यूएन: 2024 में बदतर होने वाली है वैश्विक बेरोजगारी
११ जनवरी २०२४
संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को कहा कि 2024 में दुनियाभर में बेरोजगारी दर थोड़ी और बढ़ेगी. यूएन ने सुस्त उत्पादकता, बढ़ती असमानता और महंगाई के हिसाब से खर्च योग्य आय में कटौती के बारे में चिंता जताई है.
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संयुक्त राष्ट्र की श्रम एजेंसी अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के एक नए विश्लेषण के मुताबिक बेरोजगारी और रोजगार परक कामकाज में मौजूदा खाई की दर, वैश्विक महामारी से पूर्व के स्तर से कुछ कम हुई है, लेकिन इसके बावजूद वैश्विक बेरोजगारी दर के बढ़ने की संभावना है.
आईएलओ ने कहा कि 2023 में वैश्विक विकास अनुमान से मामूली अधिक था और श्रम बाजारों ने आश्चर्यजनक लचीलापन दिखाया. हालांकि, आईएलओ का कहना है कि अधिकांश जी-20 देशों में वास्तविक मजदूरी में गिरावट आई है, क्योंकि वेतन वृद्धि महंगाई के साथ तालमेल बिठाने में विफल रही है.
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2023 में वैश्विक बेरोजगारी दर में सुधार
साल 2022 में वैश्विक बेरोजगारी दर 5.3 प्रतिशत थी जो कि पिछले साल थोड़ी बेहतर होकर 5.1 प्रतिशत हो गई. इसके अलावा 2023 में वैश्विक स्तर पर रोजगार परक कामकाज में खाई और लेबर मार्केट में भागीदारी की दर भी बेहतर हुई है.
लेकिन आईएलओ के अध्ययन के मुताबिक 2024 में श्रम बाजार परिदृश्य और बेरोजगारी के बिगड़ने की आशंका है. इस साल अतिरिक्त 20 लाख श्रमिक रोजगार बाजार में काम की तलाश में आएंगे. इस कारण वैश्विक बेरोजगारी दर 5.1 प्रतिशत से बढ़कर इस साल 5.2 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी.
यूएन एजेंसी का कहना है कि जी-20 समूह के अधिकांश देशों में इस्तेमाल करने लायक आय में कमी आई है और महंगाई बने रहने की वजह से स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग में जो गिरावट हुई है वह जल्द सुधरने वाली नहीं है.
श्रम बाजार में अंसुतलन बढ़ा
आईएलओ ने 2024 के लिए अपनी विश्व रोजगार और सामाजिक आउटलुक रुझान रिपोर्ट में कहा कि बढ़ती असमानताएं और सुस्त उत्पादकता चिंता के कारण हैं. अध्ययन ताजा श्रम बाजार रुझानों का आकलन करता है, जिसमें बेरोजगारी, रोजगार सृजन, श्रम बल की भागीदारी और काम के घंटे शामिल हैं, फिर उन्हें उनके सामाजिक नतीजों से जोड़ा जाता है.
आईएलओ के प्रमुख गिल्बर्ट हौंगबो के मुताबिक रिपोर्ट में पाया गया कि कुछ डाटा विशेष रूप से विकास और बेरोजगारी पर "उत्साहजनक" हैं. हौंगबो ने आगे कहा, "लेकिन गहन विश्लेषण से पता चलता है कि श्रम बाजार में असंतुलन बढ़ रहा है, कई और पारस्परिक वैश्विक संकटों के संदर्भ में यह अधिक सामाजिक न्याय की दिशा में प्रगति को कमजोर कर रहा है."
रिपोर्ट में पाया गया कि सिर्फ चीन, रूस और मेक्सिको ने साल 2023 में "सकारात्मक वास्तविक वेतन वृद्धि का आनंद लिया." जी-20 के अन्य देशों में वास्तविक मजदूरी में गिरावट आई, जिसमें ब्राजील (6.9 प्रतिशत), इटली (5 प्रतिशत) और इंडोनेशिया (3.5 प्रतिशत) में सबसे तेज गिरावट देखी गई.
एए/सीके (एएफपी)
यूरोप में गई कितनों की नौकरी
कई दशकों बाद इतनी ऊंची महंगाई दर और यूक्रेन युद्ध का असर झेल रहे यूरोप में कई कंपनियों ने छंटनी की घोषणा की है. एक नजर यूरोप में रोजगार के हालात पर.
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ऑटो क्षेत्र
स्वीडन की कंपनी वॉल्वो 2,900 लोगों को नौकरी से निकालने की घोषणा कर चुकी है. स्वीडन की ही ऑटोलिव कंपनी ने जून में 8,000 लोगों को निकालने की घोषणा की. बहुराष्ट्रीय कंपनी स्टेलैंटिस भी 2,300 लोगों को निकाल रही है.
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भोजन, रिटेल और कंज्यूमर उत्पाद
फ्रांस की रिटेल चेन कैरफोर 979 लोगों तक को नौकरी से निकाल सकती है. ब्रिटेन में खाना डिलीवर करने वाली कंपनी डेलीवरू 350 लोगों को निकाल सकती है. चश्मे बेचने वाली जर्मन कंपनी 2025 तक सैकड़ों नौकरियां खत्म कर देगी. ब्रिटेन का सुपरमार्केट समूह सेंसबरी अपने दो डिपो बंद करने वाला है, जिससे 1,400 लोगों की नौकरी जाएगी. जर्मनी की ऑनलाइन फैशन कंपनी जलांदो भी सैकड़ों नौकरियां खत्म कर सकती है.
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उद्योग और इंजीनियरिंग
चीनी कंपनी ब्रिटिश स्टील ने 260 नौकरियां खत्म करने की घोषणा की है. लिफ्ट बनाने वाली फिनलैंड की कंपनी कोन 1,000 लोगों को नौकरी से निकालेगी. स्वीडन की स्टील कंपनी साब करीब 1,000 लोगों को नौकरी से निकालेगी. बैटरी बनाने वाली जर्मन कंपनी वार्टा 88 नौकरियां खत्म करेगी.
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टेक क्षेत्र
ब्रिटेन की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बीते इस दशक के अंत तक 55,000 लोगों को नौकरी से निकालेगी. मेडिकल उपकरण बनाने वाली डच कंपनी फिलिप्स 6,000 नौकरियां खत्म करेगी. एरिक्सन 8,500 कर्मचारियों को, वोडाफोन करीब 12,000 कर्मचारियों को और जर्मन सॉफ्टवेयर कंपनी एसएपी 3,000 कर्मचारियों को निकालेगी.
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टेक की सूची लंबी है
इसके अलावा फिनलैंड की नोकिया 208 लोगों को, टेलीकॉम इटालिया 2,000 लोगों को, स्विट्जरलैंड की सुरक्षा कंपनी डोरमाकाबा 800 लोगों को और कंप्यूटर उपकरण बनाने वाली कंपनी लॉजिटेक करीब 300 लोगों को नौकरी से निकालेगी.
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बैंकिंग क्षेत्र
जर्मनी का सबसे बड़ा बैंक डॉयचे बैंक अगले कुछ सालों में 17,000 नौकरियां खत्म करना चाह रहा है. ब्रिटेन का स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक 100 से ज्यादा लोगों को निकाल रहा है. स्विस बैंक यूबीएस हजारों लोगों को निकालने पर विचार कर रहा है.
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अन्य क्षेत्र
केमिकल बनाने वाली जर्मन कंपनी बीएसएफ 2,600 लोगों को, स्पेन की दवा कंपनी ग्रिफोल्स करीब 2,300 लोगों को, पैकेजिंग का सामान बनाने वाली फिनलैंड की कंपनी स्टोरा एन्सो 1,150 लोगों को और विशेष केमिकल बनाने वाली जर्मन कंपनी एवोनिक 200 लोगों को नौकरी से निकाल रही है.
सीके/एए (रॉयटर्स)