हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक जोशुआ वोंग ने सरकार-विरोधी प्रदर्शन के लिए उन पर लगाए गए आरोप को कबूल कर लिया है. उन्हें 2019 के सरकार-विरोधी प्रदर्शनों के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था.
विज्ञापन
हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक जोशुआ वोंग ने सोमवार को कहा कि वे पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शन के संबंध में उनके खिलाफ सभी आरोपों को अदालत में कबूल करेंगे. उनके साथ दो और जानेमाने कार्यकर्ता ईवान लाम और एग्नेस चॉ ने भी ऐसा करने का फैसला किया है. कोर्ट में दाखिल होने से पहले वोंग ने पत्रकारों से कहा, "हम तीनों ने दोष मानने का फैसला किया है. अगर मुझे तुरंत हिरासत में भेज दिया जाता है तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए." उन्होंने आगे कहा, "मुझे विश्वास है कि ना तो जेल की सलाखें, ना चुनावी प्रतिबंध और ना ही कोई अन्य मनमानी शक्तियां हमें आंदोलन करने से रोक पाएंगी. अब हम जो कर रहे हैं वह दुनिया को स्वतंत्रता के मूल्यों को समझाने के लिए है." तीनों को अधिकतम पांच साल की सजा हो सकती है.
हांगकांग के पुलिस मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने के लिए तीनों पर मुकदमा चलाया जा रहा है. लोकतंत्र-समर्थक प्रदर्शन और रैलियां, जो पिछली गर्मियों में शुरू हुईं वह सात महीने तक चलीं. इस दौरान हिंसा की कई घटनाएं हुई थीं. विरोध चीन द्वारा उठाए गए कुछ कदमों को लेकर बढ़ा जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून भी शामिल है. इस कानून के विरोध में हांगकांग में पिछले साल से ही युवाओं के आंदोलनों की आग धधक रही थी लेकिन फिर भी चीन ने आगे बढ़कर उसे लागू कर दिया था.
वोंग को आरोप कबूल करने के अपने इरादे के बावजूद उन्हें न्यायिक प्रक्रिया पर बहुत कम भरोसा है. उन्होंने सुनवाई शुरू होने के कुछ दिन पहले डीडब्ल्यू को बताया था, "बीजिंग ने हांगकांग की अदालतों में बहुत हस्तक्षेप किया है और हांगकांग में कानून का शासन नाममात्र है."
हांगकांग में क्या गुल खिला रहा है चीन का नया कानून
हांगकांग में चीन का नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू होने के पहले ही दिन वहां पुलिस ने कम से कम 70 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार हुए सभी लोगों को जेल में लंबा समय बिताना पड़ सकता है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/D. de la Rey
पहला दिन
विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून हांगकांग में लागू हो चुका है. शहर की मुख्य कार्यकारी कैरी लैम ने प्रेस वार्ता में नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की प्रतियां जारी कीं. आलोचकों का कहना है कि इस तरह का कड़ा कानून चीन की मुख्य भूमि पर भी नहीं है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/D. Suen
वर्षगांठ
एक जुलाई को हांगकांग को ब्रिटेन द्वारा चीन को सौंपे जाने की वर्षगांठ भी होती है. कैरी लैम ने अधिकारियों और अतिथियों के साथ हांगकांग स्पेशल एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन की स्थापना की 23वी वर्षगांठ भी मनाई.
तस्वीर: Reuters/Hong Kong Information Services
विरोध
हांगकांग की सड़कों पर लोकतांत्रिक प्रदर्शनकारियों ने नए कानून के विरोध में रैली निकाली. हजारों लोग रैली में शामिल हुए और "अंत तक प्रतिरोध" और "हांगकांग आजादी" जैसे नारे लगाए.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/V. Yu
"न्याय के लिए"
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें जेल जाने का डर है लेकिन न्याय की की खातिर विरोध करना जरूरी है.
तस्वीर: Reuters/T. Siu
चेतावनी
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस के दंगा रोकने वाले दल ने सड़कों पर गश्त लगाई, लेकिन विरोध रैली फिर भी निकाली गई.
तस्वीर: Reuters/T. Siu
पहली गिरफ्तारियां
रैली में लोगों ने विरोध के कई बैनर भी लहराए. एक व्यक्ति, जिसके पास हांगकांग की आजादी का एक झंडा था, नए सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार होने वाला पहला व्यक्ति बन गया.
तस्वीर: Getty Images/AFP/D. de la Rey
"राजद्रोह"
पुलिस ने जगह जगह लोगों को रोकने के लिए घेराबंदी की थी. नारे लगाते और बैनर लहराते प्रदर्शनकारियों को पहली बार नए कानून के तहत पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी गई. उन्हें कहा गया कि उन पर 'राजद्रोह' के साजिश के लिए कार्रवाई हो सकती है.
तस्वीर: Getty Images/A. Kwan
दमन
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की. जमा लोगों को तीतर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का भी इस्तेमाल किया गया.
तस्वीर: Reuters/T. Siu
पुलिस बनाम प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हांगकांग पुलिस को काफी आलोचना झेलनी पड़ी है. इस तरह के दृश्य हांगकांग में पिछले साल हुए प्रदर्शनों के दौरान भी देखने को मिले थे.
तस्वीर: Getty Images/A. Kwan
पत्रकारों पर हमला
रैली के दौरान पुलिस ने पत्रकारों को भी नहीं बख्शा और उनके खिलाफ पेप्पर स्प्रे का इस्तेमाल किया.