सऊदी अरब में खुल रहे हैं महिलाओं के जिम
२७ अप्रैल २०१८
अफगानिस्तान की बुर्के वाली पावरलिफ्टर
अफगानिस्तान की बुर्के वाली पावरलिफ्टर
अफगानिस्तान में जंग के बीच से भी कुछ औरतों ने अपने सपनों को साकार करने के रास्ते निकाले हैं. 40 साल की राशिदा पाहरिज ने जिम जाकर ना सिर्फ अपना वजन नियंत्रित किया बल्कि पावरलिफ्टिंग के मुकाबले भी जीते.
वजन घटाने के लिए पावरलिफ्टिंग
120 किलो भारी शरीर से परेशान राशिदा पाहरिज ने वजन घटाने के लिए जिम का रुख किया था. अब वो महज 82 किलो की हैं और 100 किलो का वजन उठा कर उन्होंने तीन ट्रॉफियां और कई मेडल भी हासिल कर लिए हैं.
पर्दा उतार कर एक्सरसाइज
3 बच्चों की मां राशिदा हफ्ते में कई बार ट्रेनिंग के लिए जिम जाती हैं. छोटे से जिम में वो अबाया उतार कर वहां मौजूद मशीनों और वजनों पर अपने मांसपेशियों की जोर आजमाइश करती हैं.
मुश्किल चढ़ाई से कम नहीं
अपने भार से ज्यादा वजन उठाने का करतब कर लेना अफगानिस्तान के माहौल में किसी महिला के लिए में एवरेस्ट चढ़ने से कम मुश्किल नहीं है.
कामयाबियों ने बदली तस्वीर
सफलताओं ने उनके लिए रास्ता आसान किया और उनके पति उन्हें आगे बढ़ाने के साथ ही उन पर गर्व महसूस करते हैं. हालांकि उनकी बेटी लीमा बताती हैं कि उनके पिता उन्हें सार्वजनिक जिम में जाने की इजाजत नहीं देते.
वेटलिफ्टिंग फेडरेशन
सात साल पहले अफगान ओलिंपिक कमेटी ने वेटलिफ्टिंग फेडरेशन बनाई लेकिन इसमें महिलाओं ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. अफगानिस्तान में खेल कूद करने वाली औरतों को अच्छी नजर से नहीं देखा जाता.
हर महीने सिर्फ 15 डॉलर
इन महिलाओं को महीने में सिर्फ 15 डॉलर के करीब पैसा मिलता है लेकिन उनके कोच मुकाबलों में हिस्सा लेने के लिए उनका उत्साह बढ़ाते रहते हैं
नेशनल टीम में महिलाएं
राशिदा के हौसलों और कामयाबी ने तस्वीर बदली है. फिलहाल नेशनल टीम में 20 महिलाएं ट्रेनिंग ले रही हैं. यहां पुरुष खिलाड़ियों की संख्या 100 से ज्यादा है.
पावरलिफ्टिंग या वेटलिफ्टिंग
पावरलिफ्टिंग वेटलिफ्टिंग की ही एक शाखा है इसमें तीन एक्सरसाइज होते हैं स्क्वैट, बेंच प्रेस और डेडलिफ्ट. स्क्वैट में वजन कंधे पर रहता है, बेंच में सीने पर और डेडलिफ्ट में जमीन पर रखे वजन को आगे झुक कर उठाया जाता है
ओलिंपिक में नहीं शामिल
फिलहाल यह मुकाबला ओलंपिक में शामिल नहीं है लेकिन राशिदा को उम्मीद है कि जल्दी इसे भी ओलिंपिक में शामिल कर लिया जाएगा तब शायद अफगानिस्तान में तस्वीर और बेहतर हो.