एक नई जर्मन रिसर्च में कहा गया है कि फ्लाइट में सोने से पहले शराब पीना आपकी सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकता है.
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हवाई जहाज में शराब पीने के लिए यात्रियों के पास अनगिनत कारण हो सकते हैं. बहुत से लोगों के लिए शराब पीना, छुट्टियों की शुरुआत या अंत का जश्न हो सकता है. कुछ लोग मानते हैं कि एक गिलास वाइन उन्हें बेहतर नींद लेने में मदद करती है, वहीं कुछ अन्य मानते हैं कि फ्लाइट की हलचल से निजात दिलाने में शराब मददगार है. लेकिन जर्मन एयरोस्पेस सेंटर (डीएलआर) और आरडब्ल्युटीएच आखेन यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने एक नया पेपर पब्लिश करके सुझाव दिया है कि उड़ान के दौरान अल्कोहल पीने से सेहत को बड़े खतरे हो सकते हैं, खासकर बूढ़े यात्रियों को जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी है.
अब सबसे ज्यादा व्हिस्की गटकता है भारत
दुनिया के सारे व्हिस्की बनाने वालों की निगाहें भारत पर लगी हैं. पिछले दस साल में व्हिस्की की बिक्री 200 फीसदी बढ़ गई है. देखिए, यूके स्थित स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन के मुताबिक दुनिया के सबसे ज्यादा व्हिस्की पीने वाले देश.
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सबसे ज्यादा व्हिस्की गटकता है भारत
स्कॉच व्हिस्की की बिक्री के मामले में भारत पहले नंबर पर आ गया है. उसने फ्रांस से यह स्थान हासिल किया है. 2022 में भारत में स्कॉच की 21.9 करोड़ बोतलें बिकीं.
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फ्रांस
फ्रांस में व्हिस्की अब भी पसंदीदा ड्रिंक है. वहां पिछले साल 20.5 करोड़ बोतलें बिकीं जो 2021 के मुकाबले 17 फीसदी ज्यादा था.
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अमेरिका
कीमत के लिहाज से देखा जाए तो अमेरिका दुनिया में व्हिस्की का सबसे बड़ा बाजार है. 2022 में वहां 10,585 करोड़ रुपये की व्हिस्की बिकी. हालांकि बोतलों की संख्या के हिसाब से 13.7 करोड़ डॉलर बनता है.
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ब्राजील
2022 में ब्राजील में 14 फीसदी ज्यादा बोतलें यानी 9.3 करोड़ बिकीं. हालांकि कीमत के लिहाज से देखा जाए तो ब्राजील सबसे बड़े दस बाजारों में शामिल नहीं है.
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जापान
जापान में 2022 में 7.5 करोड़ बोतल बिकीं और संख्या के मामले में यह पांचवें नंबर पर रहा. 2021 से यह 33 फीसदी ज्यादा था.
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जर्मनी
बियर के प्यार के लिए मशहूर जर्मनी के लोगों ने 2022 में 2,000 करोड़ रुपये की व्हिसकी पी, जो बोतलों की संख्या में 4.3 करोड़ है.
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स्पेन
सातवें नंबर पर सबसे ज्यादा 6.7 करोड़ व्हिस्की बोतलें स्पेन में बिकीं, जिनकी कीमत 1,186 करोड़ रुपये थी.
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पोलैंड
4.9 करोड़ बोतलों की बिक्री के साथ पोलैंड आठवें नंबर पर रहा, जो 2021 से कुछ ही ज्यादा है. उस साल 4.5 करोड़ बोतल व्हिस्की बिकी थी.
नौवें नंबर पर है मेक्सिको जहां 2022 में 4.8 करोड़ बोतल बिकीं. यह 2021 से मात्र दो फीसदी ज्यादा है.
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दक्षिण अफ्रीका
टॉप 10 देशों में आखरी है दक्षिण अफ्रीका जहां 2022 में 3.9 करोड़ बोतल बिकीं. यह 2021 के 3.4 करोड़ बोतलों से यह आगे बढ़ गया है.
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ऑक्सीजन कम, धड़कन तेज
फ्लाइट के दौरान हवाई जहाज में हवा का दबाव कृत्रिम तौर पर बनाया जाता है. यह समुद्र के स्तर पर वायु के दबाव से मेल नहीं खाता बल्कि 2,500 मीटर की ऊंचाई पर हवा के दबाव जितना होता है. ये ऐसा हुआ जैसा किसी मध्यम ऊंचाई के पहाड़ पर होना. ऊंचाई जितनी ज्यादा होगी, हवा का दबाव उतना कम होगा और खून में ऑक्सीजन की मात्रा भी कम होगी.
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जर्नल थोरैक्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्वस्थ व्यक्ति के खून में ऑक्सीजन सैचुरेशन का स्तर 90 प्रतिशत होता है. जब यह इसके नीचे जाता है तो मांसपेशियों और शरीर के अंगों को जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन नहीं मिलती क्योंकि शरीर दिमाग को ऑक्सीजन सुनिश्चित करने की कोशिश में लगा रहता है.खून में ऑक्सीजन की कमी से जी मिचलाने और चक्कर आने के हालात बन सकते हैं. ज्यादा संवेदनशील लोग इस स्थिति में ज्यादा गहरी और तेज सांस भरने लगते हैं. ऑक्सीजन की कमी तब भी हो सकती है जब अल्कोहल की वजह से, सोते समय दिल की धड़कनें बढ़ जाएं.
पहली बार संयुक्त अरब अमीरात में बीयर बनी है
रुढ़िवादी यूएई की राजधानी आबू धाबी में पहली बार एक ब्रुअरी में बीयर बन रही है. यहां अल्कोहल लंबे समय से पूरी तरह वर्जित रहा है.
तस्वीर: GIUSEPPE CACACE/AFP
आबू धाबी में बीयर की ब्रुअरी
सूखे रेतीले आबू धाबी के पब में चाड मैकगेही चमचमाते स्टील टैंकों को देख काफी जोश में हैं. 42 साल के अमेरिकी मैकगेही इस ब्रुअरी को शुरू करने वाले लोगों में एक हैं. इससे पहले वह आयातित बीयर यूएई में बेचते रहे हैं.
तस्वीर: GIUSEPPE CACACE/AFP
घरेलू जायके वाली बीयर
यूएई ने जब ब्रूइंग की इजाजत दे दी तो मेकगेही ने कुछ लोगों के साथ मिल कर क्राफ्ट को शुरू किया. यह ब्रुअरी 8-14 बीयर बना रही है. इनमें से कई तो बिल्कुल स्थानीय स्वाद के हिसाब से बनाई जा रही हैं. मसलन काराक टी जो यहां खाड़ी में काफी पसंद की जाने वाली चाय है.
तस्वीर: GIUSEPPE CACACE/AFP
पहली माइक्रोब्रुअरी का लाइसेंस
खाड़ी के मुस्लिम देश तेल के कारोबार से बाहर निकल कर दूसरे उपायों से अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में जुटे हैं. इसी कड़ी में अल्कोहल के लिए भी कुछ छूट दी गई है. पहली माइक्रोब्रुअरी के लिए लाइसेंस लेने वाले मैकगेही इसी का फायदा उठाने में जुटे हैं.
तस्वीर: GIUSEPPE CACACE/AFP
इलायची और केसर
आबू धाबी की बीयर में चाय के अलावा कई चीजों का इस्तेमाल हो रहा है. किसी बीयर में काली चाय, इलायची और केसर है तो किसी में शहद, खजूर और कॉफी. उनका कहना है कि स्थानीय बाजारों में जो कुछ मिलता है, उनसे क्राफ्ट की बीयर का जायका तैयार होता है.
तस्वीर: GIUSEPPE CACACE/AFP
यूएई में ब्रुअरी
2021 में अबूधाबी यूएई में लाइसेंसी पबों में ब्रूइंग की इजाजत देने वाला पहला अमीरात बना. मैकगेही ने 2019 में साइड हसल ब्रूइज एंड स्पिरिट्स की स्थापना की. तब यह यूएई का पहला घरेलू ब्रांड बना हालांकि इस दौरान बीयर बाहर से आयात कर के बेची जाती थी.
तस्वीर: GIUSEPPE CACACE/AFP
यूएई ने दिखाया लचीलापन
यूएई ने शराब से जुड़े कानूनों में लचीलापन दिखाया है. दुबई में पिछले साल शराब पर 30 फीसदी का टैक्स खत्म कर दिया गया और साथ ही गैर-मुस्लिमों को शराब बेचने वाली लाइसेंसी दुकानों की परमिट पर लगने वाला चार्ज भी हटा दिया गया.
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आबूधाबी में बीयर
आबूधाबी की 1 करोड़ की आबादी में 90 फीसदी लोग विदेशी हैं. अल्कोहल बेचना और इस्तेमाल करना पहले वहां केवल होटलों के बार तक सीमित था, जहां विदेशी लोगों का ज्यादा आना जाना होता था.
तस्वीर: GIUSEPPE CACACE/AFP
ईरान का असर
ईरान में हुई 1979 की इस्लामिक क्रांति का मुस्लिम देशों पर बहुत असर हुआ. इसके बाद कई मुस्लिम देशों ने खुद को रुढ़िवादी और धार्मिक मूल्यों वाली परंपराओं में पूरी तरह लपेट लिया. 2000 के बाद 900 से ज्यादा मस्जिदों वाले यूएई ने अपनी उदार छवि बनानी शुरू की और शराब को यहां आने की इजाजत मिली.
तस्वीर: GIUSEPPE CACACE/AFP
अब भी बहुत हैं पाबंदियां
अल्कोहल की बिक्री पर ओमान, कतर और कुवैत में पूरी तरह से रोक है. यूएई के ही एक अमीरात शारजाह में आज भी शराब बेचने पर पूरी तरह पाबंदी है. कतर में फुटबॉल वर्ल्डकप के दौरान सीमित मात्रा में कुछ जगहों पर बीयर बेचने की छूट मिली थी.
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सऊदी अरब में शराब की दुकान
अब संयुक्त अरब और अमीरात में उदारता और आर्थिक उन्नति की होड़ मची है. आबू धाबी से कुछ ही घंटों की दूरी पर सऊदी अरब है, जो इस्लाम की जन्मभूमि है. यहां हाल ही में एक शराब की दुकान को लाइसेंस मिला है. यहां केवल गैर-मुस्लिम विदेशी राजनयिकों को ही शराब मिल सकती है.
तस्वीर: FAYEZ NURELDINE/AFP
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शराब और कम ऑक्सीजन के बीच रिश्ता
इस स्टडी के लिए 48 लोगों के समूह को दो गुटों में बांटा गया. एक समूह का अध्ययन सामान्य वायु दबाव वाले माहौल में स्लीप लैब में किया गया. दूसरे ग्रुप को ऑल्टीट्यूट चेंबर में हवाई जहाज के भीतर रखे जाने वाले दबाव के समान स्थितियों में परखा गया. दोनों ही समूहों में केवल कुछ प्रतिभागियों ने शराब का सेवन किया. इस स्टडी में पता चला कि एयरक्राफ्ट जैसे केबिन में शराब पीने वाले लोगों की औसत धड़कन, सोते समय बढ़कर 88 प्रति मिनट हो गई. उनके खून में ऑक्सीजन की दर गिरकर 85 फीसदी हो गई.
उनके दिल की औसत धड़कन, दूसरे समूह के मुकाबले तेज थी और ऑक्सीजन का स्तर नीचे. ऐसे देखने पर यह अंतर ज्यादा गंभीर नहीं लगता लेकिन युवा और स्वस्थ प्रतिभागियों पर भी शराब का नकारात्मक असर बिल्कुल साफ तौर पर दिखा. बूढ़े और बीमार लोगों के लिए ऑक्सीजन का नीचे के स्तर पर होना और बहुत तेज धड़कनें खतरनाक साबित हो सकती हैं.
क्या फ्लाइट पर अल्कोहल बैन होनी चाहिए
हवाई जहाज में अल्कोहल को बैन करने का सवाल दशकों से बना हुआ है और इस पर अब भी बहस जारी है. यह स्टडी जो निश्चित तौर पर अंतिम नहीं है, किसी खास नतीजे पर नहीं पहुंचती. परीक्षण में शामिल समूह बहुत छोटा था और उसमें युवा व स्वस्थ लोगों ने हिस्सा लिया. यही नहीं, प्रतिभागी लेट कर सोए जो जहाज में हर यात्री नहीं करता. हालांकि रिसर्चरों को उम्मीद है कि इससे और नए शोधों का रास्ता खुलेगा. वैज्ञानिकों का कहना है कि हवाई जहाज में शराब पीने के नियमों में बदलाव करके अल्कोहल पीने में कमी लाने की कोशिश की जानी चाहिए.