेमाल होता है और इस बार तो लॉन्च के दिन ही इस पर 90 लाख यूजर हो गएतस्वीर: Michael Bihlmayer/CHROMORANGE/picture alliance
इसकी मदद से अल्गोरिद्म उनकी राजनीतिक प्राथमिकताओं का अंदाजा लगा लेता है. दूसरे प्रस्तावों में यूरो मुद्रा से पीछा छुड़ाना, जर्मनी के परमाणु बिजली घरों को बंद करने की नीति से वापस आना, ट्रेन स्टेशनों पर फेशियल रिकग्निशन सॉफ्टवेयर वाले कैमरे लगाना शामिल हैं.
आखिर में वोटर उन मुद्दों पर अपनी राय मजबूत कर सकते हैं जो उन्हें ज्यादा जरूरी लगता है. इसके बाद वाल-ओ-माट उस पार्टी के बारे में बताता है जो उनकी राय से सबसे ज्यादा मेल खाते हैं. बहुत से लोगों का कहना है कि यह उन्हें कतार में खड़ी 29 पार्टियों के बारे में राज बताने में मदद करता है जो उनका वोट चाहती हैं. इतनी ज्यादा पार्टियों की कतार देख वोटरों का दिमाग घूम जाता है लेकिन फिर इसमें से छांट कर उन दलों का नाम निकाला जाता है जिनके संसद में पहुंचने की उम्मीद है.
कोलोन में 21 साल के यूनिवर्सिटी छात्र थुरे कुलेसा का कहना है, "मैंने अब तक जितने चुनावों में हिस्सा लिया है उन सबमें इसका इस्तेमाल किया है. यह मुझे किसी पार्टी की छवि को पुख्ता करने में मदद करता है और मैं यह उत्सुकता की वजह से भी करता हूं."
23 फरवरी को आम चुनाव से पहले कुलेसा को ऐप से जो नतीजे मिले हैं उसे देख कर उन्हें ज्यादा हैरानी नहीं हुई. उन्होंने बताया, "मैंने जिनकी उम्मीद की थी वही पार्टियां इसमें सबसे ऊपर है."
पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं को इससे खूब मदद मिलती हैतस्वीर: Bernd von Jutrczenka/dpa/picture alliance
पार्टियों की पूरी लिस्ट में उनकी पसंद पिराटेस है. यह पार्टी ऑनलाइन अधिकारों और राजनीतिक पारदर्शिता के पक्ष में प्रचार करती है. इसके हिसाब से जिन पार्टियों की विचारधारा मेल खाती है वे मध्य वामपंथी सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी और ग्रीन पार्टी है.
वाल-ओ-माट को राजनीतिक शिक्षा की संघीय एजेंसी ने 2002 के चुनाव से पहले लॉन्च किया था. हर चुनाव के साथ इसका इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ती गई. इस तरह से यह बढ़ते-बढ़ते 2021 में 2.1 करोड़ तक पहुंच गई.
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राजनीतिक पार्टियों की भागीदारी
ऐप के लिए सवालों को यूनिवर्सिटियों के 38 विशेषज्ञ तैयार करते है. ये सभी एजेंसी के कर्मचारी हैं. इसके साथ ही 24 युवा वोटरों का एक पैनल भी है. वास्तव में इन्हीं को लक्ष्य करके ऐप अपनी सेवाएं तैयार करता है.
पार्टियों के मैनिफेस्टो की जिन बातों को इसमें शामिल किया जाता है उन्हें पार्टियों को भेजा जाता है ताकि वो चेक कर सकें. असली मैनिफेस्टो क्विज नीदरलैंड्स में इसी तरह के एक प्रोजेक्ट के लिए तैयार किया गया था. कई और लोकतांत्रिक देशों में भी इस तरह की सेवाएं हैं.
जर्मनी की रंग बिरंगी गठबंधन सरकारें
विदेशी झंडों से लेकर ट्रैफिक लाइटों तक का इस्तेमाल जर्मनी के चुनावों से उभरने वाले गठबंधनों को बताने के लिए होता रहा है. ये रंग यह भी बताते हैं कि जर्मनी के समानुपातिक प्रतिनिधि व्यवस्था में गठबंधन कितनी आम बात है.
तस्वीर: Getty Images
काला-लाल गठबंधन
रूढ़िवादियों का काला राजनीतिक वाम के पारंपरिक लाल के साथ मिल कर जो रंगों का पैटर्न बनाता है वह क्रिश्चियन डेमोक्रैटिक यूनियन (सीडीयू) की सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी (एसपीडी) के साथ हुए गठबंधन का प्रतीक था. जर्मनी की दो बड़ी पार्टियों का गठबंधन पहली बार 1966-69 तक सत्ता में रहा. इसके बाद हाल के वर्षों में 2021 तक, आठ साल यही गठबंधन अंगेला मैर्केल के नेतृत्व में शासन कर रहा था.
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ट्रैफिक लाइट गठबंधनः लाल, पीला, हरा
2021 से 2025 तक जर्मनी पर मध्य वामपंथी सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी, पर्यावरणवादी ग्रीन पार्टी और मुक्त व्यापार की समर्थक नवउदारवादी फ्री डेमोक्रैटिक (एफडीपी) पार्टी सत्ता में रही. एफडीपी का रंग पीला तो ग्रीन पार्टी का हरा है. जर्मनी में ट्रैफिक लाइट के नाम से जाने गए इस गठबंधन ने प्रगतिवादी गठबंधन के तौर पर शुरुआत की लेकिन अंदरूनी कलह में घिर गया. यह अब तक की सबसे कम लोकप्रिय सरकार साबित हुई.
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काला हरा
रूढ़िवादी सीडीयू ने पर्यावरणवादी ग्रीन पार्टी के साथ मिल कर कई राज्यों में गठबंधन सरकारें बनाई है और क्षेत्रीय स्तर पर सहयोग कर रही है. बाडेन वुर्टेमबर्ग में ग्रीन पार्टी के अकेले मुख्यमंत्री विनफ्रीड क्रेचमान ने 2016 में हरा-काला गठबंधन कर सरकार बनाया. जर्मनी के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य नॉर्थराइन वेस्टफालिया में सीडीयू के मुख्यमंत्री हेंड्रिक वुस्ट 2022 से गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं.
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जमैका यानी काला, पीला, हरा
सीडीयू, ग्रीन पार्टी और एफडीपी के बीच राष्ट्रीय स्तर पर 2017 में समझौता नहीं हो सका क्योंकि एफडीपी ने बातचीत बंद कर दी. हालांकि इसके बाद इसे राज्यों के स्तर पर परखा गया. श्लेषविग-होल्सटाइन राज्य में "जमैका" सरकार बनी. मुख्यमंत्री डानिएल गुंथर के नेतृत्व में यह चलता रहा लेकिन 2022 के चुनाव के बाद गुंथर ने काले हरे का गठबंधन बना लिया.
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केन्या यानी काला, लाल, हरा
पूर्वी जर्मन राज्य सैक्सनी में सीडीयू, एसपीडी और ग्रीन पार्टी का गठबंधन 2024 तक चल रहा था. इसका नेतृत्व राज्य के लोकप्रिय मुख्यमंत्री मिषाएल क्रेचमर कर रहे थे. यह गठबंधन राज्य में धुर दक्षिणपंथी अल्टरनेटिव फॉर डायचलैंड के उदय के बाद संभव हो सका था. हालांकि ग्रीन पार्टी जब राज्य की असेंबली में 5 न्यूनतम 5 फीसदी वोट हासिल करने में नाकाम हो गई तो यह गठबंधन टूट गया.
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जर्मन गठबंधन यानी काला, लाल, पीला
पूर्वी जर्मन राज्य सैक्सनी अनहाल्ट सीडीयू के लोकप्रिय मुख्यमंत्री राइनर हासेलॉफ के नेतृत्व में 2021 से ही शासन कर रहा है. उन्होंने एसपीडी और एफडीपी के साथ हाथ मिलाया है. यह अस्वाभाविक गठबंधन राज्य में एएफडी के उभार का सामना करने के लिए ही अस्तित्व में आया है.
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काला और नारंगी
2018 से ही बवेरिया में क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) फ्री वोटर्स पार्टी के साथ सरकार चला रही है. फ्री वोटर्स का रंग नारंगी है. फ्री वोटर्स एक जमीनी स्तर की लोकलुभावनवादी और धुर दक्षिण पंथी रुझान वाली पार्टी है. इसके चेयरमैन हुबर्ट आइवांगर भी काफी विवादित रहे हैं. यह पार्टी दक्षिण और पूर्वी जर्मनी के ग्रामीण इलाकों में काफी मजबूत है. पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका पाने की कोशिश में है.
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बैंगनी रंग
ओपिनियन पोल दिखाने वाले ग्राफिक्स में नई पार्टी सारा वागेनक्नेष्ट अलाएंस (बीएसडब्ल्यू) का रंग बैंगनी था. शायद यह उचित भी है क्योंकि इसमें समाजवादी, धुर वामपंथी (लाल) और लोक लुभावनवादी दक्षिणपंथ (नीला) का संगम है. पार्टी का गठन 2024 में हुआ लेकिन यह पूर्वी जर्मन राज्यों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है. मुमकिन है कि इसे राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन में शामिल होने का न्यौता मिले, शायद सीडीयू के नेतृत्व में.
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ब्लैक बेरी गठबंधन
सीडीयू (काला) एसपीडी (लाल) और बीएसडब्ल्यू (बैंगनी) जर्मनी में राज्य के स्तर पर पहले ही एक गठबंधन बना चुका है. थुरिंजिया राज्य में इन्हीं पार्टियों की गठबंधन सरकार है.
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जर्मनी में राजनीतिक शिक्षा की संघीय एजेंसी के प्रमुख थॉमस क्रुएगर ने बताया कि इस बार के चुनाव के लिए नया वाल-ओ-माट रिकॉर्ड टाइम में तैयार किया गया. यह जल्दबाजी इसलिए हुई क्योंकि चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की सरकार कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी और नए चुनावों का एलान समय से करीब छह महीने पहले ही कर दिया गया. क्रुएगर ने बताया कि आमतौर पर टीम ऐप को तैयार कर जारी करने में 9 महीने का समय लेती है.