ईरान में आधिकारिक तौर पर तो शराब और ड्रग्स दोनों ही पर प्रतिबंध है. लेकिन फिर भी हर साल 3,000 से अधिक लोग ड्रग्स के ओवरडोज से मारे जाते हैं. अब इस समस्या को नकारना संभव नहीं और ड्रग्स के लती लोगों की मदद कर जा रही है.
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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि साल 2017 में देश भर से करीब 3.6 लाख किलो नशीली दवा जब्त की गई. इसमें बड़ी मात्रा में गांजा मिला है, लेकिन हेरोइन की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है.
गांजे के बाद, भारत में हेरोइन हो रहा पॉपुलर
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि साल 2017 में देश भर से करीब 3.6 लाख किलो नशीली दवा जब्त की गई. इसमें बड़ी मात्रा में गांजा मिला है, लेकिन हेरोइन की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है.
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कहां मिले ड्रग्स
साल 2017 में जिन राज्यों में सबसे अधिक ड्रग्स जब्त किए गए, उनमें पंजाब, राजस्थान और गुजरात प्रमुख हैं. पंजाब में 505.86 किलो अफीम और 406 किलो हेरोइन जब्त की गई. अफीम की 426.95 किलो की खेप राजस्थान से भी मिली. वहीं गुजरात में 1017 किलो हेरोइन जब्त की गई.
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सबसे अधिक गांजा
पिछले साल देश भर से 2551 किलो अफीम (हेरोइन के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाली), 2146 किलो हेरोइन, 3.52 लाख किलो गांजा, 3218 किलो चरस और 69 किलो कोकेन बरामद की गई. कोकेन को एक पार्टी ड्रग माना जाता है जिसकी बड़ी मात्रा में पश्चिमी अफ्रीका से तस्करी होती है. साल 2013 के बाद से यह अब तक कि सबसे बड़ी जब्ती है.
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300 फीसदी की तेजी
साल 2016 में नारकोटिक्स की यह जब्ती 3.01 लाख किलो की रही थी. साल 2015 में आंकड़ा एक लाख किलो का था, साल 2014 में 1.1 लाख किलो और साल 2013 में भी एक लाख किलो पर ही थी. लेकिन साल 2017 में यह आंकड़ा 3.6 लाख किलो पहुंच गया. जो पिछले पांच साल में 300 फीसदी से भी अधिक है.
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लोगों में बढ़ी जागरुकता
चरस और कोकेन को छोड़कर, पिछले पांच सालों में पहली बार गांजा, अफीम, हेरोइन आदि ड्रग्स इतनी बड़ी मात्रा में जब्त किए गए हैं. अधिकारी मानते हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग जब्ती का एक कारण लोगों में बढ़ती जागरुकता है तो दूसरा गैरकानूनी ड्रग्स के कारोबार को रोकने वाली एजेंसियों का चौकस होना.
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कहां से तस्करी
रिपोर्ट में कहा गया कि अफीम की सबसे अधिक तस्करी मणिपुर, झारखंड, बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे प्रदेशों से देश के अन्य हिस्सों में की जाती है. वहीं हेरोइन की तस्करी भारत-पाकिस्तान सीमा से पंजाब, जम्मू कश्मीर के जरिए अन्य राज्यों में होती है.
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क्या है एनसीबी
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), राज्यों की एजेंसियों के साथ मिलकर देश में ड्रग्स से जु़ड़े कानूनों को लागू करने वाली एक राष्ट्रीय एजेंसी है. यह केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है.