आईएस के खिलाफ उतरे मुस्लिम विद्रोही
१२ अप्रैल २०१९Unlikely partners in Philippines
इस्लामिक स्टेट से लड़ती फिलीपींस की सेना
इस्लामिक स्टेट से लड़ती फिलीपींस की सेना
दक्षिण पूर्वी एशिया में इस्लामिक स्टेट ने गहरी जड़ें जमा ली हैं. फिलीपींस का मरावी शहर इसका सबूत है.
जिहादियों का गढ़
फिलीपींस की सेना मरावी शहर में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. दक्षिणी फिलीपींस के कुछ हिस्सों में अब भी सेना और इस्लामिक स्टेट के जिहादियों के बीच झड़पें हो रही हैं.
कौन है जिहादी
मरावी शहर पर माउते नाम के उग्रवादी संगठन ने हमला किया. संगठन ने शहर को अपने नियंत्रण में लेने के बाद वहां इस्लामिक स्टेट के काले झंडे लगा दिये. माउते पहले ही इस्लामिक स्टेट की खलीफत के प्रति वफादारी जता चुका है.
बर्बरता के निशान
सैन्य ऑपरेशन के दौरान जिहादियों की बर्बरता के सबूत भी मिले. जिहादियों ने क्रूर तरीके से बच्चों की हत्या की और शवों को सड़कों के किनारे फेंक दिया
रमजान में खून खराबा
सेना हेलिकॉप्टरों की मदद से आतंकियों को निशाना बना रही है. सरकार के प्रवक्ता ने मरावी के आम लोगों से रमजान के दौरान हो रही हेलिकॉप्टर कार्रवाई के लिए माफी मांगी है.
मार्शल लॉ
राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटेर्टे ने मरावी और कुछ अन्य इलाकों में मार्शल लॉ लगा दिया है. उन्होंने नरम धड़े के अलगाववादियों से सेना में शामिल होने की अपील भी की है. दक्षिण फिलीपींस में 1960 के दशक से मुस्लिम अलगाववादियों के खिलाफ जब तब सैन्य कार्रवाई होती रही है.
अपने घर में ही शरणार्थी
हिंसा के चलते मरावी के 90 फीसदी लोग शहर छोड़कर जा चुके हैं. लड़ाई से तबाह होते शहर के बाकी बाशिंदे भी वहां से निकलने की फिराक में हैं.
तीखी होती लड़ाई
मरावी शहर के कुछ इलाकों में अब भी तीखी लड़ाई छिड़ी है. मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है. कई शव सड़कों पर बिखरे पड़े हैं. स्थानीय राहत और बचाव संस्थाओं के मुताबिक 100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.
विस्थापन अभियान
2,000 से ज्यादा लोग अब भी शहर में फंसे हुए हैं. सेना उन्हें जल्द से जल्द निकालने की कोशिश कर रही है. विस्थापितों के लिए 38 अस्थायी कैंप बनाये गये हैं.
कोई नरमी नही
सेना के प्रवक्ता के मुताबिक, "जो आत्मसमर्पण नहीं करेगा, वो मारा जाएगा." सेना को अब भी शहर के बड़े हिस्से तक अपनी पहुंच बनानी है. जिहादी घरों, गलियों और तमाम इमारतों में छुपे हैं.