वे जंगलों, समुद्र-तटों, घास के मैदानों और रेगिस्तानों के रखवाले हैं. मूल-निवासी सदियों से अपनी ज़मीन की हिफ़ाज़त कर रहे हैं और धरती की जैव-विविधता को बचा रहे हैं. अक्सर हाशिये पर रहने वाले ये लोग पृथ्वी और उसके घटते हुए संसाधनो की देख-रेख में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इस एपिसोड में मिलते हैं ऐसे ही कुछ लोगों से.