‘झूठ’ के सहारे दुनिया के 100 प्रभावशाली व्यक्तियों में शामिल
३ सितम्बर २०२१नए प्रकार से खून की सामान्य जांच के जरिए, एलिजाबेथ होम्स स्वास्थ्य उद्योग के क्षेत्र में क्रांति लाना चाहती थीं. उनकी कंपनी थेरेनॉस की चमक वॉल स्ट्रीट में काफी ज्यादा थी, लेकिन अब धोखाधड़ी का मामला उजागर होने के बाद, कंपनी और एलिजाबेथ दोनों अर्श से फर्श पर आ पहुंचे हैं.
‘यह एक चुभन है जो जान बचा सकती है.' यही वह वादा था जिसने अमेरिकी चिकित्सा कंपनी थेरेनॉस की संस्थापक एलिजाबेथ होम्स को विलक्षण व्यक्तित्व वाली व्यक्ति बना दिया था. यह वही वादा था जिसने उनके पतन को और नाटकीय बना दिया.
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खून की कुछ बूंदें हार्मोन और वायरल को तय करने, विसंगतियों का पता लगाने, और यहां तक कि विशेष रूप से विकसित डिवाइस की मदद से जानलेवा बीमारियों का पता लगाने के लिए पर्याप्त हो सकती हैं. लेकिन जो सबसे बड़ी समस्या थी, वह थी डिवाइस. इस डिवाइस ने वास्तव में कभी काम ही नहीं किया. इस डिवाइस का नाम महान वैज्ञानिक एडिसन के नाम पर एडिसन डिवाइस रखा गया था.
इसके बावजूद, 12 वर्षों से अधिक समय तक, होम्स ने कंपनियों, पैसे का प्रबंध करने वाले लोगों, और अरबपतियों को यह विश्वास दिलाया कि एडिसन काफी सस्ता है और बेहतर तरीके से काम करता है. यह न सिर्फ खून की जांच को आसान बना देगा, बल्कि ज्यादा समय लेने वाली महंगी प्रयोगशालाएं और जांच घर हमेशा के लिए बंद हो जाएंगे.
अमेरिका में दवा दुकानों की चेन वॉलग्रीन्स ने एरिजोना और कैलिफोर्निया में अपनी 40 दुकानों में डिवाइस के परीक्षण की पेशकश की. माना जाता है कि हजारों ग्राहकों को खून की जांच के गलत और कभी-कभी खतरनाक नतीजे मिले.
ट्रायल जारी
सच्चाई यह है कि इस घोटाले का पर्दाफाश मुख्य रूप से वॉल स्ट्रीट जर्नल के खोजी पत्रकार जॉन कैरेरो ने किया. करीब छह साल पहले, उन्हें थेरेनॉस कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी का फोन आया. उस कर्मचारी ने उन्हें बताया कि कंपनी में क्या चल रहा है. इसके बाद, कैरेरो की छानबीन, साक्षात्कार, और लेखों ने होम्स को बेनकाब करने में अहम भूमिका निभाई.
साल 2018 में कोर्ट ने होम्स को आरोपित बनाया. उन पर निवेशकों, डॉक्टरों, और मरीजों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगा. अब उनके खिलाफ धोखाधड़ी और धोखाधड़ी से जुड़ी साजिश रचने के 12 मामले चल रहे हैं. हालांकि, उनका कहना है कि वह दोषी नहीं हैं.
इस मामले में अब जूरी का चयन हो चुका है और ट्रायल जारी है. कंपनी के पूर्व अध्यक्ष और होम्स के पूर्व प्रेमी रमेश बलवानी को भी जल्द ही कटघरे में खड़ा किया जाएगा. अगर अदालत दोनों में से किसी को भी दोषी पाती है, तो उन्हें 20 साल की जेल और हर एक को 2 मिलियन डॉलर का जुर्माना भरना पड़ सकता है.
इस मामले में अहम सवाल यह है कि क्या कंपनी के मालिक ने जानबूझकर निवेशकों का पैसा गबन करने के लिए यह काम किया? मामले की सुनवाई के दौरान होम्स और बलवानी की शानदार जीवनशैली पर भी ध्यान दिया जाएगा, जिसने शायद उन दोनों को और अधिक लालची बना दिया. इसलिए, अभियोजक होम्स के निजी जीवन से जुड़ी जानकारियों का खुलासा करने की मांग कर रहे हैं. निजी जेट से यात्रा करना, महंगी खरीदारी करना, और अक्सर लक्जरी होटलों में ठहरना उनकी आदतों में शुमार था.
बढ़ता गया रूतबा
होम्स निवेशकों को रिझाना जानती थीं. मंच पर और सभाओं में, वह जानबूझकर गंभीर आवाज में बातचीत करती थीं. वह हमेशा अपने रोल मॉडल एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स की तरह दिखती थीं. वह स्टीब जॉब्स की तरह की कपड़े भी पहनना चाहती थीं. उनकी आलमारी काले और बंद गले वाले कपड़ों से भरी होती थी.
वह विशेष रूप से प्रभावशाली और धनी पुरुषों को अपने इशारों पर काम कराने का तरीका जानती थीं. थेरेनॉस के सुपरवाइजरी बोर्ड में देश के पूर्व विदेश मंत्री जॉर्ज शुल्त्स, पूर्व रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस और यहां तक कि हेनरी किसिंजर तक शामिल थे. वहीं निवेशकों में, मीडिया मुगल रूपर्ट मर्डोक, सिलिकॉन वैली निवेशक टिम ड्रेपर और वॉलमार्ट के संस्थापक वॉल्टन फैमिली जैसे प्रमुख नाम शामिल थे.
तस्वीरेंः स्टार्टअप में पैसा लगाने वाले निवेशक
इन निवेशकों ने बिना कुछ देखे और जांचे मेडिकल स्टार्टअप में 700 मिलियन से अधिक का निवेश किया. 2014 में यह कंपनी सफलता की ऊंचाइयों को छू रही थी. उस समय थेरेनॉस का मूल्य 9 अरब डॉलर तक पहुंच गया था. इसके एक साल बाद, टाइम मैग्जीन ने होम्स को दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया. होम्स अब नियमित रूप से बिजनेस मैग्जीन के कवर पर दिखने लगी थीं.
छोटे बक्से में 200 तरह की जांच
पत्रकार जॉन कैरेरौ जैसे आलोचकों का कहना है कि क्या बहुत लोगों ने नहीं देखा या देखना नहीं चाहते थे. उदाहरण के लिए, एडिसन डिवाइस इस्तेमाल में बेहद आसान था. इस मशीन में रोबोटिक हाथ और कई पिपेट थे. ये सब एक बक्से के आकार की मशीन के अंदर फिट किए गए थे. ऐसी मशीन में खून की 200 अलग-अलग तरह की जांच करना असंभव था. यही वजह थी कि थेरेनॉस ने गुप्त रूप से प्रतिद्वंद्वियों की मशीनों का इस्तेमाल किया. होम्स ने कभी इस मशीन का स्विच ऑन नहीं किया.
वह हमेशा कहती थीं कि वह किसी बड़ी चीज पर काम कर रही हैं, इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं दे सकतीं. हालांकि डिजाइन से जुड़ी बुनियादी बातों के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने दिखा दिया कि वह वास्तव में तकनीक के बारे में कितनी कम जानती हैं.
कैरेरौ ने अपनी किताब ‘बैड ब्लड: सीक्रेट ऐंड लाई इन सिलिकॉन वैली स्टार्टअप' में लिखा है, "उनके शब्द प्रयोगशाला में नई खोज करने वाले वैज्ञानिकों की जगह हाई स्कूल में रसायन विज्ञान पढ़ने वाले छात्रों की तरह लग रहे थे." इस किताब में उन्होंने इस मामले से जुड़ी कई चीजों को उजागर किया है.
वहीं, दूसरी ओर होम्स खुद को निर्दोष बता रही हैं. देश के कुछ बेहतरीन वकीलों की मदद से, उन्होंने उन सभी पर कानूनी दबाव डाला जो उनके खिलाफ गवाही देना चाहते थे या उसकी कंपनी को बदनाम करना चाहते थे. उन्होंने कई लोगों को जलनखोर बताया.
2018 में उन्होंने सीएनबीसी से बात करते हुए कहा था, "ऐसा तब होता है जब आप चीजों को बदलने के लिए काम करते हैं. वे पहले सोचते हैं कि आप पागल हैं, फिर वे आपसे लड़ते हैं, फिर आप अचानक दुनिया बदल देते हैं."
होम्स अदालत में भी टकराव की रणनीति पर भरोसा करती हैं. पिछले कुछ दिनों में, संभावित जूरी सदस्यों की संख्या कम कर दी गई है क्योंकि उनके वकीलों ने शिकायत की थी कि उनमें से अधिकांश पक्षपाती थे.
अटॉर्नी केविन डाउनी ने जज से कहा, "30 से 40 जूरी सदस्यों ने इस मामले की पूरी तरह समीक्षा की है. मेरा मतलब है कि मामले के बारे में और प्रतिवादी के बारे में काफी ज्यादा सामग्री है." यह पहले से ही स्पष्ट हो रहा है कि यह एक लंबा ट्रायल होगा.
आक्रामक हैं होम्स
होम्स खुद आक्रामक हो रही हैं. कुछ समय पहले यह खबर आयी कि वह कहेंगी कि पूर्व सीओओ रमेश बलवानी ने उनके साथ एक दशक तक अभद्र व्यवहार किया. दस्तावेजों के अनुसार, वह एक विशेषज्ञ से उस मनोवैज्ञानिक, भावनात्मक और यौन शोषण के बारे में गवाही देने की योजना बना रही है जिससे वह गुजरी थीं.
होम्स के अनुसार, बलवानी ने पहले उन्हें कंट्रोल किया और फिर उनके साथ हेराफेरी की. हालांकि, इस बात की गुंजाइश कम है कि यह रणनीति काम करेगी. होम्स को पहले ही अपने कामों के लिए कई बार जवाब देना पड़ा है और उन्होंने अपने ऊपर लगे कुछ आरोपों को स्वीकार भी किया है.
2018 में एक मुकदमे से बचने के लिए, उन्होंने अमेरिकी सिक्योरिटी ऐंड एक्सचेंज कमीशन के साथ एक समझौता किया था. इसमें कहा गया था कि उन्होंने "अपने प्रमुख उत्पाद के बारे में निवेशकों से झूठ बोला. प्रदर्शनी के दौरान गलत बातें कहीं और मीडिया लेखों में भ्रामक बयान दिए." होम्स ने तब पांच लाख डॉलर का भुगतान किया था और अगले 10 वर्षों तक कोई सार्वजनिक कंपनी नहीं चलाने पर सहमत हुई थीं.
उन्हें सबसे ज्यादा फायदा इस बात से हुआ कि कुछ हफ्ते पहले उन्होंने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया है. यह महज एक संयोग है या पहले से तय रणनीति, इसके बारे में कोई पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकता है. हालांकि, कई लोग इसे चालाकी भरा कदम मानते हैं.
एनबीसी न्यूज पर कानूनी विश्लेषक डैनी सेवलोस ने कहा, "नई मां होने से जूरी सदस्यों से सहानुभूति पाने में मदद मिल सकती है. अगर उन्हें दोषी ठहराया जाता है, तो भले ही सजा के तहत कैद का प्रावधान हो, लेकिन उनके वकील जज के सामने उनके मां बनने की बात को रखेंगे और रियायत बरतने की मांग करेंगे."