जर्मनी की स्वैच्छिक सेना सालों से रंगरूटों की कमी का सामना कर रही है. अब जर्मन सेना बुंडेसवेयर एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत रिजर्व सैनिक बनाने के लिए सिविलियनों को ट्रेनिंग दे रही है.
तकनीक के मामले में अग्रणी देश जर्मनी की सेना खस्ताहाल है. जर्मन रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर उपकरण एक्शन के लिए तैयार ही नहीं हैं. ऐसी मशीनों की लिस्ट भी जारी की गई है.