मस्क ने कहा, जादुई जीनी है एआई जो हर इच्छा पूरी करेगा
३ नवम्बर २०२३
ब्रिटेन में हुई पहली एआई समिट के बाद ईलॉन मस्क ने कुछ भविष्यवाणियां की हैं कि एआई के युग में दुनिया कैसी होगी.
एआई समिट में ईलॉन मस्क ने कई भविष्यवाणियां की हैंतस्वीर: Leon Neal/AP Photo/picture alliance
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सोशल मीडिया साइट एक्स (ट्विटर) के मालिक और उद्योगपति ईलॉन मस्क ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण भविष्य "प्रचुरता का युग” होगा जहां सबके पास अत्यधिक आय होगी. लेकिन साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि इंसानों जैसे रोबोट जिन्हें ह्यूम्नोएड कहा जाता है, वे इंसान को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक और ईलॉन मस्क ने ब्रिटेन के ब्लेचली पार्क में हुई दुनिया की पहली एआई समिट के बाद एक चर्चा की. इस चर्चा के दौरान स्पेस एक्स और टेस्ला जैसी कंपनियों के मालिक मस्क ने कहा कि एक ऐसा दौर आएगा जब किसी नौकरी की जरूरत नहीं रह जाएगी.
उन्होंने कहा कि एआई एक जादूई जीनी है जो आपकी हर इच्छा पूरी कर सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसी परिकथाओं का अंतर सुखद नहीं होता. मस्क ने कहा, "जीवन का अर्थ खोजना भविष्य की चुनौतियों में से एक होगा.”
जादुई जीनी है एआई
मस्क ने कहा कि एआई इतिहास की सबसे विध्वंसकारी ताकत है, जिसके बाद कोई काम करने की जरूरत नहीं रह जाएगी. उन्होंने कहा, "पता नहीं लोग इससे राहत महसूस करेंगे या परेशान होंगे. यह अच्छा भी है और बुरा भी. अगर आपको ऐसा जादुई जीनी मिल जाए जो आपकी सारी इच्छाएं पूरी कर दे तो हम जीवन का अर्थ कैसे खोजेंगे? यह भविष्य की चुनौतियों में से एक होगी.”
क्या इंसान की जगह ले लेंगे रोबोट?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तकनीक में विकास ने यह डर भी पैदा कर दिया है कि ये रोबोट या ह्यूमनोएड कहीं इंसान की ही जगह तो नहीं ले लेंगे. देखिए, क्या ऐसा हो सकता है?
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आइंस्टाइन जैसा बुद्धिमान और मजाकिया
हांगकांग की कंपनी हैन्सन रोबोटिक्स इंसानों जैसे दिखने वाले रोबोट बनाती है. इसका एक रोबोट है प्रोफेसर आइंस्टाइन. कंपनी कोशिश कर रही है कि यह रोबोट महान वैज्ञानिक आइंस्टाइन जितना बुद्धिमान हो जाए.
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कितना ज्यादा इंसानी
रोबोट दिखने में भी इंसान जैसे लगें, इसके लिए फ्रबर नाम के एक त्वचा जैसे पदार्थ का विकास किया जा रहा है. नैनोटेक्नोलॉजी पर आधारित इस त्वचा से बने रोबोट के हाव-भाव भी इंसानों जैसे होंगे.
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पहली नागरिक, सोफिया
सोफिया दुनिया की पहली ऐसी रोबोट है जिसके पास नागरिकता भी हासिल है. सऊदी अरब ने उसे अपनी नागरिकता दी है और वह संयुक्त राष्ट्र की इनोवेशन दूत के रूप में भी काम करती है.
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सारे कामों में सक्षम
रोबोट बियोमनी को अमेरिकी कंपनी बियॉन्ड इमैजिनेशन ने बनाया है. यह रोबोट बर्तन धोने से लेकर इंजेक्शन लगाने तक हर तरह का काम कर सकती है. इसे अंतरिक्ष में ले जाने की भी योजना है.
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कलाकार रोबोट
आइ-डा एक रोबोट-आर्टिस्ट है जिसे 'इंजीनियर्ड आर्टिस्ट' कंपनी ने बनाया है. 2019 में बना यह रोबोट दुनिया का पहला रोबोटिक आर्ट सिस्टम है और एल्गोरिदम से ड्राइंग, पेंटिंग और मूर्तियां बना सकता है.
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कौन है असली, कौन है नकली
जापानी रोबोटविज्ञानी हिरोशी इशीगुरो का बनाया यह रोबोट जेमिनोएड उनका हमशक्ल है. उन्होंने जापान के तकनीकी मंत्री तारो कोनो का रोबोटिक क्लोन भी बनाया है. जेमिनोएड अमेरिका में कई कार्यक्रम कर चुका है, बिना इशीगुरो की मदद के.
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ऑफिस वर्कर लेना
जर्मनी में 2022 में बनी लेना को ‘लीप इन टाइम‘ लैब में विकसित किया गया. वह आठ हफ्ते तक एक दफ्तर में बाकी लोगों के साथ सहकर्मी के रूप में काम कर चुकी है. वहां वह प्रेजेंटेशंस भी दे रही थी.
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एआई के खतरे
‘गॉडफादर ऑफ एआई’ कहे जाने वाले जेफ्री हिंटन ने गूगल में अपनी नौकरी छोड़ दी. वह कहते हैं कि एआई इंसानियत के लिए बेहद खतरनाक है और इसका विकास जिस तेजी से हो रहा है, बहुत जल्द बड़े बदलाव दिख सकते हैं.
ह्यूम्नोएड्स को लेकर मस्क काफी चिंतित नजर आए. उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि ये ह्यूम्नोएड इंसान के पीछे कहीं भी पहुंच सकते हैं. इसलिए उन्होंने हर रोबोट में एक ऐसा बटन जरूरी बताया जो इन्हें स्विच ऑफ कर सके. उन्होंने कहा, "ये ह्यूम्नोएड कहीं भी आपका पीछा कर सकते हैं. इस बारे में हमें काफी चिंतित होना चाहिए. अगर कोई रोबोट कहीं भी आपके पीछे आ सकता है तो क्या होगा अगर उन्हें एक ऐसा सॉफ्टवेयर अपडेट मिल जाए, जिससे वे दोस्ताना ना रह जाएं.”
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक ने कहा कि सभी ने रोबोट के बारे में ऐसी फिल्में देखी हैं जो मशीनों का स्विच बंद करने के साथ खत्म होती हैं.
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चीन पर चर्चा
सुनाक और मस्क के बीच एआई को लेकर चीन की भूमिका पर भी बात हुई. मस्क ने इस बात का स्वागत किया कि चीन एआई सुरक्षा पर ध्यान दे रहा है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चीन को ब्रिटेन और अमेरिका के साथ मिलकर काम करना चाहिए. उन्होंने एआई सुरक्षा सम्मेलन में चीन को शामिल किए जाने का समर्थन किया.
उन्होंने कहा, "अगर अमेरिका, ब्रिटेन और चीन सुरक्षा पर एकमत होंगे तो यह अच्छी बात होगी क्योंकि नेतृत्व का मतलब यही होता है. मेरे ख्याल से उनका (चीन का) यहां होना जरूरी था. अगर उनकी हिस्सेदारी नहीं है तो यह सब बेमतलब है.”
एआई सम्मेलन का हासिल
ब्रिटेन में हुए दुनिया के सबसे पहले एआई सम्मेलन में उद्योगपतियों और नेताओं के बीच इस बात पर सहमति नजर आई कि एआई को लेकर सुरक्षा उपाय बेहद जरूरी हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकसित करने पर काम करने वाले लोगों ने कहा कि कोई भी नया मॉडल लाने से पहले उसकी जांच जरूरी है ताकि इस तेजी से विकसित हो रही तकनीक के खतरों को सीमित किया जा सके.
तकनीक की अजब-गजब दुनिया
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो 2022 में ऐसे उत्पाद पेश किए गए जो जिंदगी को आसान बनाने में मदद करेंगे और हमारा आने वाला भविष्य कैसे होगा यह भी संकेत दे रहे हैं. एक नजर इन तकनीकों पर.
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मोबाइल से जुड़ा टूथ-ब्रश
यह एक स्मार्ट टूथ-ब्रश है. ब्रेश मोबाइल ऐप से जुड़ा होता है और यह बताता है कि आपको किस तरह से ब्रश करना चाहिए. इसे रिचार्ज भी किया जा सकता है.
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10 सेकंड में दांत चमकदार
यह एक फास्टेश वाई-ब्रश है जो 10 सेकंड में दांतों को पूरी तरह से साफ कर सकता है.
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"मुझे काटो"
अमागामी हैम हैम, एक चिकित्सीय रोबोट जो आरामदायक प्रभाव देने करने के लिए आपकी उंगली को हल्के से काटता है.
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खर्राटे से राहत
यह स्मार्ट तकिया सोते वक्त खर्राटे को दूर भगाएगा. इसके इस्तेमाल से पार्टनर को खर्राटे की आवाज तंग नहीं करेगी.
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बेबी स्लीप ट्रेनर
जापान की कंपनी अनाएन ने इस बेबी स्लीप ट्रेनर को विकसित किया है. इसे बेबी क्राई पैटर्न के विश्लेषण के माध्यम से विकसित किया गया है.
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वायरस को मारने वाला
एलओडी एयर उपकरण हवा को साफ करता है. यह वायुजनित विषाणुओं को मारने के लिए यूवी-सी प्रकाश का इस्तेमाल करता है.
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उड़ेगी लेकिन जीरो उत्सर्जन
सीईएस 2022 के दौरान एक जीरो-उत्सर्जन स्काईड्राइव फ्लाइंग कार को पेश किया गया.
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तुर्की की इलेक्ट्रिक कार
इस साल का कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो तुर्की के लिए खास रहा. सीईएस में घरेलू स्तर पर उत्पादित इलेक्ट्रिक कार टॉग मुख्य आकर्षणों में से एक रही.
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पहले भी कई तकनीकी विशेषज्ञों ने एआई को लेकर चेतावनी दी है. कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा है कि यह इंसान का सफाया कर सकती है और पूरी दुनिया को संकट में डाल सकती है.
ऋषि सुनाक ने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ और एक जैसी सोच रखने वाले अन्य देश एआई पर काम कर रहीं कपंनियों के साथ इस ‘ऐतिहासिक समझौते' पर पहुंचे हैं कि कोई भी मॉडल काम में लाए जाने से पहले बहुत सघन जांच से गुजरना चाहिए.
एआई के जनक माने जाने वाले योशुआ बेनिगो को ‘स्टेट ऑफ द साइंस' रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है जो खतरों और क्षमताओं की समीक्षा करेगी. सुनाक ने कहा, "अब तक एआई के नये मॉडलों के खतरों का आकलन वही कंपनियां कर रही थीं जो उन्हें विकसित कर रही थीं. अपना होमवर्क खुद जांचने का काम हम उन पर नहीं छोड़ सकते.”