सीरिया में एक यजीदी युवती को गुलाम बनाया गया. जर्मन महिला उससे घर का काम कराती थी और पति युवती से बलात्कार करता था. दोषी जर्मन महिला को जर्मन अदालत ने सजा सुनाई है.
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जर्मनी में पली बढ़ी 37 साल की नदीन के. को मानवता के विरुद्ध अपराध और विदेशी आतंकवादी संगठन का सदस्य होने का दोषी पाया गया. कोब्लेंज की अदालत ने यह भी माना कि दोषी ने एक यजीदी महिला को गुलाम बनाया. सारे आरोप साबित होने के बाद बुधवार को जर्मन अदालत ने नदीन के. को नौ साल की जेल की सजा सुनाई.
अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में यह साबित किया कि नदीन दिसंबर 2014 से मार्च 2019 तक इस्लामिक स्टेट की सदस्य रही. आतंकी संगठन आईएस में शामिल होने के लिए वह अपने पति के साथ सीरिया गई. 2015 में पति-पत्नी सीरिया से इराक के शहर मोसुल शिफ्ट हुए, लेकिन कुछ ही समय बाद फिर सीरिया लौट गए. इसी दौरान एक यजीदी युवती को उन्होंने गुलाम बनाया.
जर्मनी में आईएस के आतंक से जुड़े कई केस चल रहे हैंतस्वीर: Bernd Lauter/AFP/Getty Images
कैद की गई यजीदी युवती की उम्र तब 22 साल थी. नदीन लगातार उस पर नजर रखती थी. उससे घर का काम करवाती थी और उस पर इस्लामिक रीति रिवाज अपनाने का दबाव डालती थी. नदीन को पता था कि उसका पति आए दिन कैद की गई यजीदी युवती से बलात्कार करता है और उसे पीटता है.
अभियोजन पक्ष ने इस केस की शुरुआत में कहा, "यह सब यजीदी समुदाय को पूरी तरह से खत्म कर देने के इस्लामिक स्टेट के घोषित इरादे को पूरा करने के लिए किया गया."
नदीन के रुख पर टिप्पणी करते हुए जज ने कहा, "वह कुछ कर सकती थी और उसे कुछ करना चाहिए था." अदालत ने कहा कि उसे ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो यह साबित करे कि नदीन इन अपराधों से दूरी बना सकती थी.
अगस्त 2014 में आईएस के डर इराक से भागते यजीदीतस्वीर: Rodi Said/File Photo/Reuters
अभियोजन पक्ष के मुताबिक मार्च 2019 तक नदीन आईएस के कब्जे वाले इलाके में रही. इस दौरान गुलाम बनाई गई युवती भी साथ थी. मार्च 2019 के आस पास ही कुर्द लड़ाकों ने नदीन को गिरफ्तार कर लिया और यजीदी युवती को आजादी मिल सकी. पिछले साल मार्च में जर्मनी लौटते ही नदीन के. को जर्मन अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया.
इस्लामिक स्टेट के आतंक के दौरान कुर्दिश भाषा बोलने वाली सैकड़ों यजीदी महिलाओं को उत्तरी इराक से अगवा किया गया. इस्लामिक स्टेट ने उनके परिवार के सैकड़ों पुरुषों को मार डाला. यजीदी महिलाओं से बलात्कार किया गया और बच्चों को जबरन लड़ाका बनाया गया.
ओएसजे/सीके (एएफपी, डीपीए)
कौन हैं यजीदी
कई धर्मों के मिले जुले रिवाज वाला धर्म यजीदी है. इसमें इस्लाम, ईसाइयत और कुछ दूसरे धर्मों के मिले जुले पुट हैं. इराक में रहने वाले इन लोगों पर आइसिस ने हमला बोला है. हालांकि उन्हें कुर्दों का समर्थन है.
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मलिक ताउस
यजीदी एक ईश्वर में विश्वास करते हैं और मानते हैं कि उसके सात फरिश्ते दुनिया में उनकी मदद करते हैं. मोर के रूप में मलिक ताउस उनमें सबसे अहम है.
पांच बार आराधना
यजीदी धर्म के अनुयायी दिन में पांच बार सूर्य की तरफ मुंह करके पूजा करते हैं. दोपहर की पूजा लालिश पहाड़ियों की तरफ मुंह करके की जाती है, जहां उनका पवित्र मजार है. यह जगह उसी का प्रतीक है.
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इराक में बसेरा
दुनिया भर में करीब 8 लाख यजीदी हैं, जिनमें से ज्यादातर निनेवेह प्रांत में पहाड़ियों के पास रहते हैं. कुर्द भाषा बोलने वाले यजीदियों को 1990 के बाद से सीरिया और तुर्की जैसे देशों से भागना पड़ा. उनमें से कई ने अब यूरोप में पनाह ली है.
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घर छोड़ते यजीदी
आइसिस का कहना है कि यह "अशुद्ध" लोगों को इराक में नहीं रहने देंगे. लिहाजा उन्होंने यजीदियों पर हमला बोल दिया है. इससे पहले इन लोगों को सद्दाम हुसैन के शासनकाल में भी हमलों का सामना करना पड़ा था.
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सिंजर की पहाड़ियां
ये लोग इराक छोड़ कर सीरिया की तरफ भाग रहे हैं. सफर के लिए कई बार गधों का भी इस्तेमाल करना पड़ रहा है. रिपोर्टें हैं कि आइसिस ने सैकड़ों यजीदियों को मार डाला है. उनके खौफ से ईसाई भी कुर्दों के प्रभाव वाले शहर इरबील भाग रहे हैं.
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जहां तहां ठिकाना
इराक सरकार का दावा है कि आइसिस के सदस्यों ने कई यजीदियों को जिंदा दफ्न कर दिया है, जबकि औरतों को अगवा कर लिया गया है. बच कर भाग रहे लोगों में से कुछ ने दोहुक प्रांत में ठिकाना जमाया है.
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कहां कहां यजीदी
आम तौर पर वे इराक के उत्तर में रहते हैं, जहां कुर्दों का भी भारी प्रभाव है. दोनों की भाषा भी लगभग एक जैसी है. इराक से बाहर सबसे ज्यादा यजीदी यूरोपीय देश जर्मनी में रहते हैं. इसके अलावा रूस, अर्मेनिया, जॉर्जिया और स्वीडन में भी उन्होंने शरण ली है.
अंतरराष्ट्रीय मदद
आइसिस के खिलाफ अमेरिका ने जहां हवाई हमले करने का फैसला किया है, वहीं कुछ देशों ने वहां मदद पहुंचाने का भी काम किया है. फ्रांस का एक कार्गो विमान बगदाद के पास अरबील में राहत सामग्री लेकर उतरा, जो प्रभावित इलाकों में भेजी गई.
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कुर्दों का साथ
सीरिया के अल-हसाका इलाके की तरफ जाते हुए यजीदी समुदाय के लोगों को कुर्द लड़ाकों का समर्थन मिल रहा है. आइसिस ने इराक में खिलाफत का एलान किया है और यजीदी खास तौर पर उनके निशाने पर हैं.
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जर्मनी में प्रदर्शन
बीलेफेल्ड शहर में इराक के यजीदियों के समर्थन में प्रदर्शन किए गए. इस दौरान कुर्दिश वर्कर्स पार्टी के सह संस्थापक अब्दुल्लाह ओएचेलान के पोस्टर भी लोगों ने थाम रखे थे. इस प्रदर्शन में 10,000 लोगों ने हिस्सा लिया.