जर्मनी की धुर दक्षिणपंथी पार्टी ने यूरोपीय संघ को किया खारिज
७ अगस्त २०२३
जर्मनी के धुर दक्षिणपंथी राजनीतिक दल एएफडी ने यूरोपीय संघ की अवधारणा को विफल कहा है. पार्टी ने यह भी कहा कि संघ में बड़े बदलावों की जरूरत है. हालांकि पार्टी यूरोपीय संघ को खत्म करने जैसी बातें करने से बची.
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धुर दक्षिणपंथी दल एएफडी इस बैठक में यूरोपीय संघ को खत्म किए जाने जैसी बातें करने से बची. जर्मनी को यूरोपीय संघ से अलग करने जैसे विचार भी बैठक से गायब रहे.पूर्वी जर्मनी के माग्डेबुर्ग में हो रही एएफडी की इस कॉन्फ्रेंस पर काफी लोगों की नजरें थीं. पार्टी के 600 प्रतिनिधि इसमें शामिल थे, जो अगले साल होने वाले यूरोपीय संसद के चुनावों का कार्यक्रम तय करने के लिए जुटे थे. एएफडी अपने प्रवासियों के विरोध वाले एजेंडे के लिए जानी जाती है. जर्मनी में पार्टी की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है. कई लोगों को इसे लेकर चिंता भी है.
"यूरोपीय संघ में नहीं हो सकते सुधार"
पार्टी के प्रतिनिधियों ने जो कार्यक्रम तय किया, उसमें कहा गया, "हम मानते हैं कि यूरोपीय संघ में कोई सुधार नहीं हो सकता और हम इसे एक विफल परियोजना के तौर पर देखते हैं." पार्टी ने कार्यक्रम में कहा, "वह यूरोपीय देशों, नई यूरोपीय अर्थव्यवस्था और संबंधित समुदायों का एक ऐसा संगठन बनाना चाहती है, जो सदस्य देशों की संप्रभुता की सुरक्षा कर सके."
एएफडी के नेता और उनके सबसे आपत्तिजनक बयान
जर्मनी की धुर दक्षिणपंथी पार्टी एएफडी के नेताओं ने कई बार ऐसे बयान दिए हैं जिन्हें आपत्तिजनक या भड़काऊ कहा जा सकता है. इनमें शरणार्थियों को निशाना बनाने से लेकर नाजी शब्दावली का इस्तेमाल तक शामिल है.
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ब्यॉन होख
थुरिंगिया प्रांत में एएफडी के मुखिया ब्यॉन होख ने 2017 में बर्लिन स्थित होलोकॉस्ट मेमोरियल को "शर्म की स्मारक" कहा था और देश को अपने नाजी इतिहास के लिए पश्चाताप करना बंद करने को कहा था. जुलाई 2023 में उन्होंने नाजी शब्दावली में कहा, "इस यूरोपीय संघ को मर जाना चाहिए ताकि सच्चा यूरोप जिंदा रह सके." 2019 में जर्मनी की एक अदालत ने फैसला दिया कि होख को फासीवादी कहना उन पर लांछन लगाने के बराबर नहीं है.
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ऐलीस वाइडल
ऐलीस वाइडल पार्टी की सह मुखिया हैं और उसके सबसे जाने माने चेहरों में से एक हैं. वो शायद ही कभी विवादों से दूर रहती हों. 2018 में जर्मनी की संसद बुंडेस्टाग में एक भाषण के दौरान उन्होंने कहा था, "बुर्के, हिजाब पहनने वाली लड़कियां, सार्वजनिक रूप से समर्थन पाने वाले वो लोग जिन्होंने चाकू से लोगों पर वार किया और ऐसे सभी बेकार लोग हमें समृद्धि और आर्थिक और सामाजिक विकास नहीं दिला सकते हैं."
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क्रिस्चियन लूट
लूट कई बार अपने बयानों को लेकर विवादों में फंस चुके हैं. एक बार एक दक्षिणपंथी यूट्यूब वीडियो ब्लॉगर के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "जर्मनी के लिए स्थिति जितनी खराब होगी, एएफडी के लिए उतनी ही अच्छी होगी." उन्होंने प्रवासियों के लिए कहा, "हम उन्हें बाद में गोली मार ही सकते हैं, इसमें कोई समस्या नहीं है. या उन्हें जहरीली गैस से मार सकते हैं, जैसा आप चाहें. मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है."
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बीट्रिक्स फॉन स्टॉर्च
शुरू में एएफडी यूरो और बेलआउट पैकेजों के खिलाफ अभियान चलाती थी, लेकिन यह जल्द ही आप्रवासियों के विरोध में बदल गया. बीट्रिक्स फॉन स्टॉर्च ने 2016 में कहा था, "जो लोग हमारी सीमाओं पर लगे 'रुको' के साइनबोर्ड को नहीं मानते हैं वो हमलावर हैं." उन्होंने आगे कहा, "और हमें खुद को हमलावरों से बचाना है," चाहे इसका मतलब महिलाओं और बच्चों पर गोली चलाना ही क्यों ना हो.
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हाराल्ड वाइएल
एएफडी के सभी विवाद नस्लवाद को लेकर नहीं हैं, कभी कभी वो पार्टी की हकीकत दिखाने का काम भी करते हैं. सितंबर 2022 में बुंडेस्टाग के सदस्य हाराल्ड वाइएल को पता नहीं था कि उनका माइक चालू है, जब उन्होंने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि जर्मनी को ऊर्जा के बढ़े हुए दामों की "नाटकीय सर्दियां" भुगतनी पड़े नहीं तो "चीजें हमेशा की तरह चलती रहेंगी."
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मार्कुस प्रेत्जेल
मार्कुस प्रेत्जेल नार्थ राइन-वेस्टफेलिया प्रांत में एएफडी के पूर्व अध्यक्ष हैं और पार्टी की पूर्व अध्यक्ष फ्राउक पीत्री के पति हैं. उन्होंने दिसंबर 2016 में बर्लिन क्रिसमस बाजार पर हुए घातक हमले के बाद लिखा था, "यह मैर्केल के मृतक हैं."
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आंद्रे पौगेनबर्ग
सैक्सनी-अनहाल्ट प्रांत में एएफडी के पूर्व प्रमुख आंद्रे पौगेनबर्ग ने फरवरी 2017 में राज्य की संसद में दूसरे सदस्यों को कहा था कि वो चरम वामपंथ के खिलाफ मिल जाएं ताकि "जर्मन नस्ल पर उगी इस खरपतवार से हमेशा के लिए पीछा छुड़ाया जा सके." ये शब्द साफ तौर पर नाजी शब्दावली से लिए गए थे.
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एलेग्जेंडर गाउलांद
पार्टी की संसदीय पार्टी के पूर्व नेता एलेग्जेंडर गाउलांद ने जून 2018 में पार्टी के युवा दल के सामने एक भाषण दिया था, जिसके लिए उनकी बहुत आलोचना हुई थी. उन्होंने कहा था कि जर्मनी का एक "शानदार इतिहास रहा है और वह उन शापित 12 सालों से ज्यादा लंबा चला है. जर्मनी के 1,000 सालों के सफल इतिहास में हिटलर और नाजी बस चिड़िया की बीट की एक बूंद हैं." (डैगमार ब्राइटेनबाख और मार्क हैलम)
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एएफडी की ओर से यूरोपीय संसद के चुनावों के बारे में जो कार्यक्रम इसी साल जून में छपा था, उसमें सीधे-सीधे यूरोपीय संघ को 'सुव्यवस्थित तरीके से खत्म करने' की बात कही गई थी. इसकी आलोचना के बाद पार्टी के नेताओं ने इसे एक संपादकीय गलती बताया था. पार्टी का नया कार्यक्रम इस कट्टर रुख से कुछ नर्म पड़ा है. यूरोपीय संसद के चुनावों को लेकर कार्यक्रम तय करते हुए ऐसा कोई जिक्र नहीं आया.
नए कार्यक्रम में 'डेक्सिट' जैसी किसी योजना का भी कोई जिक्र नहीं किया गया है. पार्टी के कुछ प्रतिनिधियों ने इस विचार को उछाला था. यह विचार यूरोपीय संघ से जर्मनी के बाहर होने की वकालत करता है. हालांकि इस विचार को जर्मन मतदाताओं ने काफी नापसंद किया था.
पिछले दिनों में एएफडी को जर्मनी में काफी लोकप्रियता हासिल हुई है. इसमें जर्मनी की कमजोर होती अर्थव्यवस्था और जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की तीन पार्टी की साझेदारी वाली सरकार के लिए बढ़ती नाराजगी बड़ी वजहें रही हैं.
अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी यानि एएफडी इस्लाम विरोधी और जलवायु परिवर्तन पर शक करने वाले विचारों का समर्थन करती है. फिर भी पार्टी हालिया ओपिनियन सर्वे में 20 फीसदी मतदाताओं की पसंद रही है. इससे आगे सिर्फ जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी है.