फेसबुक को तोड़ना आसान नहीं, रोकना होगाः मार्गरेटे वेस्टागेर
२७ अक्टूबर २०२१
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के बारे में एक के बाद एक हो रहे खुलासों से विभिन्न देशों के नेताओं में चिंता है और अब इस कंपनी को रोके जाने पर चर्चा शुरू हो गई है.
विज्ञापन
यूरोपीय कॉम्पीटिशन कमीशनर मार्गरेटे वेस्टागेर ने डॉयचे वेले को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि फेसबुक के खिलाफ फौरन कार्रवाई करने की जरूरत है. मंगलवार को दिए इस इंटरव्यू में वेस्टागेर ने कहा कि फेसबुक को तोड़ने में तो सालों लग सकते हैं इसलिए फौरन कार्रवाई करनी चाहिए ताकि यह सोशल मीडिया कंपनी और नुकसान ना कर सके.
जब वेस्टागेर से पूछा गया कि क्या फेसबुक इतनी बड़ी और ताकतवर हो चुकी है कि बाहर से उसे बदलने की कोशिशें व्यर्थ हैं, तो उन्होंने कहा, "हमारे लोकतंत्र के लिए नहीं." उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक ताकतें अगर साथ मिलकर काम करें तो यह सुनिश्चित कर सकती हैं कि फेसबुक को कैसे काम करना चाहिए.
वेस्टागेर ने कहा कि जब बात ऐसी कंपनियों की हो रही हो, जो लोकतंत्र पर गहरा असर डाल सकती हैं, लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं, तो सख्त नियम बनाए जाने की जरूरत है. वेस्टागेर ने कहा, "फेसबुक जिस तरह के खतरे युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य के लिए खड़े कर रही है, उनका आंकलन करने के लिए उसे तैयार करना और इस बात के लिए तैयार करना कि बाहरी लोग जांच करें और देखें कि चीजें ठीक की जा सकती हैं या नहीं, यह भी एक अहम कदम होगा."
विज्ञापन
अभी कार्रवाई की जरूरत
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक पर इस तरह के इल्जाम लग रहे हैं कि उसने अपने फायदे के लिए नफरती संदेशों को बढ़ावा दिया और ऐसी सामग्री को फैलाने में मदद की, जिससे सामाजिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को नुकसान पहुंचता है. हाल ही में समाचार एजेंसी एपी ने लीक हुए दस्तावेजों के हवाले से लिखा था कि फेसबुक के एल्गोरिदम ने ही हेट स्पीच को बढ़ावा दिया और खतरों को जानते हुए भी कार्रवाई नहीं की.
फेसबुक की पूर्व कर्मचारी फ्रांसिस हॉगन ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं जिनमें शामिल है कि फेसबुक जानती थी कि उसकी नीतियों से बच्चों की मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है. वेस्टागेर कहती हैं कि यूरोपीय आयोग ने ऐसे कानून का मसौदा तैयार किया है जो अभिव्यक्ति की आजादी के साथ-साथ इस बात का संतुलन बनाने की कोशिश करता है कि वे चीजें दफा की जाएं जो ऑफलाइन अवैध हैं, जैसे कि हिंसा भड़काने की कोशिश.
वेस्टागेर कहती हैं, "अगर हम किसी ऐसे के बारे में बात कर रहे हैं जो मानसिक स्वास्थ्य और हमारे लोकतांत्रिक विकास दोनों को प्रभावित कर रहा है तो हमें बहुत सख्ती बरतने की जरूरत है." उन्होंने माना कि फेसबुक के खिलाफ किसी तरह की कानूनी लड़ाई का कोई अंत नहीं होगा और यह सोशल मीडिया कंपनी सालों तक अदालतों में लड़ सकती है.
कितने स्मार्ट हैं फेसबुक के ग्लासेज
03:53
डेनमार्क की राजनीतिज्ञ वेस्टागेर ने उम्मीद जताई है कि अगर यूरोपीय संघ अभी कार्रवाई करे तो चीजें बदल सकती हैं तब छोटे उद्योगों को बाजार तक पूरी पहुंच मिलेगी और फेसबुक जैसी विशालकाय कंपनियों को अपने किए नुकसान की जिम्मेदारी लेनी होगी.
भारत में फेसबुक पर विवाद
फेसबुक के कुछ लीक हुए दस्तावेजों से पता चला है कि यह वेबसाइट भारत में नफरती संदेश, झूठी सूचनाएं और भड़काऊ सामग्री को रोकने में भेदभाव बरतती रही है. खासकर मुसलमानों के खिलाफ प्रकाशित सामग्री को लेकर कंपनी ने भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया है.
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के हाथ लगे कुछ दस्तावेजों से पता चला है कि भारत में आपत्तिजनक सामग्री को रोकने में फेसबुक नाकाम रही है. इस बात के सामने आने के बाद विपक्षी कांग्रेस ने कंपनी पर भारत के चुनावों को "प्रभावित" करने और लोकतंत्र को "कमजोर" करने का आरोप लगाते हुए इसकी संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की है.
ये तो है इनके बाएं हाथ का खेल
हर साल 13 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय खब्बू दिवस मनाया जाता है. दुनिया की कई नामचीन हस्तियां बाएं हाथ से काम करती हैं, जिनमें अभिनेता से लेकर खिलाड़ी और उद्योगपति तक शामिल हैं.
तस्वीर: AP
बिग बी, बेबी बी
बच्चन पिता-पुत्र की जोड़ी भी खब्बू है. बॉलीवुड के सबसे सफल अभिनेता अमिताभ बच्चन को साल 2000 में बीबीसी ने सहस्राब्दी का सबसे बड़ा अभिनेता घोषित किया था. अभिषेक बच्चन भी पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए अभिनेता बने लेकिन उन्हें वैसी सफलता हासिल नहीं हुई.
तस्वीर: Strdel/AFP/Getty Images
सचिन तेंदुलकर
बल्लेबाजी और गेंदबाजी भले ही दाहिने हाथ से करते हों लेकिन सचिन तेंदुलकर भी लेफ्टी ही हैं. खाना खाते या लिखते वक्त उनका बायां हाथ चल पड़ता है.
तस्वीर: Getty Images/C. Jackson
रतन टाटा
भारत के सबसे बड़े उद्योग घरानों में एक टाटा इंडस्ट्रीज के मुखिया रतन टाटा भी बाएं हाथ के धुरंधर हैं. इन्हें सन 2000 में भारत सरकार ने उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था.
तस्वीर: AP
मैरी क्यूरी
मैरी क्यूरी को मैडम क्यूरी के नाम से भी जाना जाता है. 1903 में मैरी क्यूरी को रेडियोएक्टिविटी पर अपने बड़े काम के लिए पहचान मिली. क्यूरी को भौतिक विज्ञान में साझा नोबेल और बाद में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार मिला. वे नोबेल से सम्मानित की जाने वाली दुनिया की पहली महिला थीं.
तस्वीर: Getty Images/Keystone
चार्ली चैपलिन
हंसोड़ अंग्रेज अभिनेता चार्ली चैपलिन में किस कदर दर्द भरा था, उनके इस बयान से पता चलता है, "मैं बारिश में चलता हूं ताकि लोग मेरे आंसू न देख सकें." दुनिया जिस वक्त हिंसा में फंसी थी, चार्ली अपनी फिल्मों से लोगों को हंसाते थे.
तस्वीर: AP
राफेल नडाल
टेनिस सुपरस्टार राफेल नडाल ने वास्तव में दाएं हाथ से खेलना शुरू किया था, लेकिन उनके चाचा और पूर्व कोच टोनी नडाल ने उन्हें बांए हाथ से खेलना सिखाया. राफेल नडाल ने बांए हाथ से खेलते हुए 18 ग्रैंड स्लैम जीते हैं.
तस्वीर: Shaun Botterill/Getty Images
मार्क जकरबर्ग
मार्क जकरबर्ग को आज की तारीख में शायद हर कोई जानता है. वे दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में से एक फेसबुक के संस्थापक हैं. वाट्सएप और इंस्टाग्राम को भी उन्होंने खरीद लिया है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/T. Hase
अल्बर्ट आइंस्टीन
इस ऐतिहासिक तस्वीर में ब्लैकबोर्ड पर आइंस्टीन का दाहिना हाथ दिख रहा है. लेकिन लोगों का कहना है कि यह सिर्फ तस्वीर खिंचवाने के लिए था, दरअसल वह बाएं हाथ से काम करते थे. पर इस पर मतभेद भी है.
तस्वीर: AP
लेडी गागा
लेडी गागा का असली नाम स्टेफनी जोआन एंजेलिना जरमेनोटा है. वे अपने नाम के साथ परफॉर्मेंस के लिए भी चर्चित रही हैं. अपने करियर की शुरुआत में वे अजीबोगरीब पोशाकों के लिए मशहूर रहीं. 2010 में जब वह एमटीवी म्यूजिक अवॉर्ड्स के समारोह में पहुंची, तो उन्होंने कपड़े नहीं, पूरे बदन पर मीट पहन रखा था.
तस्वीर: Saul Loeb/REUTERS
मुहम्मद अली
कहते हैं कि मुहम्मद अली का अगर बायां घूंसा निशाने पर चल जाए, तो सामने वाला चित्त हो जाता था. विश्व के महानतम मुक्केबाज समझे जाने वाले अली की इस तस्वीर से साफ है कि स्वाभाविक हाथ से एक्शन करना कितना सहज होता है.
तस्वीर: AP
नेपोलियन बोनापार्ट
फ्रांस के महान शासक छोटे कद के नेपोलियन बोनापार्ट ने तलवार के जोर पर यूरोप के बहुत बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था. वह भी अपना काम बाएं हाथ से ही करते थे.
तस्वीर: picture alliance/Imagno
आइजक न्यूटन
भौतिकशास्त्र का सबसे बड़ा फॉर्मूला देने वाले आइजक न्यूटन इस तस्वीर में बाएं हाथ में किताब लिए दिख रहे हैं. सवाल यह है कि जब बाग में सेब टूट कर गिरा तो क्या उन्होंने उसे बाएं हाथ से ही उठाया?
तस्वीर: picture-alliance/ dpa
ओप्रा विन्फ्री
अमेरिका की लोकप्रिय एंकर और सैकड़ों इंटरव्यू करने वाली ओप्रा विन्फ्री भी खब्बू हैं. उनका शो लगभग 15 साल तक अमेरिका का सबसे लोकप्रिय शो रहा. अभिषेक-ऐश्वर्या राय बच्चन, मेगन मार्कल-प्रिंस हैरी और प्रियंका चोपड़ा जोनास के साथ उनके इंटरव्यू काफी सुर्खियों में रहे.
तस्वीर: Bjorn Sigurdson/EPA/dpa/picture alliance
लियोनार्डो डा विंची
जिस मोना लीसा की तस्वीर अच्छे से अच्छा आदमी अपने दाहिने हाथ से भी नहीं बना सकता, वह 15-16 वीं सदी के महान चित्रकार लियोनार्डो डा विंची ने बाएं हाथ से बना दी. आखिर वे खब्बू जो थे.
तस्वीर: Getty Images
बिल गेट्स
कंप्यूटर इतिहास के सबसे बड़े नामों में शामिल बिल गेट्स भले ही बएंहत्थी हों लेकिन कंप्यूटर के कीबोर्ड और माउस जैसी चीजों को खब्बू लोगों के लिए कभी नहीं तैयार किया गया.
तस्वीर: Reuters
बराक ओबामा
अमेरिका के इतिहास में बराक ओबामा 2008 में पहली बार पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने थे. वे लगातार दो बार चुने गए. वर्ष 2005 में टाइम मैगजीन द्वारा विश्व के महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सूची में उनका नाम दर्ज किया गया था.
तस्वीर: Getty Images
16 तस्वीरें1 | 16
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया साइट फेसबुक ने भारत में खुद को "फेकबुक" में तब्दील कर लिया है. कांग्रेस ने अपने आरोप को दोहराया कि बीजेपी से सहानुभूति रखने वालों ने फेसबुक में "घुसपैठ" की है और यह सोशल मीडिया दिग्गज बीजेपी की "सहयोगी" की तरह काम कर रही है.
कंपनी के शोधकर्ताओं ने बताया है कि इसके मंच पर "भड़काऊ और भ्रामक मुस्लिम विरोधी सामग्री" से भरे समूह और पेज हैं. भारत में सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक और भड़काऊ सामग्री एक बड़ी चिंता का विषय रहा है. फेसबुक या वॉट्सऐप पर साझा की गई सामग्री के कारण हिंसा तक हो चुकी है.