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आतंकवादपाकिस्तान

आतंकियों के हमले में पांच पाकिस्तानी सैनिकों की मौत

७ फ़रवरी २०२२

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह के कुर्रम जिले में पाकिस्तानी सेना की एक चौकी को अफगानिस्तान के अंदर से निशाना बनाया गया. पाकिस्तानी तालिबान के संघर्ष-विराम समझौते से हटने के बाद से इस तरह के हमले बढ़े हैं.

तस्वीर: AA/picture alliance

पाकिस्तान आर्मी पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, खैबर पख्तून ख्वाह प्रांत के कुर्रम जिले में अफगानिस्तान के अंदर से सेना की चौकी पर आतंकवादियों ने गोलियां चलाईं, जिसमें उसके कम से कम पांच जवान मारे गए. बयान के मुताबिक पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने भी फायरिंग का जवाब दिया, जिसमें आतंकियों को भी भारी नुकसान हुआ है, हालांकि इस बात की पुष्टि किसी स्वतंत्र सूत्र ने नहीं की है.

हमलावरों ने कथित तौर पर अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत से सटे एक चौकी अंगोर तांगी को निशाना बनाया और सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी रविवार रात करीब आठ बजे शुरू हुई और कई घंटों तक चली. हमले में कई पाकिस्तानी सैनिकों के घायल होने की भी खबर है.

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) या पाकिस्तान तालिबान, जिसने काबुल के पतन के बाद अफगान तालिबान के साथ एक संबद्ध को नवीनीकृत किया है. उसने रविवार के हमले की जिम्मेदारी ली है. उसने एक बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है. पिछले नवंबर में पाकिस्तानी सरकार और टीटीपी के बीच एक संघर्षविराम समझौता हुआ था, लेकिन यह कुछ दिनों बाद टूट गया, और तब से समूह के हमले तेज हो गए हैं.

आईएसपीआर ने एक बयान में कहा, "अफगानिस्तान के अंदर, अंतरराष्ट्रीय सीमा के दूसरी ओर कुर्रम जिले में आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सैनिकों पर गोलियां चलाईं." बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान के खिलाफ गतिविधियों के लिए आतंकवादियों द्वारा अफगान क्षेत्र के इस्तेमाल की पाकिस्तान कड़ी निंदा करता है और उम्मीद करता है कि अफगान की अंतरिम सरकार भविष्य में पाकिस्तान के खिलाफ इस तरह की गतिविधियों की अनुमति नहीं देगी." (पढ़ें- पाकिस्तान: बलूचिस्तान में सेना पर आतंकी हमला, एक जवान और चार हमलावर मारे गए)

पाकिस्तानी आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद ने भी एक बयान में कहा, "जैसा कि वादा किया गया था, तालिबान सरकार को इस तरह के सीमा पार आतंकवादी हमलों को रोकना चाहिए." सेना ने कहा कि अफगानिस्तान के अंदर के आतंकवादियों ने भी पाकिस्तान-अफगान सीमा पर बाड़ को नुकसान पहुंचाने के कई प्रयास किए. आईएसपीआर के बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों के खिलाफ देश की सीमाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और "हमारे बहादुर सैनिकों के बलिदान से हमारे संकल्प को और मजबूती मिलेगी."

अफगान तालिबान सरकार के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने रॉयटर्स से कहा, "हम अन्य देशों, विशेष रूप से अपने पड़ोसियों को आश्वस्त करते हैं कि किसी को भी अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों करने के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी."

खैबर पख्तून ख्वाह प्रांत का कुर्रम जिला पहले तहरीक-ए-तालिबान की गतिविधियों का केंद्र रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों से यहां स्थिति अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रही है. इस जिले का एक हिस्सा अफगान राज्य खोस्त से मिलता है और दूसरा छोर अफगान राज्य नंगरहार से सटा हुआ है. (पढ़ें- पाकिस्तान: बंदूकधारियों ने पेशावर में की पादरी की गोली मारकर हत्या)

पाकिस्तान-अफगान सीमा पर हमले से कुछ दिन पहले विद्रोहियों ने बलूचिस्तान प्रांत में दो हमले किए थे. पाकिस्तानी सेना का कहना था कि दो सैन्य चौकियों पर हुए हमलों में कम से कम 20 आतंकी और नौ सैनिक मारे गए. पिछले हफ्ते हुए हमले की जिम्मेदारी नवगठित बलूचिस्तान नेशनलिस्ट आर्मी ने ली थी.

एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स)

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