गिनी बिसाऊ में माफिया, ड्रग्स और पूर्व राष्ट्रपति का बेटा
१५ जुलाई २०२३27 नवंबर 2021 को संदिग्ध ड्रग्स सौदागरों का एक गुट, इटली के कुख्यात एनद्रांगहेटा माफिया संगठन के सदस्य और गिनी बिसाऊ का एक आदमी, फ्रैंकफर्ट शहर के सिटी सेंटर में पिज्जा की एक दुकान की ओर जा रहे थे. वे रास्ते में खुलकर प्रमुख सौदों और दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और यूरोप के बीच काम के बारे में बात करते रहे थे. उन्हें ये जरा भी अहसास न था कि उनकी कार में बातचीत को खुफिया तौर पर सुनने वाले उपकरण लगाए गए थे.
ताकतवर कालाब्रियान अपराध सिंडीकेट की जांच कर रहे इतालवी अधिकारी, ग्रेटर फ्रैंकफर्ट इलाके में सालों से दो बड़े गिरोहों पर नजरे बनाए हुए थे. जर्मनी के इस शहर में संगठित अपराध से निपटने वाला पुलिस विभाग भी इस बैठक की निगरानी कर रहा था. और अब जांचकर्ताओं का ध्यान गिनी बिसाऊ के आदमी ने भी खींचा है जिसे एल पोलिटिको यानी एक राजनीतिज्ञ कहकर संबोधित किया जा रहा है.
जर्मनी में पत्रकारीय छानबीन
फ्रांकफुर्टर आलगेमाइने साइटुंग (एफएजेड) और जर्मन प्रसारक मिटेलडॉयचर रुंडफुंक (एमडीआर) की एक रिसर्च टीम के हाथ पुलिस जांच की फाइल लगी है. फ्रैंकफर्ट पुलिस के डॉसियर भी उसने हासिल किए हैं. टीम ने ये दस्तावेज डीडब्लू को मुहैया कराए.
जांच के मुताबिक, एल पोलिटिको, कालाब्रियान्स के साथ हुए सौदों के बारे में और जानकारी पर स्पष्टता हासिल करने के लिए बातचीत के एक महीने बाद 27 दिसंबर 2021 को फ्रांकफुर्ट लौटा.
अपनी जर्मनी की यात्रा के दौरान, उसे पुलिस अधिकारियों ने रोका तो उसने बिसाऊ-गिनी का डिप्लोमेटिक पासपोर्ट उन्हें दिखाया और खुद को मलाम बसाई सान्हा जूनियर बताया. यानी पूर्व राष्ट्रपति मलाम बसाई सान्हा का बेटा.
बसाई जूनियर को बिसाऊ में बकाइजिन्हो के नाम से भी जाना जाता है. उसके पास कई सरकारी ओहदे हैं और अपने पिता के कार्यकाल में वो सलाहकार भी रह चुका है
इस बीच. अमेरिका में बसाइजिन्हों के खिलाफ नशीले पदार्थों की तस्करी के अपराधों की जांच की जा रही है, उन्हें 2022 में तंजानिया में गिरफ्तार किया गया था.
बसाइजिन्हो, ड्रग डीलरों और अंडरकवर डीईए एजेंटों के बीच बातचीत कई बार टेप कर ली गई थी और अमेरिकी राज्य टेक्सस में अदालती सुनवाई के दौरान बसाइ जूनियर के खिलाफ आरोपों की पुष्टि के लिए इसे ट्रांसक्राइब भी कराया गया था. अदालत का फैसला इस साल के आखिर में आ सकता है.
क्या माफिया और बसाईजिन्हों बगावत की कोशिश के पीछे थे?
रिसर्च टीम के पास डीइए एजेंटो के वे बयान भी हैं जिनमें इस बात के संकेत मिलते हैं कि बसाइजिन्हो गिनी बिसाऊ में फरवरी 2022 के दौरान तख्तापलट की कोशिश से भी जुड़ा हो सकता है.
एफएजेड पत्रकार डेविड क्लाउबर्ट ने डीडब्लू को बताया "वास्तव में, उनके बयानों से साफ संकेत मिलता है कि वो फरवरी 2022 की बगावत की कोशिश में शामिल था."
क्लाउबर्ट कहते हैं, "मलाम बसाई जूनियर ने बार बार डीइए अंडरकवर एजेंटो को बताया कि वो बगावत की कोशिश में शामिल था और अभी भी उसकी ख्वाहिश गिनी बिसाऊ की सत्ता हासिल कर एक रोज वहां ड्रग-साम्राज्य स्थापित करने की है."
6 सितंबर 2022 को अंडरकवर एजेंट के टेक्सास की अदालत में पेश एक बयान की ट्रांसस्क्रिप्ट के मुताबिक, "मलाम बसाई ने बताया कि तख्ता पलट को वित्तीय मदद देने के लिए उन्होंने ड्रग अभियानों से मिले पैसे तख्तापलट करने वालों को मुहैया कराए थे."
बयान के मुताबिक "बचाव पक्ष ने दलील दी तख्ता पलट करने वालों ने निर्धारित योजना से पहले ही कोशिश कर दी थी. उन्होंने कहा, कि अगर सब कुछ उनकी योजना के मुताबिक होता, तो बगावत कामयाब रहती. सवाल थाः बचाव पक्ष को कामयाबी किसमें नजर आई. जवाब थाः सफलता उनके लिए ये होती कि राष्ट्रपति को सत्ता से बेदखल कर दिया जाता, जो ड्रग स्मगलिंग के खिलाफ थे, सफलता ये होती कि गिनी बिसाऊ में नशा समर्थित राज्य की बहाली होती, ठीक जैसी उनके पिता के 2009 से 2012 के कार्यकाल के दौरान थी."
क्लाउबर्ट कहते हैं कि इस बात के पुख्ता संकेत हैं कि मलाम बसाई जूनियर इंटरनेशनल ड्रग तस्करी में एक प्रमुख भागीदार थे. क्लाउबर्ट कहते हैं, "इतालवी पुलिस और डीईए एजेंटो के दस्तावेज पढ़ने से ये नतीजा निकालना आसान है कि नशे के कारोबार में मलाम बसाई जुनियर बहुत ही सक्रिय व्यक्ति थे और वो हेरोइन और कोकीन दोनों की तस्करी से जुड़े थे.
"इस बात का उल्लेख है कि हो सकता है उन्होंने कोलंबिया को गोरिल्लों, लेबनान के हिजबुल्ला और इटली के माफिया के बीच सौदों में मध्यस्थता की हो."
गिनी-बिसाऊ, नशे का गलियारा देश
बसाईजिन्हो का मामला गिनी-बिसाऊ में नशे की समस्या की पेचीदगी और ड्रग तस्करी, संगठित अपराध और राजनीतिक किरदारों के बीच संपर्कों को भी हाइलाइट करता है.
गिनी बिसाऊ को ड्रग तस्करी का एक प्रमुख ठिकाना माना जाता है. खासतौर पर कोकेन का. और उसने नौ तख्ता पलट और उसकी कोशिशें झेली हैं. 1974 में पुर्तगाल से आजादी मिलने के बाद राजनीतिक हत्याएं भी हुई हैं.
उनमें से कुछ हत्याओं की जिम्मेदारी ड्रग कार्टलों पर डाली जा सकती है. उनका 2005 से इस पश्चिम अफ्रीकी देश पर मजबूत कब्जा रहा है. नशा और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के मुताबिक, गिनी-बिसाऊ, दक्षिण अमेरिका से यूरोप की ओर रवाना होने वाले कोकीन का सबसे ज्यादा अहम प्रवेश द्वार बन चुका है. गिनी बिसाऊ में हालिया तख्ता पलट कोशिश के बाद, राष्ट्रपतचि सिसोको एम्बालो ने पत्रकारों को संकेत दिया कि हमलावरों का संबंध ड्रग तस्करी से हो सकता है.
हमले के एक रोज़ बाद राष्ट्रपति ने दावे से कहा, "इस बगावत में वे लोग भी शामिल हैं कि जिनके खिलाफ ड्रग तस्करी की जांच भी चल रही है. लड़ाई जारी रहेगी!"
लेकिन एम्बालो ने उस दौरान कोई सबूत नहीं पेश किया, जिससे ये आशंका भी घर करने लगी कि हो सकता हौ, विरोधियों का मुंह बंद करने के लिए, राष्ट्रपति ने खुद ही हमला कराया हो.
बसाईजिन्हो मामले में जांच की मांग
गिनी-बिसाऊ के मानवाधिकारों पर राष्ट्रीय नेटवर्क के चेयरमैन और अधिवक्ता फोडे माने ने डीडब्लू को बताया, "जर्मनी के पत्रकारों की संकलित की गई सूचना से फरवरी 2022 के तख्ता पलट पर नयी रोशनी पड़ी है."
उन्होंने मांग की है कि गिनी-बिसाऊ के महाधिवक्ता कार्यालय को तख्ता पलट की कोशिश के मामले में मलाम बसाई जूनियर की भागीदारी के बारे में आ रही रिपोर्टों की छानबीन करनी चाहिए.
माने ने कहा, "इसके लिए गिनी के अधिवक्ता कार्यालय और अमेरिका, इटली और जर्मनी के जांच अधिकारियों के बीच सहयोग की जरूरत होगी."
ऐसा लगता नहीं कि अटॉर्नी जनरल दफ्तर मामले की जांच करेगा. डीडब्लू की छानबीन के जवाब में गिनी-बिसाऊ के अटॉर्नी जनरल एडमुंडो मेंडेल ने कहा कि वो इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते.
कानूनी प्रक्रिया में देरी
मुकदमे में मुख्य आरोपी गिनी-बिसाऊ की नौसेना के पूर्व प्रमुख, वाइस एडमिरल खोसे अमेरिको बुबो ना शुटो हैं जो अमेरिका में ड्रग तस्करी के आरोपी भी हैं. 2013 में उन्हें डीइए एजेंटो ने गिनी-बिसाऊ के चार अन्य नागरिकों के साथ अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में एक नाव से गिरफ्तार किया था और अमेरिका में जेल की सजा सुनाई थी.
उनके और 25 अन्य आरोपियों के वकील मार्सेलिनो तुपे ने कहा, "अभी तक बुबो ना शुटो को फरवरी 2022 की बगावत का मास्टरमइंड माना जा रहा था. नये कथित रिंग लीडर के रूप में मलाम बसाई जूनियर का नाम उभरना एक दिलचस्प संयोग है. लेकिन मेरे क्लाइंटस के लिए इस सूचना का कोई मतलब नहीं."
वकील का कहना है कि गिरफ्तार लोगों के मुकदमे की जल्द सुनवाई होना ज्यादा जरूरी है. क्योंकि उनके क्लाइंट एक साल से भी ज्यादा समय से जेल में हैं. कुछ पर तो आरोप भी तय नहीं हुए हैं.
इस बीच मलाम बसाई जूनियर अमेरिका में मुकदमे का इंतजार कर रहे हैं. जर्मनी समेत तमाम जगहों से नतीजे और गवाहियां जमा की जा रही हैं.
एफएजेड पत्रकार क्लाउबर्ट कहते हैं कि इस साल के अंत तक अदालती कार्यवाही पूरी होने की संभावना है. अपराध साबित होने तक बसाई जूनियर को निर्दोष ही माना जाएगा.