विकलांग लोगों के लिए तकनीक से बड़ा सहारा कोई नहीं है. तकनीक उन्हें सशक्त कर रही है और उनकी शारीरिक कमी को दूर करने में मददगार भी साबित हो रही है.
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अमेरिका के लास वेगस में कंन्ज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो में ऐसी कई युक्तियां नजर आईं जो विकलागों के लिए बनाई गई हैं. इन्हीं में ब्रेनरोबोटिक्स भी है, जिसे मैसाचुसेट्स की एक कंपनी ने बनाया है. इस कंपनी को हार्वर्ड से पढ़े बिचेंग हान ने शुरू किया है. हान कहते हैं कि उनकी कंपनी का मकसद विकलागों को सस्ते और ज्यादा उपयोगी नकली अंग उपलब्ध कराना है. फिलहाल बाजार में जो डिवाइस उपलब्ध हैं, वे दसियों हजार डॉलर की आती हैं जबकि ब्रेनरोबोटिक्स तीन हजार डॉलर से भी कम में उपलब्ध कराने का दावा करती है. रोबोटिक्स इंजीनियर कास्पर पुचिडलोवस्की कहते हैं कि उनका बनाया नकली बाजू अगले साल तक बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा. वह कहते हैं, "उनका बनाया बाजू सबसे ज्यादा कुदरती है. यह एक एल्गोरिदम का इस्तेमाल कर मांसपेशियों का विश्लेषण करता है और फिर हाथ से होने वाले काम करता है. मसलन किसी चीज को पकड़ना या उंगली से इशारा करना."
देखिए, गैजेट्स जो रखें हमारा ख्याल
गैजेट्स जो रखें हमारा ख्याल
तकनीक के साथ ऐसे गैजेट्स का भी विकास हुआ है जो हमारे रोजमर्रा की जरूरतों का ख्याल रखते हैं. कुछ ऐसे भी गैजेट्स हैं जिनकी मदद से हम खुद को स्वस्थ और अपने काम को आसान बना सकते हैं. पेश हैं कुछ खास गैजेट्स.
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ताओ वेलशेल
यह उपकरण आपको तंदरुस्त बना सकता है. कम से कम इसे बनाने वालों का तो यही दावा है. स्मार्टफोन के ऐप से जुड़ कर यह आपको बताता है कि आप जिम में सही कसरत कर रहे हैं या नहीं.
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स्मार्ट फोन या स्मार्ट डॉक्टर
स्मार्टफोन के साथ संपर्क करता दुनिया का पहला टूथब्रश. ब्रश करते वक्त अगर आप दांतों पर ज्यादा जोर देते हैं तो फोन का ऐप आपको सतर्क कर देगा. साथ ही ब्रश करते वक्त आप मौसम और अन्य सूचनाएं पा सकते हैं.
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नए जमाने का कुकर
यह कुकर भी ऐप से चलता है. स्मार्टफोन पर आपको पता चलता रहेगा कि कुकर के अंदर कितना तापमान हो गया है और वहीं से आप उसे कम या ज्यादा भी कर सकते हैं. कुकर को बंद करने के लिए किचन तक जाने की जरूरत नहीं.
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हाथ की सफाई
इस दस्ताने को गोल्फ, टेनिस या फिर बेसबॉल के खिलाड़ी पहन सकते हैं. यह बताता है कि रैकेट या बैट कैसे ठीक से पकड़ना है और कितनी जोर से शॉट मारना है.
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बिजली चली गयी तो..
..कोई बात नहीं! शैलेंद्र सुमन के बनाए इस बल्ब में बैटरी लगी है जो चार घंटे आराम से चल सकती है. अगर बिजली कट भी जाए, तो भी बल्ब जलता रहेगा.
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4जी वाला कैमरा
लास वेगास में इस कैमरे को दुनिया के पहले ऐसे कैमरे के रूप में पेश किया जा रहा है जो आपकी तस्वीरें 4जी एलटीई के जरिये हाई स्पीड से इंटरनेट पर पहुंचा देगा.
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दायें या बायें
कार के लिए तो कई अच्छे नेविगेटर बाजार में मौजूद हैं, पर अब साइकिल के लिए भी यह नया नेविगेटर आ गया है. यहां तक कि इसे आप स्मार्टफोन से जोड़ कर पैदल चलते हुए भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
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अल्ट्रा स्लिम फ्लैट स्क्रीन
इलेक्ट्रॉनिक मेले फ्लैट स्क्रीन टीवी के बिना पूरे ही नहीं होते. सीईएस में इस बार चार गुना तक एचडी वाले टीवी देखे जा सकते हैं. लेकिन बाजार में ऐसी फिल्में ही नहीं जिनका इन महंगे टीवी पर मजा लिया जा सके.
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खुद होगी पार्किंग
बीएमडब्ल्यू का आई3 मॉडल. इस कार का पार्किंग असिस्टेंट ना केवल आपको इतना बताता है कि कार के आसपास कुछ है, बल्कि स्टीयरिंग, ब्रेक और एक्सलरेटर को भी खुद ही संभाल लेता है.
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सिर से पैर तक
इस शख्स को कोई बीमारी नहीं है कि इन्हें तारों में लपेट दिया गया हो, बल्कि इन्होंने अपने शरीर को ऐसे मोशन सेंसर सिस्टम से जोड़ लिया है जो उनकी हरकतों को कंप्यूटर गेम में इस्तेमाल कर सकता है. कीमत 400 डॉलर.
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अजीब कीबोर्ड
इस कीबोर्ड से टेबलेट को भी जोड़ा जा सकता है. लेकिन इस पर टाइप करते समय आप कीबोर्ड को देख नहीं पाएंगे. यानि यह उन्हीं लोगों के लिए है जो बहुत अच्छी टाइपिंग जानते हैं.
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पुचिडलोवस्की कहते हैं कि इस बाजू से काम लेना इतना आसान है कि अगर किसी व्यक्ति की 50 फीसदी मांसपेशियां काम कर रही हैं तो वह सिर्फ एक महीने में इस बाजू का सटीक इस्तेमाल सीख सकता है, वह भी अपने घर में रहकर.
ब्रेनरोबोटिक्स चाहती है कि आने वाले समय में मस्तिष्क की तरंगों का इस्तेमाल करके विकलांगों के लिए और बेहतर चीजें बनाई जाएं. इस काम में उसकी सहयोगी कंपनी ब्रेनको जुटी हुई है. ब्रेनको के कुछ उत्पाद पहले ही बाजार में हैं. इनमें एक हेडबैंड भी है जो कमजोर बच्चों के लिए ध्यान बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है.
तस्वीरों में: इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों में होता है सोना
फ्रिज में खेती, उड़ने वाला कैमरा
कन्ज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए यह क्रांतिकारी समय है. एक से एक अनोखा डिवाइस आ रहा है. देखिए, क्या हैं निकट भविष्य के डिवाइस.
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भीमकाय टीवी
टीवी का साइज और क्वॉलिटी दोनों तेजी से बदल रहे हैं. अब कंपनियां ऐसा टीवी बनाने पर काम कर रही हैं जो बड़ा हो लेकिन सस्ता हो.
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होवरबोर्ड
स्कूटर और स्केटबोर्ड पुरानी बात हो गई है. अब वक्त है होवरबोर्ड का. इसे सेगवे का छोटा भाई कहा जा सकता है. हवा में तैरने का सपना पूरा समझिए.
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वेयरवेबल डिवाइस
ऐसे डिवाइस सबसे तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं जिन्हें उठाना न पड़े. यानी बस पहन लिया और फिर कुछ और करने की जरूरत न पड़े. स्मॉर्टवाच फोन को भी खा जाएगी.
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वर्चुअल रिऐलिटी
रेडियो, टीवी और यहां तक कि सिनेमा का भी भविष्य यही है. वर्चुअल रिऐलिटी की तकनीक तेजी से सस्ती और ज्यादा बेहतर हो रही है.
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नोटबुक्स
लैपटॉप या टैबलेट पतले और हल्के होते जा रहे हैं. एसर या नोटबुक स्विफ्ट 7 सिर्फ 9.98 मिलिमीटर मोटा है. 8जीबी रैम और 256 जीबी मेमरी इसे ताकतवर भी बनाती है.
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थर्मोस्टैट
आधुनिक घर ज्यादा से ज्यादा स्मार्ट हो रहे हैं. अब ऐसे थर्मोस्टैट आ रहे हैं जिन्हें आप घर से बाहर से यानी अपने दफ्तर से भी कंट्रोल कर सकते हैं.
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ड्रोन कैमरा
चीन की कंपनी डीजेआई ने ड्रोन फैंटम कैमरा 4 बनाया है जो उड़ते हुए तस्वीरें लेता है. आप इसे अपने फोन से कंट्रोल कर सकते हैं.
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कैमरे वाला फ्रिज
आपके फ्रिज में क्या रखा है, यह जानने के लिए फ्रिज तक जाने की जरूरत नहीं. घर जाने की भी नहीं. फ्रिज में कैमरा लगा है जो आपके फोन में लाइव चलेगा. फ्रिज के दरवाजे पर टीवी भी है.
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फ्रिज में खेती
ग्रुंडिष नाम की कंपनी ने ऐसा फ्रिज बनाया है जिसमें आप अपने मन के पौधे उगा सकते हैं. यह पौधों के मुताबिक तापमान उपलब्ध करा देगा.
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हेडफोन कलाई पर
हेडफोन अब फैशन एक्ससेरी भी हैं. जब कान पर नहीं लगाना है तो इन्हें ब्रेसलेट बनाकर बांध लीजिए, स्टाइल मार सकेंगे.
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इसी तरह दृष्टिहीन या कमजोर नजर वाले लोगों के लिए भी कई तरह की तकनीकें विकसित हो रही हैं. इस्राएली कंपनी ऑरकैम की डिवाइस माईआई को चश्मे के साथ जोड़ा जा सकता है. इसके अंदर एक कैमरा लगा है जो चीजें देखता है और व्यक्ति के कान में फुसफुसाकर उसका वर्णन कर देता है. यह कैमरा लिखे हुए को पढ़ सकता है और वह लोगों और चीजों को भी पहचान सकता है. आईवाई को बेचने का काम फ्रांस की विशाल चश्मा कंपनी एसिलोर कर रही है.
डेनमार्क की कंपनी ओटिकन ने अपना नया हियरिंग एड लास वेगस में पेश किया है. यह हियरिंग एड घर की चीजों के साथ काम करता है. वायरलेस ब्लूटुथ टेक्नॉलजी का इस्तेमाल कर यह घर में होने वाली आवाजों के बारे में उन लोगों को बता सकता है जो सुन नहीं सकते. जैसे कि दरवाजे की घंटी बजने पर या स्मोक डिटेक्टर के बजने पर यह मरीज को बता देगा.