ओलंपिक से पहले पेरिस में विदेशी युवती से रेप, उठे कई सवाल
२५ जुलाई २०२४
फ्रांस के जांचकर्ता राजधानी पेरिस में घूमने आई ऑस्ट्रेलिया की एक महिला के साथ हुए कथित सामूहिक बलात्कार के एक मामले की जांच कर रहे हैं. समाचार एजेंसी एपी ने न्यायिक अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है.
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26 जुलाई को पेरिस ओलंपिक 2024 का उद्घाटन है. ऐसे में गैंग रेप के इन आरोपों से ओलंपिक खेलों के आयोजन के दौरान पेरिस में महिलाओं की सुरक्षा पर कई सवाल उठ रहे हैं.
पेरिस में पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के दफ्तर ने एक बयान जारी कर कथित गैंग रेप की घटना से जुड़ी जानकारियां सार्वजनिक कीं. बताया गया कि 25 साल की एक ऑस्ट्रेलियाई महिला ने उसके साथ पेरिस में रेप होने की शिकायत की है. लेकिन फ्रेंच मीडिया की खबरों के मुताबिक, पांच पुरुषों ने महिला का रेप किया.
घटना के बारे में क्या जानकारी उपलब्ध है
यह घटना 19 जुलाई की बताई जा रही है. हादसे के बाद महिला ने पेरिस के एक रेस्तरां में शरण ली, जहां दमकलकर्मियों ने उसे आपातकालीन मदद मुहैया कराई. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया.
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ऑस्ट्रेलिया के विदेशी मामलों से जुड़े विभाग ने भी इस घटना पर एक बयान जारी किया. विभाग ने बताया कि पेरिस स्थित ऑस्ट्रेलियन दूतावास ने प्रभावित महिला को मदद देने की पेशकश की है. बयान में कहा गया, "हम समझते हैं कि यह बहुत तकलीफ देने वाला अनुभव है और हम मदद के लिए तैयार हैं."
महिला की निजता को ध्यान में रखते हुए उसकी पहचान से जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी गई है. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, पीड़ित महिला घटना के फौरन बाद ऑस्ट्रेलिया लौट आना चाहती थी, लेकिन फिर उसने कुछ समय के लिए फ्रांस में ही रहने का फैसला किया.
खिलाड़ियों को सावधानी बरतने की सलाह
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, इस घटना के संदर्भ में एहतियात बरतते हुए ओलंपिक में हिस्सा लेने आई ऑस्ट्रेलियाई टीम की प्रमुख आना मीयर्स ने खिलाड़ियों को खेल गांव के बाहर सावधानी बरतने की सलाह दी है. उन्होंने कहा, "मुझे जानकारी मिली, यह डरावना है. बेशक हमें संबंधित महिला के लिए तकलीफ हो रही है और हम उम्मीद करते हैं कि उनकी पूरी देखभाल की जा रही है. घटना से जुड़ी ज्यादा जानकारियां और ब्योरे नहीं आए हैं."
एक स्पैनिश महिला के साथ बलात्कार की घटना के बाद भारत में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है.जॉर्जटाउन इंस्टिट्यूट के 2023 विमिन पीस एंड सिक्यॉरिटी इंडेक्स में भारत की रैंकिंग काफी नीचे है.
तस्वीर: Vuk Valcic/imago images/ZUMA Wire
कितनी सुरक्षित हैं महिलाएं
जॉर्जटाउन इंस्टिट्यूट के विमिन पीस एंड सिक्यॉरिटी इंडेक्स में महिलाओं की सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में स्थिति को लेकर 177 देशों की रैंकिंग जारी की गई. इस इंडेक्स के मुताबिक कहीं भी महिलाओं की स्थिति को बेहतरीन नहीं कहा जा सकता. लेकिन कुछ क्षेत्रों में स्थिति बाकी दुनिया के मुकाबले कहीं ज्यादा खराब है.
तस्वीर: Vuk Valcic/imago images/ZUMA Wire
सबसे सुरक्षित देश
इस इंडेक्स में जिन देशों को सबसे अच्छी रैंकिंग मिली उनमें डेनमार्क सबसे ऊपर था. पहले दस देशों में नौ यूरोप के देश हैं. ये हैं – डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, फिनलैंड, लग्जमबर्ग, आइसलैंड, नॉर्वे, ऑस्ट्रिया और नीदरलैंड्स. 10वें नंबर पर न्यूजीलैंड है, जबकि ऑस्ट्रेलिया 11वें नंबर पर है.
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सबसे असुरक्षित देश
इंडेक्स में सबसे खराब रैंकिंग अफगानिस्तान की है. वह 177 देशों में सबसे नीचे है. उसके बाद यमन, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, डीआर कांगो, साउथ सूडान, बुरूंडी, सीरिया, एस्टाविनी, सोमालिया और इराक का नंबर है.
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भारत की रैंकिंग
इंडेक्स तैयार करने के लिए हर देश में महिलाओं की स्थिति को 13 पैमानों पर परखा गया. 177 देशों की इस सूची में भारत को 128वां स्थान मिला.
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कहां है भारत
विशेषज्ञों ने महिलाओं की स्थिति के हिसाब से दुनिया को पांच हिस्सों में बांटा है. इन पांच में भारत ठीक बीच में यानी तीसरे नंबर के देशों में आता है. यानी दुनिया के दो हिस्से ऐसे हैं जहां महिलाओं की स्थिति भारत से बेहतर है और दो में भारत से खराब है. लेकिन अधिकतर देश पिछले तीन हिस्सों में आते हैं.
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भारत के पड़ोसी
महिला सुरक्षा के मामले में भारत का पड़ोसी पाकिस्तान 158वें नंबर पर यानी भारत से काफी नीचे है जबकि चीन 82वें नंबर पर है. श्रीलंका की रैंकिंग 60वीं है जबकि नेपाल 112वें नंबर पर है. बांग्लादेश (131) और म्यांमार (165) भी भारत से नीचे हैं.
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मीयर्स ने यह भी कहा कि उन्हें खिलाड़ियों की ओर से किसी तरह की असुरक्षा महसूस होने का कोई फीडबैक नहीं मिला है. हालांकि, खिलाड़ियों से कहा गया कि वे अकेले खेल गांव से बाहर ना जाएं, ना ही टीम की यूनिफॉर्म पहनकर जाएं.
ओलंपिक खेलों के कारण पेरिस में सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासन अलर्ट पर है. 26 जुलाई को पेरिस में सेन नदी पर एक कार्यक्रम के साथ प्रतियोगिता की शुरुआत होगी. यह अंतरराष्ट्रीय आयोजन 11 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान हर दिन करीब 35,000 पुलिस अधिकारी सुरक्षा में तैनात होंगे.
उद्घाटन समारोह के दौरान और भी ज्यादा, लगभग 45 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा. इनके अलावा समूचे पेरिस में सुरक्षा के मद्देनजर 10,000 सैनिकों को भी ड्यूटी पर लगाया जाएगा.