लिसबन में स्थानीय लोगों के साथ खाना पीना
१ सितम्बर २०१७
कीटनाशकों से प्रभावित जहरीले अंडे लाखों की तादाद में जर्मन बाजार में पहुंच गये. अंडो से लेकर घोड़ों के मांस और स्ट्रॉबेरी से लेकर अंकुरित अनाज तक आइये एक नजर खाने के उन मामलों पर डालते हैं जिनका देश पर बड़ा असर हुआ.
जर्मनी के खाने पर संकट
कीटनाशकों से प्रभावित जहरीले अंडे लाखों की तादाद में जर्मन बाजार में पहुंच गये. अंडो से लेकर घोड़ों के मांस और स्ट्रॉबेरी से लेकर अंकुरित अनाज तक आइये एक नजर खाने के उन मामलों पर डालते हैं जिनका देश पर बड़ा असर हुआ.
जहरीले अंडे
बेल्जियम, नीदरलैंड्स और जर्मनी से लाखों की तादाद में अंडे फेंके जा हैं. पता चला है कि इन अंडों में फिप्रोनिल कीटनाशक है. यह बेहद जहरीला कीटनाशक है जो ज्यादा मात्रा में लेने पर लीवर, थायरॉयड ग्रंथी और किडनी को प्रभावित कर सकता है. नीदरलैंड्स की 150 से ज्यादा पॉल्ट्री फॉर्म बंद कर दिए गए हैं और कई जर्मन सुपरमार्केट से अंडे गायब हो गये हैं.
ब्राजील का बीफ
मार्च 2017 में कई देशों ने ब्राजील से मांस के आयात पर रोक लगा दी. एक पुलिस छानबीन में मता चला कि मीट पैक करने वाले खराब मीट बेच रहे थे. कुछ मामलों में तो खराब मीट की गंध छुपाने के लिए कैंसर पैदा करने वाले रसायनों का इस्तेमाल हो रहा था. जर्मनी ने 2016 में ब्राजील से 114,000 टन मीट और मीट से बनी दूसरी चीजों का आयात किया था. हालांकि जर्मन प्रशासन का कहना है कि देश में खराब मीट नहीं बेचा गया.
बावेरियाई बेकरियों में चूहा
इसी साल की शुरुआत में जर्मन उपभोक्ता संरक्षण समूह फूडवॉच ने खबर दी कि बावेरिया की कई बड़ी बेकरियों में चूहे और फफूंद मिले हैं. संगठन ने 2013 से 2016 के बीच हुई 69 खोजबीन का हवाला दिया. एक बेकरी के सामान में चूहों के बाल और कुतरने के निशान भी मिले. जबकि एक दूसरी बेकरी में आटे के ढेर में घूमते कॉकरोच और बड़ी तादाद में चूहे का मल मिला.
घोड़े का मांस!
2013 में यूरोप के लाखों लोगों को पता चला कि बीफ और पोर्क वाले जिन चीजों को वो बड़े चाव से खा रहे थे उनमें दरअसल घोड़े का मांस था. यह सिलसिला तब शुरु हुआ जब आयरिश भोजन सुरक्षा निरीक्षकों को बीफ बर्गर में घोड़े का फ्रोजेन मांस मिला. बाद की जांच में पता चला कि जर्मनी समेत यूरोपीय संघ के कई देशों में खाने के लिए तैयार भोजन के रूप में बेचे जा रहे मांसाहारी पकवानों में घोड़े का मांस था.
स्ट्रॉबेरी ने चौंकाया
2013 में 11 हजार से ज्यादा स्कूली बच्चे अचानक बीमार हो गये उन्हें उल्टी हो रही थी और डायरिया हो गया था. इन सब ने एक ही बैच की डीप फ्रोजेन स्ट्रॉबेरी खाई थी. भारी तादाद में जहरीली स्ट्रॉबेरी ने पूर्वी जर्मनी के 500 स्कूलों और शिशु केंद्रों को प्रभावित किया था. बच्चे भाग्यशाली रहे कि ज्यादातर को जल्दी ही राहत मिल गयी और केवल 32 बच्चों को अस्पताल ले जाना पड़ा.
डायोक्सिन का दंश
2012 में हजारों जर्मन फार्मों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा. इनमें से ज्यादातर लोअर सैक्सनी के फार्म थे. वजह ये थी कि उन्हें मिले दाने में डायोक्सीन था. जर्मन अधिकारियों का कनहा था कि इस खराब दाने को मुर्गियों और सूअरों को खिलाया गया. इसका असर मुर्गियों के अंडों पर हुआ. मांस भी दूषित हुआ. खराब अंडे और मांस ब्रिटेन, चेक गणराज्य, नीदरलैंड्स और पोलैंड तक गये थे.
ई कोलाइ का कहर
2011 में ई कोलाई वायरस सब्जियो में मिला और नतीजे में उत्तरी जर्मनी के 4000 से ज्यादा लोग घातक डायरिया और एक दूसरी बीमारी के मरीज बन गये जो उनकी किडनी बेकार कर सकती थी. 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. इसके पीछे लोअर सैक्सनी से आए अंकुरित अनाजों को जिम्मेदार माना गया.