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जर्मनीः धुर दक्षिणपंथी पार्टी एएफडी 'चरमपंथी' घोषित की गई

८ नवम्बर २०२३

आप्रवासियों के खिलाफ भावनाएं भड़का कर जर्मनी में पांव पसारती धुर दक्षिणपंथी पार्टी ऑल्टरनेटिव फॉर डॉयचलैंड की सेक्सनी-अनहाल्ट प्रांतीय इकाई को चरमपंथी गुट घोषित किया गया है. इससे पहले थुरिंजिया में यही कदम उठाया गया था.

एएफडी लोगो
सेक्सनी-अनहाल्ट प्रांतीय इकाई पर चरमपंथी होने का संदेह 2021 से ही था.तस्वीर: Klaus-Dietmar Gabbert/dpa/picture alliance

जर्मनी की खुफिया एजेंसी, फेडरल ऑफिस फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन (बीएफवी) ने मंगलवार को कहा कि राजनीतिक दल एएफडी को जाहिर तौर पर एक चरमपंथी गुट के रूप में वर्गीकृत किया है.

बीएफवी का कहना है कि उसनेएएफडीके कर्मचारियों और चुने हुए नेताओं के बहुत सारे बयानों का विश्लेषण किया है जिन्हें मुस्लिम विरोधी, यहूदी विरोधी और जातीय रूप से भेदभावपूर्ण पाया गया. इस प्रांतीय इकाई पर चरमपंथी होने का संदेह 2021 से ही था.

घोषणा के मायने

बीएफवी प्रमुख योखेन होलमान ने कहा कि उनकी संस्था ने बहुत सारी सूचनाएं जुटाई हैं जिनसे यह पता चलता है कि एएफडी के मूल्य मानवीय गरिमा, लोकतंत्र और कानून के शासन के खिलाफ हैं.

उन्होंने कहा, "प्रांतीय इकाई ना केवल गैर-संवैधानिक नजरिया रखती है जिसने इसे संदेहास्पद बनाया बल्कि यह कोरोना महामारी के बाद से इस हद तक कट्टरपंथी हो चुकी है कि इस पर खुफिया सेवाओं का इस्तेमाल करके सुनियोजित नजर रखना बहुत जरूरी हो गया है."

इस घोषणा के बाद अब बीएफवी को अधिकार होगा कि वह राज्य में पार्टी पर नजर रख सके. होलमान का कहना है कि अब उनकी एजेंसी निजी डाटा भी इकट्ठा कर सकती है.

इस वर्गीकरण का अर्थ यह है कि एजेंसी उन सारी पाबंदियों से आजाद होगी जो उन्हें एएफडी में मौजूद चरमपंथी तत्वों पर खुफिया जानकारी जुटाने से रोक सके. इसके अलावा गुप्त एजेंटों और फोन पर नजर रखने की भी इजाजत होगी.

एएफडी ने जर्मनी में लगातार पांव पसारे हैंतस्वीर: Thorsten Wagner/onemorepicture/IMAGO

एएफडी के सपनों का राष्ट्र

एजेंसी के मुताबिक, सेक्सनी-अनहाल्ट एएफडी का सपना है कि "एक समान संस्कृति वाला राष्ट्र" स्थापित हो जिसमें जातीयता व धर्म के आधार पर बाकियों को अलग-थलग कर दिया जाए. पार्टी संसदीय लोकतंत्र के वर्तमान स्वरूप का भी अंत चाहती है.

होलमान बताते हैं कि पार्टी लगातार राजनीति और नागरिक संस्थाओं का मखौल उड़ाती है ताकि लोगों का उन पर से भरोसा उठ जाए. अपने उस लक्ष्य में कामयाबी के बाद पार्टी लोगों के अधिकार छीनकार उन्हें अपनी मनमानी का शिकार बनाना चाहती है. एएफडी को लेकर दूसरी पार्टियों का नजरिया भी यही है. एसपीडी नेता रुडिगेर एर्बेन ने कहा कि पार्टी लोकतंत्र और संस्थाओं में हमारा विश्वास खत्म करना चाहती है. राज्य में खतरे को भांपकर हमारी सुरक्षा करने में सक्षम होना चाहिए, यह पद इसे मुमकिन बनाता है.

पहला मामला नहीं

मार्च 2021 में, थुरिंजिया राज्य की प्रांतीय इकाई और उसके नेता ब्योर्न होके को भीधुर दक्षिणपंथी गुट घोषित किया गया था. राष्ट्रीय स्तर पर भी, खुफिया एजेंसी इसे धुर दक्षिणपंथी पार्टी होने के संदेह की श्रेणी में वर्गीकृत करती है लेकिन उसके युवा विंग को चरमपंथी घोषित किया गया है.

एएफडी की शुरुआत 2013 में यूरो संकट के दौरान एंटी यूरोप पार्टी के तौर पर हुई लेकिन 2015 के रिफ्यूजी संकट के बीच इसने आप्रवासी विरोधी चोला पहन लिया. कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई बेचैनी और अनिश्चितता की लहर पर सवार होकर पार्टी ने लगातार डर और कॉन्सपिरेसी का सहारा लिया है.

इसके नेता अक्सर नाजी भाषा का इस्तेमाल करने, होलोकॉस्ट को नकारने और जर्मनी के नाजी इतिहास पर हल्केपन से बात करने की वजह से सुर्खियों में रहते हैं. थुरिंजिया और सेक्सनी-अनहाल्ट पूर्वी जर्मनी के राज्य हैं, जहां एएफडी का प्रसार तेजी के साथ हुआ है. हालांकि पश्चिमी जर्मनी में राज्य चुनावों का नतीजा भी इस पार्टी के बढ़ते प्रभाव की कहानी कहता है.

एसबी/सीके (एफपी,एपी,रॉयटर्स,डीपीए,ईपीडी)

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