हमास ने गाजा-इस्राएल के बीच तनाव खत्म करने की घोषणा की
१ सितम्बर २०२०![ARCHIV Palästina Khan Yunis | Israelische Angriffe auf den Gazastreifen](https://static.dw.com/image/54606944_800.webp)
बीते कुछ दिनों से इस्राएल और हमास के बीच सशस्त्र संघर्ष चला आ रहा था. अब दोनों के बीच नए समझौते के बाद उम्मीद की जा रही है कि इस्राएल फिलिस्तीनी इलाकों पर लगी पाबंदियों में नरमी बरतेगा. हमास और इस्राएल के बीच समझौता ऐसे वक्त में हुआ जब बीते कुछ दिनों से दोनों के बीच तनाव बढ़ रहा था. खाड़ी देश कतर द्वारा मध्यस्थता के बाद गहन बातचीत से समझौता मुमकिन हो पाया.
हमास एक इस्लामी संगठन है, जिसका गाजा पर नियंत्रण है. अगस्त के महीने में ही हमास ने इस्राएली इलाकों में रॉकेट हमले किए थे जिसके बाद इस्राएली सेना ने जबरदस्त जवाबी कार्रवाई की थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक 6 अगस्त से लगभग हर रोज इस्राएली लड़ाकू विमान गाजा पर बमबारी करे रहे थे.
हमास और इस्राएल के बीच समझौता कराने के लिए कतर और मिस्र ने गहन मध्यस्थता की थी, जिसके बाद दोनों इस नतीजे पर पहुंचे हैं. कतर के दूत मोहम्मद अल-इमादी ने दोनों क्षेत्रों का कई बार दौरा किया जिससे युद्धविराम हो सके. गाजा में हमास के प्रमुख यह्या सिंवर के दफ्तर की ओर से जारी बयान में कहा गया, "इस्राएल के साथ हमास एक समझौते पर पहुंच गया है जिससे ताजा तनाव को काबू में किया जा सके और हमारे लोगों के खिलाफ इस्राएली आक्रमण को खत्म किया जा सके."
इस घोषणा में कई परियोजनाओं का भी जिक्र है जिनसे गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों की स्थिति में सुधार हो सके और साथ ही साथ कोरोना वायरस से उपजे संकट को भी कुछ हद तक काबू में लाया जा सके.
हिंसा का अंत
हमास ने महामारी के दौरान इस्राएल के खिलाफ हमला कम कर दिया था, हालांकि महीनों की शांति के बाद दोनों पक्षों के बीच हिंसा दोबारा हाल के हफ्तों में तेजी से बढ़ गई थी. नए हमलों में रॉकेट्स और फायर बमों का इस्तेमाल हो रहा था. हमास की ओर से गुब्बारे, प्लास्टिक के थैले या फिर कॉन्डोम के साथ विस्फोटक को जोड़ हमले किए जा रहे थे. इनकी वजह से दक्षिणी इस्राएल में कम से कम 400 जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामने आई थी और खेतों को भी नुकसान हुआ था.
6 अगस्त से हमास के हमले के खिलाफ इस्राएली सेना जवाबी कार्रवाई करती आ रही थी और सेना हमास के ठिकानों पर बमबारी कर रही थी. इस्राएल ने हाल ही में तट के पास बस्ती में ईंधन आयात पर पाबंदी लगा दी जिससे वहां के लोगों को दिन भर में सिर्फ चार घंटे ही बिजली मिल पा रही थी. साथ ही इस्राएल ने गाजा पट्टी तट से मछली पकड़ने का क्षेत्र भी बंद कर दिया था. तनाव को भड़काने वाले हमले पर रोक के बदले में बस्ती में ईंधन की सप्लाई हो पाएगी और अन्य जरूरी चीजों को भी भेजना मुमकिन होगा.
हमास के एक सूत्र ने एएफपी को बताया, "ईंधन की सप्लाई दोबारा शुरू हो जाएगी और मंगलवार से पावर स्टेशन शुरू हो जाएंगे." करीब 20 लाख लोग बहुत कठिन हालात में गाजा में रहते हैं. इस्राएल के साथ साथ मिस्र की भी नाकाबंदी से गाजा में रहने वाले लोगों के लिए हालात मुश्किल भरे रहते हैं. इसके अलावा जानकारों ने क्षेत्र में कोरोना वायरस के फैलने पर भी चिंता जाहिर की है.
एए/सीके (एएफपी, डीपीए)
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