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अर्थव्यवस्थासंयुक्त अरब अमीरात

दुबई ने शराब पर टैक्स हटाया, पीने का परमिट भी बंद किया

२ जनवरी २०२३

दुबई ने शराब की बिक्री पर लगा 30 प्रतिशत कर हटा दिया है. अल्कोहल खरीदने के लिए लाइसेंस रखना भी अब जरूरी नहीं रह गया है.

दुबई में शराब पर टैक्स खत्म
दुबई में शराब पर टैक्स खत्मतस्वीर: Ahmed Jadallah/REUTERS

पर्यटकों को आकर्षित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए इस्लामिक देश युनाइटेड अरब अमीरात के एक अमीरात दुबई ने शराब पर लगा 30 प्रतिशत टैक्स खत्म कर दिया है. रविवार को इसका ऐलान किया गया. शराब खरीदने के लिए अब किसी तरह के लाइसेंस की भी जरूरत नहीं रहेगी.

नए साल के पहले ही दिन दुबई के दो सरकारी शराब विक्रेताओं ने यह ऐलान किया, जिसका आधार दुबई के शासक अल मखदूम परिवार के आदेश को बताया गया है. हालांकि सरकारी अधिकारियों ने अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.

पिछले कई सालों में दुबई ने एक-एक करके शराब संबंधी नियमों को ढीला किया है. अब वहां रमजान के दौरान भी शराब बिकती है. हालांकि रमजान के पवित्र महीने में रात के वक्त शराब की बिक्री पर अब भी पाबंदी है. इसके अलावा कोरोना वायरस के दौरान जब लॉकडाउन लगा तो शराब की घर तक डिलीवरी की भी शुरुआत हुई जो अब भी जारी है.

पर्यटन की खातिर

दुबई की अर्थव्यवस्था में शराब की बिक्री का बड़ा योगदान रहा है. एमिरेट्स एयरलाइंस के घर दुबई ने एक पर्यटन स्थल के रूप में दुनियाभर में नाम कमाया है. हाल ही में जब पड़ोसी कतर में फुटबॉल वर्ल्ड कप हुआ तो फुटबॉल फैंस दुबई होते हुए ही कतर पहुंचे और तब दुबई के होटल व बार आदि में खूब शराब बिकी.

यूएई की राजधानी आबू धाबी ने सितंबर 2020 में अपने यहां शराब-लाइसेंस की व्यवस्था को बदल दिया था. दुबई में शराब खासी महंगी है और एक गिलास बीयर की कीमत 10 डॉलर यानी करीब 800 रुपये तक हो सकती है. नए आदेश से कीमतों में कुछ कमी होगी या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है. एमिरेट्स ग्रुप का हिस्सा मैरिटाइम एंड मर्कंटाइल इंटरनेशनल वहां शराब के डिस्ट्रीब्यूशन का काम करता है. उसने एक बयान जारी कर इस फैसले का स्वागत किया है.

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कंपनी के टाइरन रीड ने कहा, "सौ साल से भी पहले जब हमने दुबई में काम शुरू किया था, तब से एमिरेट्स का रवैया संवेदनशील, समावेशी और गतिशील रहा है. नियमों में हालिया बदलाव यह सुनिश्चित करने वाला कदम है कि दुबई और यूएई में शराब का उपभोग और खरीददारी सुरक्षित और जिम्मेदार तरीके से हो सके.”

उदारवादी नीतियां

अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि फैसला स्थायी है या कुछ समय तक ही लागू रहेगा. हालांकि कंपनी ने अपने ग्राहकों से आग्रह करता एक विज्ञापन जारी किया है जिसमें कहा गया है कि उन्हें अब शराब खरीदने के लिए दुबई के बाहर जाने की जरूरत नहीं है और वे उसकी दुकानों से ही शराब खरीद सकते हैं. अब तक दुबई के लोग शराब खरीदने के लिए उम्म अल-कुवैन या अन्य अमीरातों को जाते रहे हैं जहां इसकी बिक्री टैक्स-फ्री है.

दुबई की दूसरी शराब विक्रेता ‘अफ्रीकन एंड ईस्टर्न' नामक कंपनी है. उसने भी टैक्स के खत्म हो जाने की घोषणा की है.

दुबई के कानून के तहत गैर-मुस्लिमों को शराब पीने के लिए 21 वर्ष या उससे ऊपर का होना जरूरी है. अब तक शराब पीने वालों के पास एक लाइसेंस होता था. प्लास्टिक का यह कार्ड दुबई पुलिस द्वारा जारी किया जाता है जो उन्हें बीयर, वाइन और अन्य शराब खरीदने और पीने का परमिट देता है. इस परमिट के बिना शराब खरीदते या पीते पकड़े जाने पर जुर्माना और गिरफ्तारी हो सकती है. हालांकि दुबई में बार, होटल, और कई अन्य ऐसी जगह हैं जहां शराब पी जा सकती है और वहां शायद ही कभी परमिट पूछा जाता हो.

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इस तरह की सख्ती के बावजूद दुबई यूएई के उदार अमीरात में से एक है. यूएई के कई अमीरात में अब भी शराब प्रतिबंधित है. मसलन, शारजाह में शराब पर बैन है. इसी तरह पड़ोसी ईरान, कुवैत और सऊदी अरब में भी शराब पर प्रतिबंध है.

वीके/एए (एपी, रॉयटर्स)

 

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